Ayodhya News: गुमनामी बाबा की 39वीं पुण्यतिथि- गुमनामी बाबा वास्तव में नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे- हिंदू महासभा
केंद्र सरकार से इस रहस्य पर पड़ी धुंध को साफ करने की मांग की।
अयोध्या। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय ने गुमनामी बाबा की 39वीं पुण्यतिथि के अवसर पर यह दावा किया कि गुमनामी बाबा वास्तव में नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे। यह कार्यक्रम अयोध्या के गुप्तार घाट पर उनकी समाधि स्थल पर आयोजित किया गया था, जहाँ श्री पांडेय ने पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने केंद्र सरकार से इस रहस्य पर पड़ी धुंध को साफ करने की मांग की, जिससे देश के असंख्य नेताजी भक्तों को सत्य का पता चल सके। पांडेय ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने अपना संपूर्ण जीवन देश की सेवा के लिए समर्पित कर दिया था, और उनका अंत समय गुमनाम रहकर व्यतीत होना राष्ट्र के लिए अत्यंत शर्मनाक है।
इस अवसर पर हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष महंत रामलोचन शरण शास्त्री ने भी गुमनामी बाबा और नेताजी के बीच कई समानताओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि दोनों में कई साक्ष्य और सबूत मेल खाते हैं, जो इस बात को सिद्ध करते हैं कि गुमनामी बाबा ही नेताजी थे।
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इस कार्यक्रम में अधिवक्ता आदर्श मिश्रा और अधिवक्ता अतुल पाठक ने भी अपनी राय व्यक्त की। मिश्रा ने कहा कि गुमनामी बाबा के विलक्षण व्यक्तित्व से ही स्पष्ट होता है कि वे नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे। वहीं, अतुल पाठक ने केंद्र सरकार से नेताजी और गुमनामी बाबा के रहस्य पर से पर्दा उठाने की मांग की है। पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में हिंदू महासभा के जिला महामंत्री चंद्रहास दीक्षित, हीरामणि पांडेय, मनोज सिंह, अतुल गुप्ता, और अन्य प्रमुख लोग शामिल रहे।
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