ओडिशा के प्रसिद्ध ओड़िया गायक ह्यूमैन सागर का निधन: 36 वर्ष की आयु में मल्टी-ऑर्गन फेलियर से असामयिक विदाई, मुख्यमंत्री माज्ही और नवीन पटनायक ने जताया शोक।
ओडिशा के संगीत जगत को सोमवार शाम एक बड़ा सदमा लगा जब प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर ह्यूमैन सागर का निधन हो गया। भुवनेश्वर के एम्स अस्पताल
ओडिशा के संगीत जगत को सोमवार शाम एक बड़ा सदमा लगा जब प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर ह्यूमैन सागर का निधन हो गया। भुवनेश्वर के एम्स अस्पताल में इलाज के दौरान 36 वर्षीय सागर ने अंतिम सांस ली। उन्हें द्विपक्षीय निमोनिया, एक्यूट क्रॉनिक लिवर फेलियर, डाइलेटेड कार्डियोमायोपैथी, मल्टी-ऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम, शॉक, श्वसन विफलता, किडनी इंजरी, एन्सेफेलोपैथी, हेपेटोपैथी, थ्रोम्बोसाइटोपेनिया और कोगुलोपैथी जैसी कई गंभीर बीमारियों ने घेर लिया था। अस्पताल ने आधिकारिक बुलेटिन जारी कर बताया कि 14 नवंबर को आपातकालीन विभाग में भर्ती होने के बाद विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने आधुनिक उपचार दिए, लेकिन शाम 9 बजकर 8 मिनट पर उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। सागर ने ओड़िया सिनेमा को सैकड़ों यादगार गीत दिए थे, और उनकी मौत ने पूरे राज्य को शोक में डुबो दिया है।
ह्यूमैन सागर का जन्म 25 नवंबर 1990 को ओडिशा के बोलंगीर जिले के तितिलागढ़ में हुआ था। संगीत उनके परिवार का अभिन्न अंग था। उनके दादा प्राइवेट एल्बम्स के लिए संगीतकार थे, जबकि माता-पिता दोनों ही गायक थे। बचपन से ही घर में लय और ताल की धुनें गूंजती रहती थीं, जिसने सागर को संगीत की ओर प्रेरित किया। वे बचपन में ही बॉलीवुड गायकों जैसे कुमार सानू, उदित नारायण, बाबुल सुप्रियो और सोनू निगम की नकल करने लगे। बाद में अरिजीत सिंह की स्टाइल को अपनाकर उन्होंने अपनी पहचान बनाई। पढ़ाई में भी तेज थे, लेकिन संगीत ही उनकी असली राह था। 2012 में तरंग टीवी के रियलिटी शो वॉयस ऑफ ओडिशा सीजन-2 में उन्होंने पहली बार राज्यव्यापी पहचान पाई। शो जीतने के बाद वे ओलिवुड के चहेते बन गए।
सागर का प्लेबैक डेब्यू 2015 में फिल्म इश्क तू ही तू के टाइटल ट्रैक से हुआ, जिसकी संगीत रचना अभिजीत मजुमदार ने की। यह गाना सुपरहिट रहा और सागर को घर-घर पहुंचा दिया। उनकी आवाज में भावुकता, कच्चापन और तकनीकी मजबूती का अनोखा मेल था, जो युवा रोमांस को बखूबी व्यक्त करता था। उसके बाद उन्होंने सैकड़ों ओड़िया फिल्मी गीत गाए। फिल्में जैसे तू मो लव स्टोरी, गोपा हेले भी सतो, बेबी, अगस्त्य, पिलाटा बिगिडिगाला, बाजरंगी, अभय आदि में उनके गाने मील के पत्थर बने। वे दुखद, रोमांटिक, पॉप और कॉमेडी गानों में बराबर पारंगत थे। एल्बम्स जैसे तुम ओठा तले, निस्वासा, बेखुदी और चेहरा (2017) ने उन्हें नया मुकाम दिया। 2017 में उन्होंने हिंदी एल्बम मेरा यह जहां भी रिलीज किया, जो ओड़िया संगीतकारों के लिए दुर्लभ था। भजन और लोकगीतों में भी उनकी आवाज ने लाखों दिल जीते। सागर को ओड़िया सिनेमा का अरिजीत सिंह कहा जाता था, क्योंकि उनकी स्टाइल और भावनाओं का जादू युवाओं को बांध लेता था।
