Hardoi News: हरदोई साइबर सेल की त्वरित कार्रवाई, गलत खाते में ट्रांसफर 10,000 रुपये आवेदक को वापस
हरदोई साइबर सेल की टीम, जिसका नेतृत्व साइबर क्राइम विशेषज्ञों द्वारा किया गया, ने त्वरित और समन्वित कार्रवाई शुरू की। हरदोई साइबर सेल पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल ...
By INA News Hardoi.
हरदोई : हरदोई जिले की साइबर सेल ने एक बार फिर अपनी कार्यकुशलता का परिचय देते हुए एक आवेदक की गलती से गलत खाते में ट्रांसफर की गई 10,000 रुपये की धनराशि को उनके खाते में वापस कराने में सफलता हासिल की। यह कार्रवाई साइबर सेल की त्वरित और प्रभावी रणनीति के कारण संभव हो सकी। आवेदक ने साइबर सेल की इस मदद के लिए टीम का आभार व्यक्त किया।
25 जून 2025 को एक आवेदक ने हरदोई साइबर सेल में एक प्रार्थना पत्र सौंपा, जिसमें बताया गया कि उन्होंने फोन पे (PhonePe) के माध्यम से गलती से किसी गलत खाते में 10,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए हैं। आवेदक ने इस राशि को वापस पाने के लिए साइबर सेल से मदद की गुहार लगाई। इस तरह की घटनाएँ डिजिटल लेन-देन की बढ़ती लोकप्रियता के साथ आम होती जा रही हैं, और साइबर सेल ने इसे गंभीरता से लिया।
प्रार्थना पत्र प्राप्त होने के बाद साइबर सेल ने तुरंत मामले की जांच शुरू की। आवेदक द्वारा दी गई जानकारी, जैसे ट्रांजेक्शन आईडी, गलत खाते का विवरण, और लेन-देन का समय, के आधार पर साइबर सेल की टीम ने संबंधित बैंक और फोन पे के अधिकारियों से संपर्क किया।
हरदोई साइबर सेल की टीम, जिसका नेतृत्व साइबर क्राइम विशेषज्ञों द्वारा किया गया, ने त्वरित और समन्वित कार्रवाई शुरू की। हरदोई साइबर सेल पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल अपराधों और ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ सक्रिय रूप से काम कर रही है। गलत खाते में धनराशि ट्रांसफर, फर्जी लेन-देन, और साइबर ठगी जैसे मामलों में साइबर सेल ने कई लोगों को उनकी खोई हुई राशि वापस दिलाने में मदद की है। पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन के निर्देशन में साइबर सेल को आधुनिक तकनीकों और प्रशिक्षण से लैस किया गया है, जिससे इस तरह की घटनाओं में त्वरित कार्रवाई संभव हो पाती है।
डिजिटल लेन-देन में सावधानी की जरूरत
हरदोई में डिजिटल लेन-देन की बढ़ती लोकप्रियता के साथ गलत खाते में पैसे ट्रांसफर होने या साइबर ठगी के मामले भी सामने आ रहे हैं। साइबर सेल ने इस अवसर पर जनता को जागरूक करते हुए कुछ सुझाव दिए:
- विवरण की जाँच करें: लेन-देन से पहले प्राप्तकर्ता का नाम, खाता नंबर, या यूपीआई आईडी दोबारा जाँच लें।
- सुरक्षित प्लेटफॉर्म: हमेशा विश्वसनीय और सुरक्षित ऐप्स जैसे फोन पे, गूगल पे, या बैंकिंग ऐप्स का उपयोग करें।
- तुरंत सूचना: गलत ट्रांजेक्शन होने पर तुरंत अपने बैंक और साइबर सेल को सूचित करें।
- जागरूकता: अनजान लोगों से लेन-देन या व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें।
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