Barabanki : सत्ता नहीं सत्याग्रह के पुजारी थे लोकबंधु राजनारायण- वरिष्ठ नेता प्रमोद बाजपेई

समता ट्रस्ट के संस्थापक और समाजवादी चिंतक राजनाथ शर्मा ने कहा कि राजनारायण ने जातीय आधार पर मंदिरों में प्रवेश की रोक का विरोध किया और आंदोलन चलाया। उन्होंने

Dec 31, 2025 - 23:08
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Barabanki : सत्ता नहीं सत्याग्रह के पुजारी थे लोकबंधु राजनारायण- वरिष्ठ नेता प्रमोद बाजपेई
Barabanki : सत्ता नहीं सत्याग्रह के पुजारी थे लोकबंधु राजनारायण- वरिष्ठ नेता प्रमोद बाजपेई

बाराबंकी। गांधी भवन में समता ट्रस्ट ने प्रखर समाजवादी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री लोकबंधु राजनारायण की 39वीं पुण्यतिथि पर गोष्ठी आयोजित की। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद बाजपेई ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि राजनारायण आम आदमी की आवाज थे। वे अन्याय, जुल्म और शोषण के खिलाफ जीवन भर संघर्ष करते रहे। आमजन के लिए उन्होंने 17 साल जेल में गुजारे और पूरे जीवन में 80 बार जेल गए। ऐसा कोई मुद्दा नहीं रहा जिस पर उन्होंने आवाज न उठाई हो। वे सत्ता के बजाय सत्याग्रह के पुजारी थे।

उपस्थित लोगों ने राजनारायण के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प लिया। वरिष्ठ लेखक और पत्रकार धीरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव ने कहा कि पीडीए के असली नेता राजनारायण थे। आज उनकी कमी समाजवादियों को खल रही है। सदन विचार विहीन हो गया है। आम आदमी की पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं बचा। आज उनका हक और जमीन लूटी जा रही है, कल पानी भी लूट लिया जाएगा। आज जरूरत राजनारायण जैसे बनने की है ताकि अन्याय का मुकाबला किया जा सके।

समता ट्रस्ट के संस्थापक और समाजवादी चिंतक राजनाथ शर्मा ने कहा कि राजनारायण ने जातीय आधार पर मंदिरों में प्रवेश की रोक का विरोध किया और आंदोलन चलाया। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में दलितों को प्रवेश दिलाने और पूजा करने की लड़ाई लड़ी। आपातकाल के बाद बनी जनता पार्टी में यदि जगजीवन राम को प्रधानमंत्री बनाया जाता तो पार्टी नहीं टूटती और देश की ऐसी स्थिति नहीं आती। वरिष्ठ पत्रकार अनिल त्रिपाठी ने कहा कि राजनारायण ने समाज में समानता और समृद्धि की लड़ाई लड़ी। आजादी के बाद सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने के लिए लाठियां खाईं।

सभा का संचालन पाटेश्वरी प्रसाद ने किया। इस मौके पर समाजवादी पार्टी प्रदेश सचिव हुमायूं नईम खान, पूर्व कांग्रेस संगठन मंत्री शिवशंकर शुक्ला, भाकपा राज्य परिषद सदस्य रणधीर सिंह सुमन, समाजसेवी विनय कुमार सिंह, शिक्षाविद अशोक शुक्ला, वरिष्ठ अधिवक्ता शऊर कामिल किदवई, जमील उर रहमान, मृत्युंजय शर्मा, इरफान हुसैन, मनीष कुमार, राजेश यादव, सत्यवान वर्मा, कलीम खान, श्रीओम सिंह, मनीष सिंह, अंकित शर्मा, आयुष यादव, उमेश श्रीवास्तव सहित कई लोग मौजूद रहे।

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