बाराबंकी की होनहार बेटी पूजा पाल को डीएम ने किया सम्मानित: राष्ट्रपति से प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार प्राप्त कर लौटीं, युवाओं के लिए बनीं प्रेरणा स्रोत।
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले की प्रतिभाशाली बाल वैज्ञानिक पूजा पाल ने एक बार फिर जिले का नाम रोशन किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्रधानमंत्री
बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले की प्रतिभाशाली बाल वैज्ञानिक पूजा पाल ने एक बार फिर जिले का नाम रोशन किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2025 प्राप्त करने के बाद जनपद लौटने पर मंगलवार को जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट सभागार में उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया। यह उपलब्धि न केवल पूजा के लिए व्यक्तिगत गौरव का क्षण है, बल्कि ग्रामीण परिवेश से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाली बेटियों के लिए एक मजबूत प्रेरणा बन गई है। पूजा पाल ने धूल-रहित थ्रेसर (भूसा-धूल पृथक्करण यंत्र) का नवाचार विकसित किया है, जो किसानों के लिए धूल से मुक्ति दिलाने और स्वास्थ्य समस्याओं को कम करने में सहायक है। इस नवाचार के लिए उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी श्रेणी में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में यह सम्मान प्रदान किया गया। पूजा ने जिलाधिकारी के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने व्यक्तिगत रूप से उनसे बातचीत की, उनके आविष्कार की प्रशंसा की और आगे भी नवाचार के क्षेत्र में निरंतर प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया।
पूजा ने कहा, "प्रधानमंत्री जी से मिला मार्गदर्शन और उनकी सराहना मेरे लिए जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा है। इससे मुझे भविष्य में वैज्ञानिक बनकर और बड़े नवाचार करने का आत्मविश्वास मिला है।" उनकी यह सफलता इसलिए और भी विशेष है क्योंकि वे एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता दिहाड़ी मजदूर हैं और मां प्राथमिक विद्यालय में रसोईया के रूप में कार्यरत हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद शिक्षक राजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में पूजा ने यह मुकाम हासिल किया। पहले भी उनका यह मॉडल राष्ट्रीय स्तर पर इंस्पायर अवार्ड प्राप्त कर चुका है और जापान के सकूरा साइंस प्रोग्राम में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला था।
जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने पूजा की इस उपलब्धि को जनपद के लिए गर्व का विषय बताते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की बेटियां भी सही अवसर और मार्गदर्शन मिलने पर विश्व स्तर पर नवाचार कर सकती हैं। उन्होंने पूजा के उज्जवल भविष्य की कामना की और कहा कि जिला प्रशासन ऐसी प्रतिभाओं को आगे भी हरसंभव सहयोग प्रदान करेगा। डीएम ने यह भी जोड़ा कि पूजा की सफलता जिले के युवाओं, विशेषकर छात्र-छात्राओं को विज्ञान, अनुसंधान और नवाचार की ओर प्रेरित करेगी।
युवाओं के लिए प्रेरणा स्तंभ
पूजा पाल की यह उपलब्धि मात्र एक पुरस्कार नहीं, बल्कि एक संदेश है कि दृढ़ संकल्प और मेहनत से कोई भी बाधा पार की जा सकती है। जनपद में लौटने पर उनका जोरदार स्वागत हुआ और वे युवाओं के लिए आदर्श बन गई हैं। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। पूरे आयोजन में उत्साह और गर्व का माहौल रहा। पूजा की कहानी साबित करती है कि भारत की बेटियां न केवल सपने देख सकती हैं, बल्कि उन्हें साकार कर देश को गौरवान्वित भी कर सकती हैं।
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