Hardoi News: अहिल्याबाई होल्कर जी का जीवन शौर्य, साधना, सेवा, समर्पण, संयम और सादगी की मिसाल था: असीम अरुण

कहा कि राजमाता अहिल्याबाई को लोकमाता और पुण्यश्लोका के रूप में ख्याति प्राप्त है। शिव की अनन्य भक्त अहिल्याबाई का लोक कल्याणकारी शासन भूमिहीन किसानों, भीलों जैसे जनजातीय स....

May 29, 2025 - 00:24
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Hardoi News: अहिल्याबाई होल्कर जी का जीवन शौर्य, साधना, सेवा, समर्पण, संयम और सादगी की मिसाल था: असीम अरुण

रिपोर्ट: (अम्बरीष कुमार सक्सेना)

By INA News Hardoi.

हरदोई : पुण्यश्लोक महारानी अहिल्याबाई होल्कर जन्मतिथि शताब्दी पर रसखान प्रेक्षागृह में जिला पंचायत सम्मेलन का आयोजन हुआ।  सम्मेलन में मुख्य अतिथि समाज कल्याण विभाग मंत्री असीम अरुण ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर जी का जीवन शौर्य, साधना, सेवा, समर्पण, संयम और सादगी की मिसाल था और भाजपा ऐसे दिव्य विभूतियों के आदर्शों और आचरणों को आत्मसात कर निरंतर जनकल्याण के मार्ग पर अग्रसित है। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री सत्येंद्र सिंह राजपूत ने किया।

पंचायत सम्मेलन में पहुंच गांव पुरवों से आई जनता को संबोधित करते हुए मंत्री असीम अरुण ने कहा कि अहिल्याबाई जिस परिवेश से आई थी, उस कालखंड में अपना कद इतना बड़ा बना लेना कोई सामान्य बात नहीं थी। अंग्रेजों के फैलते साम्राज्यवाद और बांटों - राज करों की नीति के आगे बड़े बड़े राजा धराशाई हो गए, उस कालखंड में समाज के आखिरी पायदान की एक सामान्य घर की बिटिया के संस्कारों से सम्मोहित हो मालवा के राजा ने अपनी पुत्रवधू बनाया। 
राजमाता अहिल्याबाई होल्कर ने अपने शासनकाल में मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र को एक नई दिशा दिखाई। उनकी न्यायप्रियता प्रशासनिक क्षमता और धार्मिक सहिष्णुता ने उन्हें एक आदर्श शासक बनाया। पति की मृत्यु के बाद उन्होंने अपने राज्य की बागडोर संभाली और मालवा क्षेत्र को समृद्धि और सुरक्षा प्रदान की।

कहा कि राजमाता अहिल्याबाई को लोकमाता और पुण्यश्लोका के रूप में ख्याति प्राप्त है। शिव की अनन्य भक्त अहिल्याबाई का लोक कल्याणकारी शासन भूमिहीन किसानों, भीलों जैसे जनजातीय समूहों तथा विधवाओं के हितों की रक्षा करने वाला एक आदर्श शात्तन था। समाज सुधार, कृषि सुधार जल प्रबंधन, पर्यावरण रक्षा, जनकल्याण और शिक्षा के प्रति समर्पित होने के साथ-साथ उनका शासन न्याय प्रेमी था। समाज के सभी वर्गों का सम्मान, सुरक्षा, प्रगति के अवसर देने वाली समरसता की दृष्टि उनके प्रशासन का आधार थी। इन्हीं लोक कल्याणकारी कार्यों के कारण उन्हें लोकमाता कहा गया।कहा कि संपूर्ण देश के मंदिरों की पूजा व्यवस्था और उनके आर्थिक प्रबंधन पर भी उन्होंने विशेष ध्यान दिया। बद्रीनाथ से रामेश्वरम तक और द्वारिका से लेकर पूर्व पुरी तक आक्रमणकारियों द्वारा क्षतिग्रस्त मंदिरों का उन्होंने पुनर्निर्माण कराया। प्राचीन काल से चलती आई और आक्रमण काल में खंडित हुई तीर्थ यात्राओं में उनके प्रयासों से नवीन चेतना आई। इन वृहद कार्यों के कारण ही उन्हें पुण्यश्लोका की उपाधि मिली। संपूर्ण भारतवर्ष में फैले हुए इन पवित्र स्थानों का विकास वास्तव में उनकी राष्ट्रीय दृष्टि का परिचायक है।

कहा कि एक प्रभावशाली शासक होने के साथ-साथ वह एक कुशल राजनीतिज्ञ भी थीं। उनका विश्वास अनावश्यक युद्ध में कभी नहीं रहा लेकिन उनके राज्य पर कुदृष्टि रखने वालों से निपटने में वह पूर्ण रूप से सक्षम थी। अपनी बुद्धिमत्ता एवं साहस से इस वीरांगना ने अपने राज्य का कुशल प्रशासन किया। जब उन्होंने शासन व्यवस्था संभाली तब पूरी सेना के पास मात्र तीन बंदूकें हुआ करती थीं परंतु उन्होंने स्वयं अपने शास्त्रागरों का निर्माण प्रारंभ कर दिया तथा तोप खानों की स्थापना की। उन्होंने 500 महिलाओं की एक सैनिक टुकड़ी का भी गठन किया तथा उन्हें युद्ध में प्रशिक्षित किया। गोला बारूद व रसद संग्रह का कार्य भी उन्होंने महिला सेनानियों के जिम्मे कर दिया।

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जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन ने कहा कि अहिल्याबाई जी के व्यक्तित्व और कृतित्व को सिर्फ महिलाओं तक रखना उचित नहीं होगा। अहिल्याबाई जी के विराट व्यक्तित्व ने महिला और पुरुष की बंदिशों को तोड़ एक वृहद आयाम स्थापित किया। अहिल्याबाई सर्वसमाज की प्रेरणाश्रोत है। विधान परिषद सदस्य अशोक अग्रवाल ने कहा कि भारत की धरा पुण्य आत्माओं की कर्मों से अभिसिंचित है। उसका कोई बाल बांका नहीं कर सकता। पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण जहां भी देखो महापुरुषों के दिव्य ज्ञान का भंडार है। भारत ने बहुत से आक्रांताओं का दंश झेला पर धरा पर जन्मी अहिल्याबाई जैसी दिव्य विभूतियों ने उनका संहार किया। ऐसी विभूतियों का आशीर्वाद देश के साथ है और भाजपा सरकार उसी आशीर्वाद के साथ देश के विकास को आगे बढ़ा रही है।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमावती, नगर पालिका अध्यक्ष सुखसागर मिश्रा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष पीके वर्मा, जिला उपाध्यक्ष राजेश अग्निहोत्री, कर्मवीर सिंह संदीप सिंह प्रीतेश दीक्षित, श्रवण कनौजिया, विनोद राठौर, जिला महामंत्री अनुराग मिश्र ओम वर्मा, पू उपाध्यक्ष आज़ाद भदौरिया, जिला मंत्री अविनाश पांडे,अजय, नीतू चंद्रा, जिला मीडिया प्रभारी गांगेश पाठक प्रचार मंत्री संदीप अवस्थी, कार्यालय मंत्री अतुल सिंह आदि उपस्थित रहे।

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