Madhya Pradesh News: फर्जी पासबुक बनाकर खाते से निकाले पैसे, महिला ने एसपी से की शिकायत।
पीएनबी बैंक (pnb bank) में एक महिला उपभोक्ता के नाम पर फर्जी पासबुक जारी कर हजारों रुपये निकाले जाने का मामला उजागर हुआ है। पीड़िता का कहना है कि....

रिपोर्ट- शशांक सोनकपुरिया, बैतूल मध्यप्रदेश
Madhya Pradesh News: पीएनबी बैंक में एक महिला उपभोक्ता के नाम पर फर्जी पासबुक जारी कर हजारों रुपये निकाले जाने का मामला उजागर हुआ है। पीड़िता का कहना है कि उसने कभी दूसरी पासबुक के लिए आवेदन नहीं किया था। बैंक मैनेजर और ग्राहक सेवा केंद्र एजेंट की साजिश से यह फर्जीवाड़ा हुआ। अब पीड़िता ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है।
आरोप है कि पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र के एजेंट ने महिला के नाम पर फर्जी पासबुक तैयार करवाई और बैंक मैनेजर तथा कैशियर की लापरवाही का फायदा उठाकर महिला के खाते से 59,200 रुपये निकाल लिए गए। जब महिला को इस धोखाधड़ी की जानकारी हुई तो उसने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।
- ऐसे हुआ पूरा फर्जीवाड़ा
मलकापुर निवासी संगीता मालवी पत्नी अजय मालवी एसपी से शिकायत में बताया कि उनका बैंक खाता पंजाब नेशनल बैंक की गंज बैतूल शाखा में है। इस खाते में 1,09,224 रुपये जमा थे। जब संगीता ने पैसों की जरूरत पड़ने पर आधार कार्ड से बैलेंस चेक किया, तो उन्हें जानकारी मिली कि उनके खाते से कई बार पैसे निकाले गए हैं।
संगीता के अनुसार, 2 जनवरी 2025 को उनके खाते से 9,200 रुपये और 4 जनवरी 2025 को 50,000 रुपये निकाले गए। यह राशि संगीता मालवी पत्नी भगत मालवी निवासी मलकापुर ने पासबुक के जरिए विड्रॉल फार्म भरकर निकाली।
- फर्जी पासबुक से हुए ट्रांजेक्शन
पीड़िता का कहना है कि उन्होंने कभी अपने खाते की दूसरी पासबुक के लिए आवेदन नहीं किया था, लेकिन बैंक ग्राहक सेवा केंद्र के एजेंट मिथलेश उर्फ महेंद्र बारपेटे मलकापुर ने बैंक में उनके नाम की दूसरी पासबुक बनवाकर संगीता मालवी पत्नी भगत मालवी को सौंप दी। इसी पासबुक के जरिए उनके खाते से पैसे निकाले गए।
- लोन भी निकाल लिया!
संगीता का आरोप है कि उनके नाम पर किसी प्राइवेट बैंक से लोन भी लिया गया, जबकि उन्होंने कभी लोन के लिए आवेदन ही नहीं किया था। इस धोखाधड़ी के कारण अब उन्हें लोन की किस्तें भरने का दबाव बनाया जा रहा है।
- बैंक ने भी बरती घोर लापरवाही
पीड़िता ने बताया कि जब वह 9 जनवरी को बैंक गईं, तो बैंक मैनेजर ने उनसे हस्ताक्षर बदलने के लिए कहा। मैनेजर ने यह स्पष्ट नहीं किया कि ऐसा करने की जरूरत क्यों पड़ी। संगीता ने जब यह सवाल किया कि उनके खाते से किसी और ने पैसे कैसे निकाल लिए, तो बैंक की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। बैंक के कैशियर ने भी बड़ी लापरवाही बरती। उसने विड्रॉल फॉर्म लेते समय संगीता मालवी पत्नी भगत मालवी का खाता नंबर अच्छे से चेक नहीं किया और पीड़िता के खाते से ही पैसे निकाल दिए।
- जांच की मांग
संगीता ने एसपी से शिकायत कर मांग की है कि इस मामले की गहन जांच करवाई जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि वे किसी भी हालत में उस लोन की किस्त नहीं भरेंगी, जो उनके नाम पर फर्जी तरीके से लिया गया है।
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