बांग्लादेश हिंसा: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा का विरोध कर रहे MLC कुंवर अक्षय प्रताप सिंह को कार्यकर्ताओं सहित पुलिस ने गिरफ्तार किया।
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद अल्पसंख्यकों खास तौर पर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा हुई, इस मामले में हिंदू संगठन न्याय की मांग ....
By INA News New Delhi.
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद अल्पसंख्यकों खास तौर पर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा हुई, इस मामले में हिंदू संगठन न्याय की मांग कर रहे हैं। इसी बीच बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचार और उनकी संपत्तियों व मंदिरों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ करने का विरोध करने और ज्ञापन देने बांग्लादेश उच्चायोग जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के नेता एमएलसी प्रतापगढ़ महाराजा कुंवर अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी और जनसत्ता दल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
उससे पहले उनके नेतृत्व में जनसत्ता दल के सैकड़ों कार्यकर्ता उ.प्र.भवन से पैदल मार्च करते हुए बांग्लादेश उच्चायोग की तरफ कूच कर रहे थे। पुलिस ने बैरीकेट लगाकर रोकने का प्रयास किया लेकिन कार्यकर्ताओं ने बैरीकेट तोड़ दिए और पुलिस से धक्का मुक्की होने लगी और वे आगे बढ़ने लगे| बाद में दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और अपने साथ थाने ले गए।
ज्ञात हो कि पिछले महीने 25 अक्टूबर को हिंदुओं के अधिकारों की रक्षा की मांग को लेकर चटगांव में एक रैली निकाली गई थी, चिन्मय दास समेत 19 लोगों पर आरोप है कि उन्होंने इस रैली के दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया। इसी मामले में हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में 25 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। बांग्लादेश की अदालत ने उन्हें जमानत नहीं दी और जेल भेज दिया। इसके बाद चिन्मय दास के समर्थक सड़कों पर उतर आए और उग्र विरोध प्रदर्शन करने लगे।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी कर बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और उन्हें जमानत नहीं देने पर गहरी चिंता जताई थी। यह मामला बांग्लादेश में चरमपंथी तत्वों द्वारा हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों को लगातार निशाना बनाए जाने के बीच सामने आया है, जिसके चलते बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा को लेकर चिंता बढ़ने लगी है।
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