Saharanpur News: परिवहन विभाग का राजस्व बढ़ाने में मददगार लेकिन कहला रहे हैं दलाल
विभागीय राजस्व के में विभिन्न श्रोतों से वृद्धि कराने तथा विभिन्न वाहन स्वामियों के वाहन संबंधित अभिलेख भरकर देने वाले लोगों को परिवहन विभाग के ज्यादातर कर्म...

By INA News Saharanpur.
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में संभागीय एवं सहायक संभागीय परिवहन विभाग के कार्यालय के आसपास ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर दोपहिया, तीनपहिया तथा हल्के भारी माल वाहक व यात्री वाहनों के विभागीय फॉर्म आदि भरने का काम कर दो जून की रोजी-रोटी कमाने वाले लोग परिवहन विभाग का राजस्व बढ़ाने में सहायक साबित हो रहे हैं ड्राइविंग लाइसेंस वाहनों की फिटनेस किए जाने संबंधित सरकार द्वारा तय शुल्क जमा करने की प्रक्रिया हालांकि मौजूदा समय में ऑनलाइन हो गई है.
मजेदार बात यह है कि विभागीय राजस्व के में विभिन्न श्रोतों से वृद्धि कराने तथा विभिन्न वाहन स्वामियों के वाहन संबंधित अभिलेख भरकर देने वाले लोगों को परिवहन विभाग के ज्यादातर कर्मचारी एवं अधिकारी एजेंट अथवा दलाल के नाम से संबोधित करते हैं यह संबोधन इन लोगों के लिए शायद किसी अपमान से काम नहीं है.
उत्तर प्रदेश जैसे विशाल सूबे के विभिन्न जनपदों में संचालित संभागीय तथा सहायक संभागीय परिवहन विभाग के कार्यालय के इंद्र ग्रिद तकरीबन लाखों की संख्या में एजेंट तथा दलाल काम करते हैं सहारनपुर जनपद में इन लोगों ने माल चार-पांच दिन कार्य बहिष्कार किया तो प्रतिदिन राजस्व के रूप में विभाग को जो लाखों रुपए प्राप्त होते थे वह हटकर हजारों की संख्या में आ गया थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबका साथ सबका विकास के जनहितैषी अजेंडे के आधार पर बेरोजगारी खत्म करने में लगे हैं.
ऐसे अगर भारतीय जनता पार्टी तथा केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार का शीश नेतृत्व राज्य के संभागीय एवं संभागीय सहायक परिवहन विभाग के कार्यालयों के आसपास एजेन्ट व दलाल का काम करने वाले लोगों को परिवहन मित्र का नाम दे देतो उसका सीधा फायदा 2027 में उत्तर प्रदेश के अंदर होने वाले विधानसभा चुनाव में लगभग 10 से 20 लाख मतदाताओं का फायदा हो सकता है जो मौजूदा समय में एजेंटों के परिवारों के सदस्य हैं सरकार के इस फ़ैसले से भारतीय जनता पार्टी का सबका साथ सबका विकास का स्लोगन भी सार्थक साबित होगा
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