मसूरी: ईओ ने प्रदीप भंडारी को 25 लाख रुपये की मानहानि का भेजा नोटिस, प्रदीप भंडारी ने दिया जबाब

Aug 1, 2024 - 23:48
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मसूरी: ईओ ने प्रदीप भंडारी को 25 लाख रुपये की मानहानि का भेजा नोटिस, प्रदीप भंडारी ने दिया जबाब



मसूरी.

नगर पालिका अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप भंडारी द्वारा लगाए गए आरोपों के खिलाफ 25 लाख का मानहानि का कानूनी नोटिस दिया है। वही प्रदिप भंडारी ने कहा कि उनके द्वारा पालिका में गौशाला के ऊपर बने फलेटस में हुए घोटालों के लेकर शहरी विकास को शिकायत की गई थी वह इसमें कोई  मानहानि नहीं है अगर अधिशासी अधिकारी साफ है तो जांच से क्यों डर रहे है।


मसूरी नगर पालिका अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने कहा कि प्रदीप भंडारी द्वारा उनपर बिना सबूत के झडीपानी गौशाला के ऊपर बने फ्लैट के आवंटन को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए है जो बेबुनियाद है और इससे उनकी छवि को धूमिल हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदीप भंडारी ने झडीपानी गौशाला में 75 लाख के घोटाले का आरोप लगाया है, जबकि नगर पालिका बोर्ड ने गौशाला निर्माण का प्रस्ताव पारित किया था जिसे शासन को भेजा गया व शासन ने 49 लाख 50 की धनराशि स्वीकृत की , जिसका ई टेंडर 17 अक्टूबर 2020 को लगाया गया जिसके बनने के बाद एक और ई टेंडर 16 अगस्त 2022 को गौशाला के बचे कार्य व उपर 10 कमरे बनाने का लगाया गया। दोनों टेंडर जब हुए तब तक उनकी पोस्टिंग नगर पालिका में नहीं हुई थी। उन्होंने बताया कि उनकी तैनाती मसूरी नगर पालिका परिषद में 22 अगस्त 2022 को हुई । उन्होंने बताया कि गौशाला के ऊपर दस कमरे अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम के तहत बनाये जाने थे जिसमें से पांच फलेटस आवंटित हो गये थे जिनकी बाकायदा निविदाएं आमंत्रित की गई थीं वही इस बीच एमडीडीए ने गौशाला के ऊपर बने फलेटस की सीलिंग की कार्रवाई की गई जिसमें कुछ कमरे सील कर दिये गए थे ।उन्होंनेे कहा कि प्रदीप भंडारी द्वारा बिना सबूतों के आरोप लगाकर उनकी छवि धूमिल की गई है जिस पर उन्होंने 25 लाख रुपये की मानहानि का नोटिस प्रदीप भंडारी को भेजा है उन्होने कहा कि अगर सात दिनों के भीतर नोटिस का जबाब नही मिलता है तो उसके बाद कानूनी कार्यवाही की जायेगी।

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सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि उन्हें अभी अधिशासी अधिकारी को कोई भी नोटिस नहीं मिला है । उन्होने कहा कि नोटिस मिलने के बाद सबूतों के साथ जवाब दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि गौशाला के ऊपर बने फलेटस को लेकर पालिका द्वारा बडा भ्रष्टाचार किया गया हैं। उन्होने कहा कि मीडिया में दिये गए बयानों में अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी कह रहे है कि उनकी तैनाती 22 अगस्त को मसूरी पालिका में हुई थी और गौशाला को लेकर सभी कार्यवाही उससे पहले हो गई थी तो 11 मई 2023 गौशाला के ऊपर बने फलेटस को लेकर टेंडर काल क्यो किये गए थे। उन्होने कहा कि समय पर सभी जबाब दिये जायेगे वही अधिशासी अधिकारी उनके द्वारा किये गए घोटाले को दबाने के लिए  उन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा जांच की मांग की गई है अगर अधिशासी अधिकारी सही है तो जांच से क्यों डर रहे है। उन्होने कहा कि जल्द वह पालिका में हुए घोटालों और भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करेगे।

रिपोर्टर सुनील सोनकर

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