राजा टोडरमल सर्वेक्षण एवं भूलेख प्रशिक्षण संस्थान, हरदोई में 06 दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का उद्घाटन।
Hardoi News: भारत सरकार की ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग की DILRMP परियोजना एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका....
Hardoi News: भारत सरकार की ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग की DILRMP परियोजना एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य भूमि सम्बन्धी प्रकरणों को नवीनतम तकनीकों का प्रयोग करते हुए भूमि रिकार्ड का आधुनिकीकरण एवं न्यायालय, पैमाईश, नक्शा, खसरा, खतौनी को डिजिटिलाइज करते हुए पारदर्शी व्यवस्था के अन्तर्गत प्रत्येक नागरिक की पहुँच एक क्लिक पर सुगम बनाना है। इसी DILRMP परियोजना के अन्तर्गत NAKSHA PROJECT का उद्घाटन 18 फरवरी, 2025 को भारत सरकार द्वारा किया गया, इसमें नगरों की सम्पत्ति (मयन आदि) के रिकार्ड को नवीनतम तकनीक (ड्रोन, रोवर्स, कम्प्यूटर आदि) का प्रयोग करते हुए अद्यावधिक, डिजिटिलाईज, सर्चेबल बनाया जायेगा, जिससे नागरिकों के मालिकाना हक का रिकार्ड तैयार होगा।
यह रिकार्ड एक क्लिक पर कोई भी संस्थान या नागरिक प्राप्त कर सकता है। इससे न्यायालय में सम्पत्ति सम्बन्धी वाद निस्तारण व वाद घटाने में मदद मिलेगी, वहीं सम्पत्ति को मार्गेज रखकर लोनिंग प्राप्त करना आसान होगा। सरकार की ट्रेक्सेसन दक्षता बढ़ेगी। सरकार की नगर विकास के विजन व भविष्य योजना में यह डाटा मदद करेगा, जिसमें पॉपुलेशन डेन्सिटी के अनुसार रोड चौड़ाई, सीवेज, एवं नगरीय आधारभूत संरचना की क्षमता तय करने में मदद मिलेगी। भारत सरकार द्वारा पाइलेट प्रोजेक्ट के अन्तर्गत भारत के 156 नगरीय निकायों को चयनित किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश में 02 नगर निगम गोरखपुर तथा झांसी को शामिल करते हुए 08 नगरीय निकाय (अनूपशहर, तिलहर, पूरनपुर, नवाबगंज, टाण्डा, चुनार, चित्रकूटधाम, हरदोई) को पाइलेट प्रोजेक्ट में लिया गया।
इस प्रोजेक्ट के अन्तर्गत सभी 10 नगर निकायों में ड्रोन द्वारा सर्वे कराने के पश्चात इसका आकड़ा भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसके आधार पर मध्य प्रदेश इलेक्ट्रानिक्स विभाग द्वारा तैयार साफ्टवेयर पर उक्त 10 नगरीय निकाय के कर्मचारियों द्वारा घर-घर जाकर रोवर्स के माध्यम से उक्त साफ्टवेयर पर डाटा फीड करेंगे। इस पाइलेट प्रोजेक्ट के प्रथम वैच में (हरदोई के 34, अनूपशहर के 10, पीलीभीत के 12) कुल 56 प्रशिक्षुओं का 06 दिवसीय प्रशिक्षण का आज राजा टोडरमल सर्वेक्षण एवं भूलेख प्रशिक्षण रारथान, उ०प्र०, हरदोई में उद्घाटन कर प्रशिक्षण सत्र शुरू किया गया। इस प्रशिक्षण सत्र में जनपद हरदोई, बुलन्दशहर, पीलीभीत के राजस्व, नगरीय निकाय एवं अन्य विभाग के कार्मिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
उक्त प्रशिक्षण सत्र में अनिल कुमार कटियार, उप निदेशक, राजा टोडरमल सर्वेक्षण एवं भूलेख प्रशिक्षण संस्थान, हरदोई, विनीत कुमार, विशेष कार्याधिकारी, राजस्व परिषद, उ०प्र०, लखनऊ, अजय अग्रवाल, कन्सलटेण्ट, राजस्व परिषद, उ०प्र०, लखनऊ, प्रसन्ना एस, IT GIS Expert COE LBSNAA मंसूरी, अखिलेश यादव, रिसर्च ऑफीसर, COE LBSNAA मंसूरी, श्री प्रमेश कुमार, उप जिलाधिकारी, पीलीभीत तथा सुश्री गार्गी, अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, अनूपशहर, मनीष कुमार तिवारी, मध्य प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिकल डेवलपमेण्ट कार्पाेरेशन, एस० के० शुक्ला, सीनियर सर्वेयर, सर्वे ऑफ इण्डिया तथा अमित मिश्रा, ड्रोन कम्पनी के Demonstrator द्वारा प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
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