Hardoi News: हरदोई के अतुल ज्वैलर्स से 19 किलो सोने की चोरी मामले से जुड़े व्यक्ति ने किया सुसाइड, कर्मचारी बालकृष्ण पांडेय फरार, दूसरे को बचाया गया, जांच जारी
हरदोई पुलिस ने बताया, "हमारी कई टीमें बालकृष्ण की तलाश में जुटी हैं। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, और हमें जल्द ही आरोपी तक पहुंचने की उम्मीद है।" पुलिस ...
हरदोई के अतुल ज्वैलर्स चोरी कांड: मुख्य हाइलाइट्स
- घटना: हरदोई के सिनेमा रोड पर अतुल ज्वैलर्स से 19 किलोग्राम सोने की चोरी, कर्मचारी बालकृष्ण पांडेय फरार।
- आरोप लगाया गया: बालकृष्ण ने लंबे समय तक 20-30 ग्राम सोना चुराकर और कम कैरेट के जेवर देकर ठगी की। चोरी में 3 किलो दस्तावेजी और 16 किलो बिना दस्तावेज वाला सोना शामिल।
- पुलिस कार्रवाई: 23 मई 2025 को FIR दर्ज, कई टीमें तलाश में जुटी, सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, लेकिन आरोपी का अभी तक कोई सुराग नहीं।
- सवाल: 16 किलो बिना दस्तावेज सोने की मौजूदगी और GST विभाग की चुप्पी पर सवाल। इतनी बड़ी चोरी दुकान मालिक की नजर से कैसे बची?
- संबंधित घटना: सरायं थोक पश्चिमी में कर्मचारी अरविंद गुप्ता की आत्महत्या और अरुण का आत्महत्या प्रयास, जांच में संभावित कड़ी की तलाश।
- प्रभाव: व्यापारिक समुदाय में हड़कंप, टैक्स चोरी और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल।
By INA News Hardoi.
हरदोई : हरदोई के सिनेमा रोड पर स्थित प्रतिष्ठित सराफा शोरूम अतुल ज्वैलर्स से 19 किलोग्राम सोने की चोरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें दुकान का पुराना कर्मचारी बालकृष्ण पांडेय मुख्य आरोपी है। चोरी गए जेवरों में 16 किलोग्राम बिना दस्तावेज वाला सोना शामिल है, जिसने टैक्स चोरी और GST नियमों के उल्लंघन के गंभीर सवाल खड़े किए हैं। दुकान मालिक की तहरीर पर कोतवाली शहर पुलिस ने FIR दर्ज की है, लेकिन फरार बालकृष्ण का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। इस घटना ने शहर के व्यापारिक समुदाय में हड़कंप मचा दिया है, और जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं।
सिनेमा रोड पर अतुल ज्वैलर्स के मालिक शिवम कपूर ने 23 मई 2025 को कोतवाली शहर पुलिस में तहरीर दी, जिसमें आरोप लगाया कि उनका कर्मचारी बालकृष्ण पांडेय, निवासी मुहल्ला सरायं थोक पश्चिमी, कई वर्षों से दुकान पर काम कर रहा था। उसे जेवरों की देखरेख और ग्राहकों से लेनदेन की जिम्मेदारी दी गई थी, जिसके चलते मालिक का उस पर पूरा भरोसा था। 22 मई 2025 को बालकृष्ण ने दुकान से कीमती सोने के जेवर लिए और कथित तौर पर ग्राहकों को दिखाने के लिए बाहर गया। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा, और उसका मोबाइल फोन बंद पाया गया।
आरोप लगाया गया है कि बालकृष्ण ने सुनियोजित तरीके से चोरी को अंजाम दिया। उसने एक बार में भारी मात्रा में जेवर नहीं चुराए, बल्कि लंबे समय से 20-30 ग्राम सोना चुराकर ग्राहकों को कम कैरेट के जेवर देकर ठगी की। पुलिस सूत्रों के अनुसार, चोरी गए जेवरों की कुल मात्रा 19 किलोग्राम है, जिसमें 3 किलोग्राम दस्तावेजी सोना और 16 किलोग्राम बिना दस्तावेज वाला सोना शामिल है। इस बिना दस्तावेज वाले सोने को अन्य राज्यों से लाया गया बताया जा रहा है, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये में आंकी जा रही है।
शिवम कपूर की तहरीर पर कोतवाली शहर पुलिस ने बीते 23 मई को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 303(2) (चोरी) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत बालकृष्ण पांडेय के खिलाफ FIR दर्ज की। पुलिस ने दुकान के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन अभी तक आरोपी का कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। पुलिस अधीक्षक (SP) नीरज कुमार जादौन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) नृपेंद्र को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है।
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हरदोई पुलिस ने बताया, "हमारी कई टीमें बालकृष्ण की तलाश में जुटी हैं। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, और हमें जल्द ही आरोपी तक पहुंचने की उम्मीद है।" पुलिस ने महाराजा सिंह पार्क के पास बालकृष्ण के पिता छोटे के घर पर छापेमारी की, जहां कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया। इसके अलावा, दुकान के दो अन्य कर्मचारी, अरविंद गुप्ता और अरुण, भी जांच के दायरे में हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने लखनऊ, कानपुर, और अन्य पड़ोसी जिलों में भी तलाशी अभियान शुरू किया है, क्योंकि संदेह है कि बालकृष्ण हरदोई छोड़कर भाग गया हो। बालकृष्ण के परिवार का अतुल ज्वैलर्स के साथ लंबा रिश्ता रहा है। उसके बड़े भाई राधाकृष्ण 26 वर्षों से और पिता छोटे 25 वर्षों से दुकान में काम कर रहे हैं।
