छत्रपति संभाजीनगर: जालना रोड पर बिना रजिस्ट्रेशन की बाइक से खतरनाक स्टंट, युवक का वीडियो वायरल, पुलिस ने शुरू की जांच।
छत्रपति संभाजीनगर शहर के व्यस्त जालना रोड पर एक युवक द्वारा की गई जानलेवा बाइक स्टंट की घटना ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है। वीडियो में युवक बिना रजिस्ट्रेशन वाले दोपहिया
छत्रपति संभाजीनगर शहर के व्यस्त जालना रोड पर एक युवक द्वारा की गई जानलेवा बाइक स्टंट की घटना ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है। वीडियो में युवक बिना रजिस्ट्रेशन वाले दोपहिया वाहन पर जोखिम भरे करतब दिखाता नजर आ रहा है, जबकि उसका साथी मोबाइल से पूरी घटना को रिकॉर्ड कर रहा होता है। यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया है और शहर की ट्रैफिक पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। घटना 3 अक्टूबर 2025 को शाम के समय की बताई जा रही है, जब जालना रोड पर ट्रैफिक चरम पर था। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वीडियो के वायरल होते ही पुलिस ने युवक की तलाश शुरू कर दी है। यह घटना सड़क सुरक्षा को लेकर बढ़ती लापरवाही का उदाहरण बन गई है।
छत्रपति संभाजीनगर, जो पहले औरंगाबाद के नाम से जाना जाता था, महाराष्ट्र का एक प्रमुख शहर है। जालना रोड यहां का सबसे व्यस्त मार्ग है, जो शहर को जालना जिले से जोड़ता है। इस सड़क पर रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं, जिसमें स्कूल वैन, प्राइवेट कारें और कमर्शियल वाहन शामिल हैं। व्यस्त समय में यहां ट्रैफिक जाम आम है। ऐसे में खतरनाक स्टंट करना न केवल यात्रियों के लिए खतरा है, बल्कि आसपास के लोगों की जान को भी जोखिम में डालता है। वीडियो में दिख रहा युवक, जिसकी उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच बताई जा रही है, बाइक को एक हाथ से चलाते हुए व्हीलिंग करता है। वह बिना हेलमेट के सवार है और बाइक का नंबर प्लेट भी ढका हुआ लग रहा है। साथी युवक साइड से वीडियो बनाता है और हंसते हुए कमेंट्री करता है। वीडियो की शुरुआत में "स्टंट किंग" जैसे शब्द सुनाई देते हैं, जो युवाओं में सोशल मीडिया फेम के लिए बढ़ते जुनून को दर्शाता है।
वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर सबसे पहले शेयर हुआ। कुछ ही घंटों में इसे हजारों व्यूज मिल गए। स्थानीय लोग इसे शेयर करते हुए पुलिस से शिकायत करने लगे। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि जालना रोड पर बच्चे स्कूल से लौट रहे थे और यह स्टंट देखकर वे डर गए। एक अन्य ने कहा कि अगर बाइक अनियंत्रित हो जाती, तो बड़ा हादसा हो सकता था। वीडियो की लंबाई करीब 30 सेकंड है, जिसमें युवक बाइक को 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाते हुए अगला पहिया हवा में उठा लेता है। बिना रजिस्ट्रेशन का मतलब है कि वाहन पर आरटीओ से कोई नंबर नहीं है, जो मोटर व्हीकल एक्ट के तहत गंभीर अपराध है। महाराष्ट्र पुलिस के अनुसार, ऐसे वाहनों पर 10 हजार रुपये तक का जुर्माना और वाहन जब्ती का प्रावधान है।
