‘भारत पर और हमलों का खतरा’: खुफिया एजेंसियों की चेतावनी, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने किया बड़ा खुलासा
7 मई 2025 को नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी। मिस्री ने एक गं...
7 मई 2025 को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले कर आतंकवाद के खिलाफ अपनी दृढ़ता का परिचय दिया। इस ऑपरेशन ने जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के सरगना मसूद अजहर के परिवार सहित आतंकी ढांचे को तहस-नहस कर दिया। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। ऑपरेशन के बाद नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक चिंताजनक खुलासा किया—भारत की खुफिया एजेंसियों ने संकेत दिए हैं कि देश पर और आतंकी हमले हो सकते हैं। इस बयान ने पाकिस्तान को बेचैन कर दिया और भारत की सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत करने की जरूरत को रेखांकित किया। आइए, इस बड़ी खबर को विस्तार से समझते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor): आतंक पर करारा प्रहार
‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ 7 मई 2025 को रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच अंजाम दिया गया, जिसमें भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने मिलकर 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शहीद हुए थे।
- निशाने: जैश-ए-मोहम्मद का बहावलपुर मुख्यालय (मार्कज सुभान अल्लाह), लश्कर-ए-तैयबा का मुरीदके कैंप (26/11 मुंबई हमले का प्रशिक्षण केंद्र), और हिजबुल मुजाहिदीन का सियालकोट ठिकाना (महमूना जॉया फैसिलिटी)।
- परिणाम: मसूद अजहर ने स्वीकार किया कि उनके परिवार के 10 सदस्य (बड़ी बहन, बहनोई, भतीजा, भतीजी, पांच बच्चे) और 4 सहयोगी मारे गए। कुल 70-90 आतंकी ढेर हुए।
- हथियार: पहली बार लॉइटरिंग म्यूनिशन (आत्मघाती ड्रोन), SCALP क्रूज मिसाइल और HAMMER बम का उपयोग हुआ, जो भारत की तकनीकी श्रेष्ठता को दर्शाता है।
विक्रम मिस्री का खुलासा: भारत पर और हमलों का खतरा
7 मई 2025 को नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की जानकारी दी। मिस्री ने एक गंभीर चेतावनी जारी करते हुए कहा, “पाकिस्तान आधारित आतंकवादी मॉड्यूल पर हमारी खुफिया निगरानी ने संकेत दिया है कि भारत पर आगे भी हमले हो सकते हैं। अतः इन्हें रोकना और इनसे निपटना दोनों को बेहद आवश्यक समझा गया।”
- खुफिया एजेंसियों की चेतावनी: मिस्री ने बताया कि खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों, खासकर ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) और लश्कर-ए-तैयबा, की गतिविधियों पर नजर रखी। इन संगठनों ने पहलगाम हमले जैसे बड़े हमलों की साजिश रची है।
- पहलगाम हमले की क्रूरता: मिस्री ने पहलगाम हमले को 26/11 मुंबई हमले के बाद सबसे बर्बर बताया। आतंकियों ने गैर-मुस्लिम पुरुषों को निशाना बनाया, जिससे कई महिलाएं विधवा हो गईं। इस क्रूरता ने ‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ का नाम प्रेरित किया, जो पीड़ित महिलाओं के मांग के सिंदूर का प्रतीक है।
- पाकिस्तान का दोगलापन: मिस्री ने खुलासा किया कि 25 अप्रैल 2025 को पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की मीडिया रिलीज से TRF का उल्लेख हटाने का दबाव बनाया, जो उसके आतंकियों को बचाने की मंशा को दर्शाता है।
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) ने पाकिस्तान को हक्का-बक्का कर दिया। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि भारत ने “नागरिक क्षेत्रों” पर हमला किया, जिसमें 8 लोग मारे गए, लेकिन कोई सबूत नहीं दिया।
