Sitapur : मिश्रिख में संविधान दिवस पर श्रमिकों ने राष्ट्रपति को सौंपा नौ सूत्री ज्ञापन

मनरेगा में काम न मिलने पर बेरोजगारी भत्ता, डिजिटल उपस्थिति प्रणाली (एनएमएमएस) और आधार आधारित भुगतान व्यवस्था को बंद करने की मांग की गई। इस

Nov 26, 2025 - 21:43
 0  15
Sitapur : मिश्रिख में संविधान दिवस पर श्रमिकों ने राष्ट्रपति को सौंपा नौ सूत्री ज्ञापन
Sitapur : मिश्रिख में संविधान दिवस पर श्रमिकों ने राष्ट्रपति को सौंपा नौ सूत्री ज्ञापन

Report : संदीप चौरसिया INA NEWS सीतापुर

सीतापुर। संविधान दिवस के अवसर पर संगतिन किसान मजदूर संगठन, ट्रेड यूनियन, संयुक्त किसान मोर्चा और मनरेगा संघर्ष मोर्चा के एक सौ से अधिक श्रमिकों ने अपनी समस्याओं के समाधान की मांग की। उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित नौ सूत्री ज्ञापन उपजिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार मिश्र को सौंपा।

ज्ञापन में श्रम कोड को वापस लेने और औद्योगिक मजदूरों के मौलिक अधिकारों की रक्षा की मांग की गई। इसमें नियमित काम की गारंटी, आठ घंटे के कार्यदिवस, न्यूनतम मजदूरी, कार्यस्थल पर सुविधाएं, दुर्घटना से सुरक्षा, साप्ताहिक अवकाश, समयबद्ध मजदूरी भुगतान तथा संगठन बनाने का अधिकार शामिल हैं।

मनरेगा में काम न मिलने पर बेरोजगारी भत्ता, डिजिटल उपस्थिति प्रणाली (एनएमएमएस) और आधार आधारित भुगतान व्यवस्था को बंद करने की मांग की गई। इसके अलावा मनरेगा मजदूरों को 800 रुपये दैनिक मजदूरी, 15 दिनों के अंदर मजदूरी भुगतान तथा देरी पर भत्ता, मनमाने तरीके से रद्द जॉब कार्डों को बहाल करने की बात कही गई।

बिजली के निजीकरण पर रोक, संविदा कर्मियों को नियमित करने तथा ग्रामीण उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने की मांग भी उठाई गई। सभी किसानों का बकाया कर्ज, मजदूरों का निजी कर्ज तथा गरीबों के समूह ऋण माफ करने की बात कही गई। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार फसलों की सरकारी खरीद की गारंटी तथा समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने की मांग की गई।

इस अवसर पर श्रमिक रेशमा, सावित्री, कुंती, रामदेवी, सुनीता मौर्य, रामकुमार, करुणा शंकर, ओमप्रकाश, राजाराम, विद्यासागर, धनीराम सहित एक सौ से अधिक महिला और पुरुष श्रमिक मौजूद रहे।

Also Click : सुन लो अखिलेश यादव जी, राहुल गांधी जी - ये चंद्रशेखर आज़ाद अब UP चुनाव में... रोहिणी घावरी ने चंद्रशेखर आजाद पर किया बड़ा दावा

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow