Rae Bareli : रायबरेली में बंद सिनेमाघरों को फिर से खोलने के लिए सरकारी प्रोत्साहन योजना
योजना के तहत जर्जर सिनेमा हॉल को तोड़कर उस जगह छोटे आधुनिक हॉल या व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बनाए जा सकते हैं। पुराने हॉल की आंतरिक व्यवस्था बदलकर उन्हें
रायबरेली जिले में लंबे समय से बंद पड़े सिनेमाघरों को दोबारा शुरू करने की उम्मीद जगी है। राज्य सरकार ने बंद या घाटे में चल रहे सिनेमाघरों को फिर से जीवित करने और नए आधुनिक सिनेमा हॉल बनाने के लिए समेकित प्रोत्साहन योजना शुरू की है। इस योजना में संचालकों को एसजीएसटी की छूट जैसे वित्तीय लाभ दिए जाएंगे, ताकि दर्शक बड़े पर्दे पर फिल्में फिर से देख सकें।
योजना के तहत जर्जर सिनेमा हॉल को तोड़कर उस जगह छोटे आधुनिक हॉल या व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बनाए जा सकते हैं। पुराने हॉल की आंतरिक व्यवस्था बदलकर उन्हें अपग्रेड करने या बिना बड़े बदलाव के दोबारा चलाने पर भी मदद मिलेगी। 75 या इससे ज्यादा सीटों वाले एकल स्क्रीन हॉल के निर्माण और मल्टीप्लेक्स न होने वाले जिलों में नए मल्टीप्लेक्स बनाने को विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा।
सहायक आयुक्त राज्य कर और जिला मनोरंजन कर प्रभारी राम नरेश प्रसाद ने बताया कि इस योजना से बंद सिनेमाघरों को पुनर्जीवित करने और आधुनिक सुविधाओं वाले नए हॉल बनाने को बढ़ावा मिलेगा। सभी बंद या चल रहे सिनेमाघर मालिकों, लाइसेंस धारकों और संचालकों से अपील है कि वे इस योजना का लाभ उठाएं। योजना की पूरी जानकारी और मदद के लिए किसी कार्य दिवस में जिले के राज्य कर कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।
जिले में अभी सिर्फ मिलन सिनेमा हॉल चल रहा है। कई अन्य सिनेमाघर आर्थिक नुकसान या अन्य कारणों से बंद हो गए हैं। इनमें शहर के मनिका सिनेमा और कैपिटल सिनेमा, मुंशीगंज का उमा पैलेस, ऊंचाहार का विशाल पैलेस, डलमऊ का भागीरथी पैलेस, लालगंज के राधे-राधे पैलेस, जीवनदीप पैलेस और सुभाष पैलेस, महराजगंज का मनीष पैलेस, बछरावां का कमला पैलेस तथा सलोन के विशालदीप पैलेस और कौशल पैलेस शामिल हैं। इस योजना से इन बंद हॉलों को नई जिंदगी मिल सकती है।
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