Sambhal : सम्भल में महर्षि वाल्मीकि प्रकटोत्सव पर भव्य शोभायात्रा, वाल्मीकि समाज ने योगी सरकार के फैसलों पर जताया आभार

शोभायात्रा हौज भदेसराय से प्रारंभ होकर खग्गूसराय, छंगामल कोठी, कोतवाली और तहसील रोड होते हुए नगर पालिका परिसर में संपन्न हुई। पूरे मार्ग में जगह-जगह श्रद्धालु

Oct 7, 2025 - 23:34
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Sambhal : सम्भल में महर्षि वाल्मीकि प्रकटोत्सव पर भव्य शोभायात्रा, वाल्मीकि समाज ने योगी सरकार के फैसलों पर जताया आभार
Sambhal : सम्भल में महर्षि वाल्मीकि प्रकटोत्सव पर भव्य शोभायात्रा, वाल्मीकि समाज ने योगी सरकार के फैसलों पर जताया आभार

Report : उवैस दानिश, सम्भल

महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर सम्भल में श्रद्धा और भव्यता के साथ प्रकटोत्सव मनाया गया। इस मौके पर हौज भदेसराय स्थित वाल्मीकि मंदिर से विशाल शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें वाल्मीकि समाज के सैकड़ों लोग शामिल हुए। आकर्षक झांकियों, धार्मिक गीतों और नारों से पूरा शहर गुंजायमान हो उठा। समाज के लोगों के साथ स्थानीय भाजपा नेता एवं समाजसेवियों ने भी शोभायात्रा में भाग लेकर महर्षि वाल्मीकि के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया।शोभायात्रा हौज भदेसराय से प्रारंभ होकर खग्गूसराय, छंगामल कोठी, कोतवाली और तहसील रोड होते हुए नगर पालिका परिसर में संपन्न हुई। पूरे मार्ग में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस अवसर पर वाल्मीकि समाज के लोगों में विशेष उत्साह देखने को मिला।समाज के नेताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वाल्मीकि जयंती पर सार्वजनिक अवकाश बहाल करने और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाकर 20 हजार रुपये करने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने समाज के हित में ऐतिहासिक कदम उठाए हैं, जिससे वाल्मीकि समुदाय में प्रसन्नता और उत्साह का माहौल है। समाज ने सीएम योगी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि वे उनके साथ मजबूती से खड़े रहेंगे।इस मौके पर प्रदेश महामंत्री वाल्मीकि समाज संजय सहदेव ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने समाज को मानवता और समरसता का संदेश दिया था। आज समाज उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है। वहीं डा. ऋतु सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाल्मीकि समाज को सम्मान देने का काम किया है। उनके निर्णयों से समाज को नई ऊर्जा मिली है।शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। प्रशासनिक अधिकारियों ने रूट पर नजर रखी और आयोजन शांति व श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ। महर्षि वाल्मीकि के जयकारों से सम्भल शहर भक्तिमय माहौल में डूब गया।

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