Singer Sharda Sinha: बिहार कोकिला शारदा सिन्हा के निधन से छाया मातम, संगीत की दुनिया में अपूर्णनीय क्षति
सिंगर ने 72 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। कुछ समय पहले ही रिपोर्ट आई थी कि सिंगर की सेहत में ज्यादा सुधार नहीं हो पा रहा है और उनका डायलिसिस शुरू हो गया है...
मुख्य बिंदु-
- किडनी की गंभीर समस्या से जूझ रही थीं, निधन से पहले वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था
- बेटे अंशुमान ने सोशल मीडिया पर उनकी तबियत बिगड़ने की जानकारी दी थी
- विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में आईसीयू में उनका इलाज चल रहा था
- 4 अक्टूबर को ही शारदा सिन्हा का आखिरी छठ गीत यूट्यूब पर रिलीज हुआ था
Bihar Singer Sharda Sinha
किडनी की बीमारी से जूझ रही 72 वर्षीय बिहार कोकिला शारदा सिन्हा के निधन के बाद संगीत की दुनिया में मातम छाया हुआ है, उनकी तबीयत अचानक ज्यादा बिगड़ी थी जिसके बाद वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा था। इस खबर ने देशभर में उनके शुभचिंतकों को झकझोर कर रख दिया है। लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबीयत को लेकर लगातार अपडेट आ रहे थे। लेकिन सिंगर के निधन से छठ के महापर्व की रोनक फीकी पड़ गई। सिंगर काफी समय से बीमार थी और उनका इलाज चल रहा था। शारदा सिन्हा ने छठ के कई गाने गाए। यहां तक कि छठ 2024 के मौके पर भी उन्होंने अपने प्रशंसकों को निराश नहीं किया। सिंगर ने जाते-जाते सभी श्रोताओं को छठ का तोहफा दिया। वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शारदा सिन्हा के बीमार होने पर उनकी खबर ली थी। देश की महान सिंगर मौजूदा समय में वेंटिलेटर पर थीं और किडनी की गंभीर समस्या से जूझ रही थीं। छठ के गीत गाकर पॉपुलैरिटी हासिल करने वाली शारदा सिन्हा पिछले कुछ समय से उनके स्वास्थ्य में ज्यादा गड़बड़ी आ गई थी।
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सभी उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना कर रहे थे लेकिन सिंगर ने 72 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। कुछ समय पहले ही रिपोर्ट आई थी कि सिंगर की सेहत में ज्यादा सुधार नहीं हो पा रहा है और उनका डायलिसिस शुरू हो गया है। वे लगातार दिल्ली AIIMS के डॉक्टर्स की टीम की निगरानी में थीं। उनके चले जाने से संगीत जगत में शोक की लहर है। शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान ने सोशल मीडिया पर उनकी तबियत बिगड़ने की जानकारी दी थी। उन्होंने एक वीडियो जारी किया है और बताया कि उनकी मां की हालत नाजुक है। सोमवार 4 नवंबर को दोपहर के समय उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया था। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली एम्स के कैंसर ब्लॉक में शारदा का पार्थिव शरीर रखा गया था। परिवार के नजदीकी लोग और उनके बेटे वहां मौजूद थे। वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थीं और एम्स में उनका इलाज चल रहा था। सोमवार शाम को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा था।
22 अक्टूबर से वे अस्पताल में भर्ती थीं। उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी और विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में आईसीयू में उनका इलाज चल रहा था। जानकारी के मुताबिक, सोमवार शाम को उनकी हालत और बिगड़ गई और उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा। इसकी जानकारी उनके बेटे अंशुमन सिन्हा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अंशुमन सिन्हा से फोन पर बात की और शारदा सिन्हा के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। बता दें कि 4 अक्टूबर को ही शारदा सिन्हा का आखिरी छठ गीत यूट्यूब पर रिलीज हुआ था।
उधर चल रहा था हवन और इधर...
शारदा सिन्हा के ससुराल बेगूसराय के सीहमा में हवन और पूजन का कार्यक्रम चल रहा था। सीहमा में शारदा सिन्हा का ससुराल था। मंगलवार को शारदा सिन्हा के ससुराल सीहमा गांव के पंचमुखी हनुमान मंदिर में पुजारी और ग्रामीणों ने मिलकर हवन और पूजन किया। शारदा सिन्हा को अपने ससुराल से काफी लगाव था। जैसे ही गांव वालों को शारदा सिन्हा के छठ पर्व के बीच वेंटिलेटर पर होने की जानकारी मिली, तो माहौल गमगीन हो गया था और लोग दुआ प्रार्थना करने लगे थे। सीहमा गांव के ग्रामीणों ने पंचमुखी हनुमान मंदिर में हवन शुरू कर दिया था।
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उनके लंबी उम्र और स्वस्थ होने के लिए मंत्रों का जाप किया। उनके स्वास्थ्य की कामना की थी। ग्रामीणों ने भगवान से शारदा सिन्हा के जल्द स्वस्थ होने की कामना की थी। उन्होंने कहा कि शारदा सिन्हा विश्व भर में विख्यात हैं। ससुराल बेगूसराय में होने की वजह से हमारा ये कर्तव्य बनता है कि हम उनके लिए प्रार्थना करें। लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। छठी मईया ने उन्हें अपने पास बुला लिया।
गीतों में 4 शब्दों का बार- बार किया गया है जिक्र...
शारदा सिन्हा के छठ मैया की स्तुति में गाए गीतों में बांझन, कोढ़िया (कुष्ठ रोगी), नेत्र ज्योति और निरोगी काया का बार-बार जिक्र किया गया है। असल में ये सारे ही शब्द या फिर ये कहें कि विषय छठ पूजा के महत्व से जुड़े हुए हैं। शारदा सिन्हा के गाए छठ के गीतों में बार-बार छठी मैया से बांझन स्त्री को संतान प्राप्ति और संतान की दीर्घायु होने की प्रार्थना की जाती है। वहीं, कोढ़ से पीड़ित लोगों को ठीक होने और नेत्रों की ज्योति बनाए रखने की प्रार्थना से जुड़े बोल भी सुनाई पड़ते हैं। इसके अलावा निरोगी शरीर की कामना के लिए भी छठी मैया और सूर्यदेव से प्रार्थना वाले गीत गाए जाते हैं।
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