चलती सड़क पर स्कूली बच्ची को बचाते गिरी बाइक, महिला सहित दो घायल लेकिन बच्ची को बचाया

घटना घुमारवीं के व्यस्त बाजार क्षेत्र में दोपहर करीब 1:30 बजे हुई। घुमारवीं बिलासपुर जिले का एक प्रमुख कस्बा है, जो राष्ट्रीय राजमार्ग 205 पर स्थित है। यहां स्कूल, बाजा

Sep 27, 2025 - 18:22
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चलती सड़क पर स्कूली बच्ची को बचाते गिरी बाइक, महिला सहित दो घायल लेकिन बच्ची को बचाया
चलती सड़क पर स्कूली बच्ची को बचाते गिरी बाइक, महिला सहित दो घायल लेकिन बच्ची को बचाया

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के घुमारवीं कस्बे में एक सड़क हादसे ने सड़क सुरक्षा और मानवीय संवेदनाओं की मिसाल कायम कर दी है। बुधवार दोपहर एक सीसीटीवी कैमरे में कैद इस घटना में एक बाइक सवार ने अपनी जान की परवाह न करते हुए सड़क पर अचानक आई एक स्कूली बच्ची को बचाने के लिए ब्रेक लगाया। इस प्रयास में बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई, जिससे चालक और उसके पीछे बैठी महिला दोनों घायल हो गए। खुशी की बात यह रही कि बच्ची पूरी तरह सुरक्षित रही। स्थानीय लोगों ने घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज चल रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जहां लोग बाइक सवार की बहादुरी की तारीफ कर रहे हैं। लेकिन यह घटना एक बार फिर सड़क पर पैदल चलने वालों, खासकर बच्चों की सुरक्षा को लेकर जागरूकता की जरूरत पर जोर दे रही है। घुमारवीं पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और चालान काटने की कार्रवाई की है।

घटना घुमारवीं के व्यस्त बाजार क्षेत्र में दोपहर करीब 1:30 बजे हुई। घुमारवीं बिलासपुर जिले का एक प्रमुख कस्बा है, जो राष्ट्रीय राजमार्ग 205 पर स्थित है। यहां स्कूल, बाजार और दुकानें होने के कारण सड़क पर हमेशा चहल-पहल रहती है। बाइक सवार, जिनकी पहचान 28 वर्षीय राजेश कुमार के रूप में हुई है, अपने बहनोई की पत्नी 25 वर्षीय सीमा देवी के साथ बाजार से लौट रहे थे। राजेश स्थानीय एक दुकान पर काम करते हैं, जबकि सीमा घरेलू कामकाजी महिला हैं। वे बाइक पर सवार होकर घर की ओर जा रहे थे। तभी सड़क किनारे से एक 10 वर्षीय स्कूली बच्ची, नाम नेहा (काल्पनिक नाम गोपनीयता के लिए), अचानक सड़क पर दौड़ पड़ी। नेहा पास के सरकारी प्राथमिक पाठशाला से लौट रही थी और खेलते हुए सड़क पार करने की कोशिश कर रही थी।

सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, राजेश ने बच्ची को देखते ही तुरंत ब्रेक दबा दिया। बाइक की रफ्तार ज्यादा होने के कारण वह पूरी तरह रुक नहीं पाई और सड़क पर फिसल गई। बाइक करीब 5-6 मीटर दूर जाकर पलट गई, जिससे राजेश और सीमा दोनों सड़क पर गिर पड़े। राजेश का दायां हाथ और घुटना चोटिल हो गया, जबकि सीमा को सिर पर गंभीर चोट लगी और उनका हाथ मोड़ गया। बच्ची सड़क किनारे खड़ी रह गई और बाल-बाल बच गई। आसपास के दुकानदारों ने शोर मचाया और तुरंत मदद के लिए दौड़े। एक दुकानदार ने बताया, 'हमने देखा कि बाइक सवार ने बच्ची को बचाने के लिए खुद को दांव पर लगा दिया। अगर ब्रेक न लगाते, तो बच्ची के पैरों तले कुचल जाती।' स्थानीय लोग घायलों को उठाकर नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सीमा को बिलासपुर क्षेत्रीय अस्पताल रेफर कर दिया गया। राजेश को सिर की चोट के कारण कुछ घंटे निगरानी में रखा गया, लेकिन अब वे खतरे से बाहर हैं।

वीडियो किसी दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया। यह फुटेज शाम को ही सोशल मीडिया पर अपलोड हो गया। एक्स (पूर्व ट्विटर) और फेसबुक पर हजारों लोग इसे शेयर कर चुके हैं। एक यूजर ने लिखा, 'सच्ची मानवता की मिसाल। आजकल लोग खुद को बचाते हैं, लेकिन यह भाई ने बच्ची को प्राथमिकता दी।' दूसरे ने कहा, 'सड़क सुरक्षा अभियान चलाने की जरूरत है। बच्चे अनजाने में सड़क पर आ जाते हैं।' वीडियो में साफ दिख रहा है कि सड़क पर पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ की कमी है, जो ऐसी घटनाओं को न्योता देती है। घुमारवीं पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राज कुमार ने बताया कि मामले में कोई बड़ी लापरवाही नहीं पाई गई, लेकिन चालान काटा गया है। उन्होंने कहा, 'बाइक सवार की बहादुरी सराहनीय है। हमने बच्ची के अभिभावकों को भी सलाह दी है कि स्कूल से लौटते समय सावधानी बरतें।' पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिया है और आगे जांच कर रही है।

हिमाचल प्रदेश में सड़क हादसे एक बड़ी समस्या हैं। राज्य परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में अब तक 2500 से अधिक हादसे हो चुके हैं, जिनमें 400 से ज्यादा मौतें हुई हैं। पहाड़ी रास्तों, तेज रफ्तार और पैदल चलने वालों की अनदेखी मुख्य कारण हैं। घुमारवीं जैसे छोटे कस्बों में स्कूलों के पास सड़कें संकरी हैं, जिससे खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि रिफ्लेक्टर साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर और जागरूकता कैंप से इसे कम किया जा सकता है। स्थानीय प्रशासन ने स्कूल प्रबंधनों को निर्देश दिए हैं कि बच्चों को सड़क सुरक्षा सिखाएं। नेहा की मां ने राजेश को धन्यवाद देते हुए कहा, 'आपने मेरी बेटी की जान बचाई। हमेशा याद रखेंगी।' बच्ची अब सामान्य है, लेकिन घटना ने उसे डरा दिया है।

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