Deoband : दून वैली पब्लिक स्कूल में दीपावली मेले की धूम
मेले में स्कूल के बच्चों ने 100 से अधिक स्टॉलों पर अपने हस्तशिल्प उत्पाद, खाद्य स्टॉल और खेलों का प्रदर्शन किया। उन्होंने व्यापार के जरिए 'खरी कमाई' के इस
देवबंद : दून वैली पब्लिक स्कूल में दीपावली के अवसर पर भारत सरकार की स्किल डेवलपमेंट पहल को बढ़ावा देते हुए उद्यमिता विकास पर आधारित एक भव्य मेला (खरी कमाई) आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. डी.के. जैन (वरिष्ठ चिकित्सक और समाजसेवी), चौधरी राजपाल (चेयरमैन, कोऑपरेटिव बैंक), अरुण गुप्ता (नगर अध्यक्ष, भाजपा, देवबंद), विनोद गुप्ता, श्याम कुमार, जमाल अंसारी (समाजसेवी), डॉ. जरीन, डॉ. रिन्किया चौधरी (सीएचसी, देवबंद), स्कूल के चेयरमैन राजकिशोर गुप्ता, प्रधानाचार्य सीमा शर्मा, डायरेक्टर अनुराग सिंघल और मैनेजर सुमन सिंघल ने दीप जलाकर और फीता काटकर किया।
मेले में स्कूल के बच्चों ने 100 से अधिक स्टॉलों पर अपने हस्तशिल्प उत्पाद, खाद्य स्टॉल और खेलों का प्रदर्शन किया। उन्होंने व्यापार के जरिए 'खरी कमाई' के इस आयोजन को शानदार तरीके से प्रस्तुत किया। देश-विदेश के प्रसिद्ध उद्यमियों का प्रतिनिधित्व करते हुए बच्चों ने अतिथियों को मेले का उद्देश्य बताया और इसका भ्रमण करवाया।
दीपावली के लिए उपयोग होने वाली सजावटी वस्तुओं, दीयों, मोमबत्तियों और झालरों से 'जगमग कलाकृति बाजार' जीवंत नजर आया। 'फ्लेवर्स ट्रीट' में बच्चों द्वारा बनाए गए व्यंजनों का आगंतुकों ने खूब आनंद लिया।
खेलों के स्टॉल अंत तक बच्चों से भरे रहे। स्कूल के कला विभाग ने मेले को आकर्षक ढंग से सजाया, जिसने सभी का ध्यान खींचा। संगीत विभाग के स्टॉल पर आगंतुकों ने माइक पर गायन का हुनर दिखाया। फैंसी ड्रेस में सजे छोटे बच्चों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति और रचनात्मक वेशभूषा से सबका दिल जीत लिया। उनकी रंग-बिरंगी पोशाकें और उत्साह देखकर दर्शक तालियां बजाने से खुद को रोक नहीं पाए।
लकी कूपन ड्रॉ मेले का मुख्य आकर्षण रहा, जिसमें हर घंटे 10 लोगों को पुरस्कार दिए गए। इसने मेले में मौजूद लोगों का उत्साह और बढ़ा दिया, और सभी अगली घोषणा का बेसब्री से इंतजार करते दिखे। पूरे कार्यक्रम में करेंसी एक्सचेंज, प्राथमिक चिकित्सा, पूछताछ और खोया-पाया जैसे स्टॉलों पर स्टाफ और छात्र अपनी जिम्मेदारियों में व्यस्त रहे।
कार्यक्रम के अंत में चेयरमैन राजकिशोर गुप्ता और प्रधानाचार्य सीमा शर्मा ने बताया कि इस मेले का उद्देश्य बच्चों में आत्मनिर्भरता, स्टार्टअप क्रांति का हिस्सा बनने, बेरोजगारी कम करने, और सफल उद्यमी बनने की प्रेरणा देना है।
साथ ही, टीमवर्क, आत्मविश्वास, वित्तीय साक्षरता और धैर्य जैसे गुण सिखाकर एक बेहतर जीवन की नींव रखना है, ताकि बच्चे नौकरी की कतार में न खड़े हों, बल्कि दूसरों को रोजगार दे सकें। डायरेक्टर अनुराग सिंघल ने कहा कि इस मेले का लक्ष्य बच्चों में उद्यमिता को प्रोत्साहित करना है, ताकि वे व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त कर समाज में योगदान देने वाले सक्षम नागरिक बनें।
अभिभावकों और गणमान्य व्यक्तियों ने मेले का अवलोकन किया और बच्चों के कार्य-कौशल व प्रतिभा की सराहना की।
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