व्यक्तिगत जीवन में सागर खुशहाल थे। 2017 में उन्होंने अपनी साथी प्रतिभागी श्रीया मिश्रा से शादी की, जो वॉयस ऑफ ओडिशा में उनके साथ थीं। श्रीया भी गायिका हैं और दंपति की एक बेटी है। शादी के बाद थोड़े विवाद हुए थे, जब श्रीया ने एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर का आरोप लगाया था। लेकिन 2023 में महिला पुलिस स्टेशन में काउंसलिंग के बाद सब सुलझ गया और वे फिर साथ रहने लगे। सागर राजनीति में भी उतरे थे। 2019 में बीजू जनता दल (बीजेडी) में शामिल होकर उन्होंने सामाजिक कार्य किए। उनकी मौत से परिवार टूट गया है। श्रीया और बेटी अब अकेली रह गई हैं। सागर की आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट में वे रेडियो स्टूडियो में भाग्य रेखा गाते दिखे, जो अब वायरल हो रही है और प्रशंसकों को भावुक कर रही है।
मौत की खबर फैलते ही ओडिशा का संगीत जगत स्तब्ध रह गया। मुख्यमंत्री मोहन चरन माज्ही ने एक्स पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, मैं प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर ह्यूमैन सागर के निधन पर गहरा दुखी हूं। उनका जाना हमारे संगीत और सिनेमा के लिए अपूरणीय क्षति है। शोकाकुल परिवार को मेरी संवेदनाएं। दिवंगत आत्मा को शांति मिले। ओम शांति। विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी शोक संदेश दिया। उन्होंने कहा, ह्यूमैन सागर के निधन पर गहरा दुख हुआ। उनके भावपूर्ण गीतों ने अनगिनत श्रोताओं के दिल छुए हैं। ओड़िया संगीत में उनका योगदान हमेशा याद रहेगा। उनके अमर आत्मा की शांति की कामना करता हूं। इस दुखद समय में परिवार को संवेदनाएं। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और बीजेपी नेता बैजयंत पांडा ने भी श्रद्धांजलि दी। पांडा ने कहा कि सागर की आवाज ओडिशा की आत्मा थी।
सोशल मीडिया पर प्रशंसक बाढ़ की तरह शोक संदेश भेज रहे हैं। ट्विटर पर HumaneSagarRIP ट्रेंड कर रहा है। एक फैन ने लिखा, तुम्हारी आवाज अब भी गूंज रही है, लेकिन चेहरा न दिखेगा यह सोचकर आंसू आ जाते हैं। ओलिवुड के कलाकारों ने श्रद्धांजलि सभा बुलाई है। भुवनेश्वर में उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जहां हजारों लोग पहुंचे। कई सितारों ने उनके गाने गाकर श्रद्धांजलि दी। ओड़िया चैनल्स जैसे ओडिशा टीवी और कलिंगाटीवी ने विशेष कवरेज किया। एआईएमएस के डॉक्टर श्रीकांत बेहेरा ने बताया कि सागर की हालत तीन दिनों से क्रिटिकल थी। एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट सिस्टम लगाने के बावजूद वे बच नहीं सके। मौत का कारण मल्टी-ऑर्गन फेलियर बताया गया, जो कई बीमारियों का संयोजन था।
ह्यूमैन सागर की विरासत ओड़िया संगीत को नई ऊंचाइयों पर ले गई। वे सिर्फ गायक नहीं, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा थे। उनकी गीतों में ओडिशा की मिट्टी की खुशबू थी, जो प्यार, दर्द और खुशी को बयां करती थी। लोकप्रिय गाने जैसे मू आजी बी भला पउची तते, हेले की प्रेमा, इश्क तू ही तू, ई मना मो मना और केमिति भुलिबि से अभूला दिना आज भी प्लेलिस्ट में हैं। उन्होंने ओड़िया पॉप को नया आयाम दिया और हिंदी एल्बम से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। राजनीति में प्रवेश से उन्होंने सामाजिक मुद्दों पर आवाज उठाई। उनकी मौत ने साबित किया कि जीवन छोटा हो सकता है, लेकिन योगदान अमर। ओडिशा सरकार ने उनके सम्मान में एक कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की है।
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