- प्रचार युद्ध: पाकिस्तान ने सोशल मीडिया पर “पांच भारतीय विमान मार गिराए” जैसे झूठे दावे किए। कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीडियो और नक्शों के साथ साबित किया कि केवल आतंकी ठिकाने नष्ट किए गए।
- सीजफायर उल्लंघन: ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के भिंबर गली में गोलीबारी की, जिसमें तीन नागरिक मारे गए। भारतीय सेना ने “उपयुक्त जवाब” दिया।
- आर्थिक झटका: एक्स पर दावों के अनुसार, कराची शेयर बाजार 5000 अंक लुढ़क गया, और पाकिस्तान ने हवाई क्षेत्र 48 घंटों के लिए बंद कर दिया।
ऑपरेशन के बाद पूर्व थलसेना प्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने ट्वीट किया, “अभी पिक्चर बाकी है…,” जिसने पाकिस्तान में खलबली मचा दी। नरवणे, जो 2019-2022 तक थलसेना प्रमुख रहे, ने पहले भी पाकिस्तान को कड़ी चेतावनियां दी हैं।
- संभावनाएं: विशेषज्ञों का मानना है कि यह ट्वीट PoK पर कार्रवाई, आतंकी नेतृत्व पर हमले या पाकिस्तान पर कूटनीतिक दबाव का संकेत हो सकता है।
- पाकिस्तान की टेंशन: पाकिस्तानी मीडिया ने इसे “भारत की अगली चाल” के रूप में देखा, और कुछ यूजर्स ने PoK पर हमले की आशंका जताई।
भारत ने ऑपरेशन के बाद तुरंत अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, सऊदी अरब और यूएई को कार्रवाई की जानकारी दी। एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो, ब्रिटिश एनएसए जोनाथन पॉवेल और सऊदी एनएसए मुसैद अल ऐबान से बात की।
- समर्थन: अमेरिका, रूस और सऊदी अरब ने भारत के आतंकवाद विरोधी रुख का समर्थन किया। इजरायल ने कहा, “भारत को आत्मरक्षा का अधिकार है।”
- चीन का रुख: चीन ने “तनाव बढ़ने” पर चिंता जताई, लेकिन भारत की कूटनीति ने उसे अलग-थलग कर दिया।
- पाकिस्तान का अलगाव: मिस्री ने पाकिस्तान के TRF को बचाने के प्रयासों को उजागर कर उसके दोगलेपन को बेनकाब किया।
विक्रम मिस्री के खुलासे के बाद भारत ने सुरक्षा उपायों को और सख्त कर दिया है।
- सीमा पर हाई अलर्ट: पहलगाम हमले के बाद भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट घोषित किया गया। खुफिया एजेंसियां संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख रही हैं।
- पर्यटक स्थलों पर बंदी: जम्मू-कश्मीर में 87 में से 48 पर्यटक स्थल बंद किए गए, और गुलमर्ग, सोनमर्ग जैसे क्षेत्रों में एंटी-फिदायीन दस्ते तैनात किए गए।
- खुफिया निगरानी: यूपी ATS ने भारत और इजरायल के रक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले की साजिश रच रहे तीन युवकों को हिरासत में लिया, जो खुफिया इनपुट पर आधारित था।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री का खुलासा कि भारत पर और आतंकी हमले हो सकते हैं, देश के सामने एक नई चुनौती पेश करता है। ‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की ताकत दिखाई, लेकिन खुफिया एजेंसियों की चेतावनी ने साबित किया कि खतरा अभी टला नहीं है। मसूद अजहर के परिवार का सफाया, आतंकी ठिकानों का विनाश और लॉइटरिंग म्यूनिशन का उपयोग भारत की सैन्य और तकनीकी श्रेष्ठता का प्रतीक है। जनरल नरवणे का ट्वीट “अभी पिक्चर बाकी है…” और मिस्री की चेतावनी से स्पष्ट है कि भारत न केवल जवाब देगा, बल्कि भविष्य के खतरों को रोकने के लिए भी तैयार है। यह एक नए भारत की गाथा है, जो कहता है—“हम सतर्क हैं, हम शक्तिशाली हैं, हम आतंक को कुचल देंगे!
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