Sitapur : सीतापुर में पराली प्रबंधन के लिए जागरूकता गोष्ठी, डीएम ने प्रचार वाहन को दिखाई हरी झंडी

ज्येष्ठ गन्ना पर्वेक्षक ने बताया कि जिले की सात गन्ना समितियों के पास गन्ना पत्ती को छोटे टुकड़ों में काटने की मशीनें हैं, जो किसान कम किराए पर ले सकते हैं। उप कृ

Oct 10, 2025 - 21:33
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Sitapur : सीतापुर में पराली प्रबंधन के लिए जागरूकता गोष्ठी, डीएम ने प्रचार वाहन को दिखाई हरी झंडी
सीतापुर में पराली प्रबंधन के लिए जागरूकता गोष्ठी, डीएम ने प्रचार वाहन को दिखाई हरी झंडी

Report : संदीप चौरसिया INA NEWS सीतापुर

सीतापुर के जिलाधिकारी अभिषेक आनंद की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में पराली, गन्ना पत्ती और फसल प्रबंधन के लिए जिला स्तरीय गोष्ठी हुई। इसमें अपर जिलाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक, जिला समन्वयक मनरेगा, उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, कृषि रक्षा अधिकारी, गन्ना और उद्यान विभाग के अधिकारी, कंबाइन हार्वेस्टिंग मशीन मालिक और जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसान शामिल हुए।

गोष्ठी से पहले जिलाधिकारी ने जागरूकता के लिए प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वाहन विभिन्न क्षेत्रों में किसानों को फसल प्रबंधन की जानकारी देगा। कृषि विज्ञान केंद्र कटिया के वैज्ञानिक ने डिकम्पोजर, मलचिंग और वर्मी कम्पोस्ट जैसी विधियों से पराली और गन्ना पत्ती के प्रबंधन की जानकारी दी।

ज्येष्ठ गन्ना पर्वेक्षक ने बताया कि जिले की सात गन्ना समितियों के पास गन्ना पत्ती को छोटे टुकड़ों में काटने की मशीनें हैं, जो किसान कम किराए पर ले सकते हैं। उप कृषि निदेशक ने फसल प्रबंधन के लिए कृषि यंत्रों की जानकारी दी और किसानों व हार्वेस्टिंग मशीन मालिकों से सुझाव मांगे। मशीन मालिकों ने छोटे यंत्रों का लक्ष्य और वितरण बढ़ाने की मांग की।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि किसानों के खेतों पर हार्वेस्टिंग के साथ एसएमएस मशीन का प्रदर्शन करें, ताकि इसके लाभ और समस्याओं का आकलन हो सके। गौशालाओं में पराली देने पर किसानों को गोबर की खाद दी जाए। इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए।

जिला उद्यान अधिकारी को महमूदाबाद तहसील में आलू के किसानों के साथ गोष्ठी कर पराली जलाने की घटनाओं को शून्य करने का निर्देश दिया गया। जिला पंचायत राज अधिकारी को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कूड़ा जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए कहा गया।

कंबाइन हार्वेस्टिंग मशीन मालिकों से अपील की गई कि वे किसानों को पराली न जलाने के लिए समझाएं। बिना एसएमएस के कंबाइन मशीन न चलाएं, वरना मशीन सीज की जाएगी। लेखपालों, गन्ना विभाग, पंचायत, विकास और कृषि विभाग के कर्मचारियों को किसानों को लगातार जागरूक करने और शिथिलता पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

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