पुरी: इंस्टाग्राम रील के चक्कर में ट्रेन की चपेट में आया किशोर, जान गंवाई; दोस्त का वीडियो वायरल। 

ओडिशा के पुरी जिले के जनकादेपुर रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार शाम को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। 15 वर्षीय किशोर बिस्वजीत साहू अपनी मां के साथ दक्षिणकाली मंदिर के दर्शन

Oct 23, 2025 - 14:01
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पुरी: इंस्टाग्राम रील के चक्कर में ट्रेन की चपेट में आया किशोर, जान गंवाई; दोस्त का वीडियो वायरल। 
पुरी: इंस्टाग्राम रील के चक्कर में ट्रेन की चपेट में आया किशोर, जान गंवाई; दोस्त का वीडियो वायरल। 

ओडिशा के पुरी जिले के जनकादेपुर रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार शाम को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। 15 वर्षीय किशोर बिस्वजीत साहू अपनी मां के साथ दक्षिणकाली मंदिर के दर्शन करने गया था। दर्शन के बाद लौटते समय वह दोस्तों के साथ रेलवे ट्रैक के पास रुक गया। इंस्टाग्राम रील बनाने के जुनून में बिस्वजीत ट्रेन के करीब खड़ा हो गया। तभी तेज रफ्तार ट्रेन ने उसे टक्कर मार दी। चोटें इतनी गंभीर थीं कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी सांसें थम गईं। घटना की पूरी वीडियो उसके दोस्त के मोबाइल में कैद हो गई, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। रेलवे पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रारंभिक जांच में यह साफ हो गया कि हादसा किशोर की लापरवाही और रेलवे सुरक्षा नियमों की अनदेखी से हुआ। यह घटना सोशल मीडिया के खतरों को फिर से सामने ला रही है, जहां युवा प्रसिद्धि के लिए जान जोखिम में डाल रहे हैं।

घटना मंगलवार शाम करीब 5 बजे जनकादेपुर रेलवे स्टेशन के ओवरब्रिज के पास चंदनपुर पुलिस स्टेशन क्षेत्र में घटी। बिस्वजीत साहू पुरी शहर के मंगलाघाट इलाके का रहने वाला था। वह 10वीं कक्षा का छात्र था और सोशल मीडिया पर वीडियो बनाना उसका शौक था। उसके दोस्तों ने बताया कि मंगलवार को बिस्वजीत अपनी मां के साथ सखीगोपाल के बिरगाबिंदापुर स्थित दक्षिणकाली मंदिर गया। मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद वे कमरूपा मंदिर बिरप्रतापुर भी गए। वहां से लौटते समय बिस्वजीत के दोस्तों ने सुझाव दिया कि रेलवे स्टेशन के पास एक रील बनाई जाए। वे जनकादेपुर स्टेशन पहुंचे। बिस्वजीत ने ट्रेन को बैकग्राउंड में रखकर वीडियो शूट करने का फैसला किया। वह ट्रैक के बिल्कुल करीब खड़ा हो गया। उसके दोस्त दूरी पर मोबाइल से शूटिंग कर रहे थे। तभी खड़गपुर से पुरी आ रही एक पैसेंजर ट्रेन तेज गति से पहुंची। बिस्वजीत को ट्रेन की आवाज सुनाई दी, लेकिन वह पीछे हटने के बजाय पोज मारने लगा। ट्रेन ने उसे जोरदार धक्का दे दिया। दोस्तों ने चिल्लाकर चेतावनी दी, लेकिन देर हो चुकी थी।

वीडियो में साफ दिख रहा है कि बिस्वजीत ट्रैक पर खड़ा है और ट्रेन दूर से आ रही है। वह मुस्कुराते हुए हाथ हिला रहा है। जैसे ही ट्रेन करीब पहुंची, वह हवा में उछल गया। उसके दोस्त चीख पड़े। वीडियो अचानक कट जाती है। स्थानीय लोग दौड़कर पहुंचे। उन्होंने बिस्वजीत को ट्रैक से हटाया और पुरी जिला मुख्यालय अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। दोस्तों ने मां को फोन किया। मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उन्होंने बताया कि बेटा बहुत उत्साही था। सोशल मीडिया पर उसके 500 से ज्यादा फॉलोअर्स थे। वह रोज रील बनाता था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। चंदनपुर थाने के प्रभारी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। किशोर ट्रैक पर खड़े होने के कारण ऐसा हुआ। कोई अन्य लापरवाही नहीं दिख रही। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। रिपोर्ट में सिर और छाती पर गंभीर चोटें बताई गईं।