पुलिस ने वीडियो के आधार पर जांच शुरू कर दी है। छत्रपति संभाजीनगर के साइबर सेल और ट्रैफिक पुलिस ने मिलकर युवक की पहचान करने का प्रयास किया है। वीडियो में बैकग्राउंड से कुछ लैंडमार्क दिख रहे हैं, जैसे पास का एक शोरूम और ट्रैफिक सिग्नल। इससे लोकेशन की पुष्टि हो गई। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। अगर स्टंट से किसी को चोट लगी हो, तो मामला और गंभीर हो जाएगा। महाराष्ट्र में पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं। उदाहरण के लिए, पुणे में एक युवक को इसी तरह के स्टंट के लिए गिरफ्तार किया गया था। वहां पुलिस ने वाहन को स्क्रैप कर दिया। छत्रपति संभाजीनगर में भी अब सख्ती की उम्मीद है। ट्रैफिक विभाग ने जालना रोड पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी है।
यह घटना युवाओं में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को उजागर करती है। आजकल कंटेंट क्रिएटर्स बनने की होड़ में कई युवा जोखिम भरे काम करते हैं। इंस्टाग्राम रील्स और यूट्यूब शॉर्ट्स पर स्टंट वीडियो को लाखों व्यूज मिलते हैं, जिससे लाइक्स और फॉलोअर्स बढ़ते हैं। लेकिन इसके पीछे छिपा खतरा गंभीर है। सड़क परिवहन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर साल 1.5 लाख सड़क हादसे होते हैं, जिनमें से 40 प्रतिशत दोपहिया वाहनों से जुड़े हैं। तेज रफ्तार और स्टंट मुख्य कारण हैं। महाराष्ट्र सरकार ने 2025 में "सुरक्षित सड़क अभियान" शुरू किया है, जिसमें स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो रोकना चुनौती है।
स्थानीय लोग इस घटना से नाराज हैं। जालना रोड पर एक दुकानदार ने कहा कि रोजाना यहां 100 से ज्यादा स्कूली बच्चे गुजरते हैं। स्टंट करने वाले युवक को सजा मिलनी चाहिए, ताकि बाकी सबके लिए उदाहरण बने। एक महिला ने बताया कि वे अपने बच्चे को इसी रोड से स्कूल छोड़ने जाती हैं और अब डर लगता है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने वीडियो शेयर करते हुए हैशटैग #StopBikeStunts #RoadSafetyFirst का इस्तेमाल किया। कुछ ने पुलिस की तारीफ की कि वे तुरंत एक्शन ले रही हैं। लेकिन कई ने सवाल उठाया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी जिम्मेदार ठहराया जाए। भारत सरकार ने आईटी एक्ट के तहत ऐसी खतरनाक सामग्री पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस की जांच में पता चला है कि बाइक संभवतः मॉडिफाई की गई है। स्टंट के लिए हैंडल और टायर बदल दिए गए लगते हैं, जो अवैध है। आरटीओ नियमों के अनुसार, बिना अनुमति मॉडिफिकेशन पर 5 हजार जुर्माना होता है। युवक का साथी भी उतना ही जिम्मेदार है, क्योंकि वह वीडियो बनाकर अपलोड कर रहा था। अगर वीडियो से किसी की पहचान हो जाती, तो प्राइवेसी का मुद्दा भी उठ सकता है। छत्रपति संभाजीनगर में पिछले साल 500 से ज्यादा ट्रैफिक उल्लंघन के मामले दर्ज हुए, जिनमें स्टंट से जुड़े 50 थे। पुलिस ने अभियान चलाकर 200 बाइकें जब्त कीं। अब इस वायरल वीडियो के बाद और सख्ती होगी।
शहर के युवा संगठनों ने भी प्रतिक्रिया दी है। एक एनजीओ ने कहा कि वे युवाओं के लिए वर्कशॉप आयोजित करेंगे, जहां सड़क सुरक्षा सिखाई जाएगी। स्कूलों में सेशन होंगे, जिसमें स्टंट के खतरे बताए जाएंगे। अभिभावकों को भी जागरूक किया जाएगा। महाराष्ट्र ट्रैफिक पुलिस ने सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया है, जिसमें "एक गलती, जिंदगी भर का दर्द" जैसे स्लोगन हैं। इस घटना ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। जालना रोड अब सामान्य हो गया, लेकिन यादें ताजा हैं। उम्मीद है कि यह चेतावनी बनेगी और युवा समझेंगे कि फेम के चक्कर में जान जोखिम में न डालें।
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