16 किलो बिना दस्तावेज सोने पर सवाल
चोरी गए 19 किलोग्राम सोने में से 16 किलोग्राम बिना दस्तावेज वाला होना अपने आप में एक बड़ा सवाल है। सूत्रों के अनुसार, यह सोना अन्य राज्यों से लाया गया था, लेकिन इसके लिए कोई वैधानिक कागजात नहीं हैं। यह स्थिति टैक्स चोरी और GST नियमों के उल्लंघन की ओर इशारा करती है। सवाल उठता है कि क्या यह बिना दस्तावेज वाला सोना टैक्स के दायरे से बचने के लिए रखा गया था, या इसके पीछे कोई और साजिश है? GST विभाग की इस मामले में चुप्पी भी संदेह पैदा कर रही है। क्या इतनी बड़ी मात्रा में सोना बिना लेखा-जोखा के दुकान में कैसे मौजूद था? इसकी जांच के लिए GST और आयकर विभाग को भी शामिल करने की मांग उठ रही है।
GST विभाग की भूमिका पर सवाल
19 किलोग्राम सोने की चोरी में 16 किलोग्राम बिना दस्तावेज वाला सोना होने की जानकारी ने GST विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। जब केंद्र सरकार ने वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री में पारदर्शिता के लिए GST लागू किया है, तो इतनी बड़ी मात्रा में सोना बिना कागजात के कैसे संभव है? स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि यह केवल अतुल ज्वैलर्स तक सीमित नहीं हो सकता; अन्य दुकानों में भी बिना दस्तावेज वाला सोना मौजूद हो सकता है। GST विभाग को इस मामले की गहन जांच करनी चाहिए ताकि टैक्स चोरी और अवैध व्यापार को रोका जा सके।
19 किलो सोने की चोरी कैसे संभव?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बालकृष्ण ने लंबे समय तक 20-30 ग्राम सोना चुराकर इस बड़ी चोरी को अंजाम दिया। लेकिन गणितीय दृष्टिकोण से यह सवाल उठता है कि यदि कोई व्यक्ति रोजाना 30 ग्राम सोना चुराए और एक साल तक ऐसा करे, तो वह अधिकतम 10,950 ग्राम (लगभग 11 किलोग्राम) ही चुरा सकता है। 19 किलोग्राम सोने की चोरी के लिए कई वर्षों तक चोरी की जरूरत होगी, जो एक बड़े सराफा शोरूम में कठिन लगता है। अतुल ज्वैलर्स जैसे शोरूम में सीसीटीवी और कड़ा हिसाब-किताब होने के बावजूद इतनी बड़ी चोरी की भनक मालिक को कैसे नहीं लगी? यह सवाल जांच के केंद्र में है। क्या इसमें दुकान के अन्य कर्मचारियों या मैनेजमेंट की लापरवाही शामिल है?
सरायं थोक पश्चिमी में आत्महत्या और जांच का विषय
मंगलवार को उसी मुहल्ला सरायं थोक पश्चिमी में एक अन्य घटना ने सभी का ध्यान खींचा, जहां अतुल ज्वैलर्स मामले से जुड़े अरविंद गुप्ता ने अज्ञात कारणों से अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है और आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। इसी दौरान, एक अन्य व्यक्ति अरुण ने भी आत्महत्या का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई से उसकी जान बचा ली गई। अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) नृपेंद्र ने बताया कि अरुण की स्थिति स्थिर है और उसे काउंसलिंग के लिए भेजा गया है।
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सूत्रों के अनुसार, अरविंद गुप्ता और अरुण का अतुल ज्वैलर्स की चोरी से कोई सीधा संबंध साबित नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस इस कोण से भी जांच कर रही है। क्या इन घटनाओं और चोरी के बीच कोई कड़ी है? अरविंद गुप्ता और अरुण, जो जांच के दायरे में हैं, का इस चोरी में कोई रोल था? ये सवाल जांच को और जटिल बना रहे हैं।
पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती बालकृष्ण का पता लगाना और चोरी गए जेवरों की बरामदगी है। संदेह है कि बालकृष्ण ने जेवर बेचने या छिपाने की व्यवस्था पहले ही कर ली होगी। पुलिस ने हरदोई के अलावा लखनऊ, कानपुर, और अन्य पड़ोसी जिलों में तलाशी तेज कर दी है। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन, और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर कुछ संदिग्ध सोने-चांदी के व्यापारियों से भी पूछताछ शुरू की गई है।
अतुल ज्वैलर्स से 19 किलोग्राम सोने की चोरी ने न केवल हरदोई के व्यापारिक समुदाय को झकझोर दिया है, बल्कि टैक्स और GST नियमों से जुड़े गंभीर सवाल भी उठाए हैं। बालकृष्ण पांडेय की फरारी और बिना दस्तावेज वाले 16 किलोग्राम सोने की मौजूदगी इस मामले को और जटिल बनाती है। बहरहाल, हरदोई पुलिस की टीमें पूरी सक्रियता से जांच में जुटी हैं और उम्मीद है कि जल्द ही चोरी का खुलासा होगा।
नोट: यह खबर उपलब्ध जानकारी, सूत्रों और संदर्भों पर आधारित है। जांच के दौरान नए तथ्य सामने आने पर खबर में बदलाव संभव है।
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