यह वीडियो दोस्त ने सबसे पहले इंस्टाग्राम पर शेयर किया। कैप्शन था, भाई चला गया। देखो कैसे। अब तक इसे लाखों व्यूज मिल चुके हैं। सोशल मीडिया पर लोग सदमे में हैं। एक यूजर ने लिखा कि रील की होड़ में जान गंवाई। माता-पिता को जागरूक करना चाहिए। दूसरा बोला कि रेलवे ट्रैक पर बोर्ड लगे हैं, फिर भी अनदेखा किया। कई ने वीडियो डिलीट करने की मांग की। पुलिस ने भी चेतावनी दी कि ऐसी वीडियो शेयर न करें। पुरी के एसपी ने कहा कि हम सोशल मीडिया कंपनियों से संपर्क करेंगे। वायरल वीडियो से अन्य युवा प्रेरित न हों। ओडिशा में ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। हाल ही में पुरी के गोल्डन बीच पर एक युवक ने स्कूटर समुद्र में चलाकर रील बनाई। वह बाल-बाल बच गया। इससे पहले बौध जिले में तीन किशोरों ने ट्रेन के नीचे लेटकर स्टंट किया। उन्हें हिरासत में लिया गया। विशेषज्ञ कहते हैं कि सोशल मीडिया एल्गोरिदम वायरल कंटेंट को बढ़ावा देता है, जिससे युवा जोखिम लेते हैं।

पुरी जिला ओडिशा का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां जगन्नाथ मंदिर के कारण लाखों पर्यटक आते हैं। जनकादेपुर स्टेशन पुरी का एक छोटा स्टेशन है, जो चंदनपुर से सटा हुआ है। यहां रोजाना दर्जनों ट्रेनें गुजरती हैं। रेलवे ने ट्रैक के आसपास फेंसिंग और चेतावनी बोर्ड लगाए हैं। लेकिन युवा इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। ग्रामीण विकास अधिकारी ने कहा कि हम स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाएंगे। माता-पिता को बच्चों के फोन चेक करने चाहिए। बिस्वजीत का परिवार गरीब है। पिता मजदूरी करते हैं। मां घर संभालती है। भाई-बहन पढ़ते हैं। हादसे के बाद पड़ोसी मदद को पहुंचे। कलेक्टर ने परिवार को 50 हजार रुपये की सहायता देने का ऐलान किया। रेलवे ने भी 2 लाख का मुआवजा देने का वादा किया। लेकिन परिवार का कहना है कि पैसे से बेटा वापस नहीं आएगा। मां ने कहा कि वह मंदिर गया था, भगवान ने बुला लिया।

यह घटना रेलवे सुरक्षा पर सवाल खड़ी कर रही है। ओडिशा में पिछले साल 200 से ज्यादा लोग ट्रेन दुर्घटनाओं में मारे गए। ज्यादातर ट्रैक क्रॉसिंग पर। रेलवे ने कवच सिस्टम लगाने का प्लान बनाया है, लेकिन छोटे स्टेशनों पर देरी हो रही। एनजीओ ने अपील की कि ट्रैक के पास साइनलिंग मजबूत करें। सोशल मीडिया कंपनियों को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। वे खतरनाक वीडियो पर चेतावनी दें। भारत में रील से जुड़ी मौतें बढ़ रही हैं। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में भी ऐसे मामले हुए। विशेषज्ञों का कहना है कि युवाओं को एजुकेशनल कंटेंट पर फोकस करें। प्रसिद्धि से ज्यादा जीवन महत्वपूर्ण है। पुरी प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया। लोग ऐसी घटनाओं की सूचना दें।

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