UPSC Result: बलिया की शक्ति दुबे ने लहराया परचम, CA से IAS बनीं हर्षिता गोयल, पढ़िए UPSC में टॉप करने वाले Toppers के संघर्षों की कहानी

हर्षिता गोयल (Harshita Goyal) दूसरे स्थान पर हैं। सरकार की अधिसूचना के अनुसार, इस भर्ती के माध्यम से कुल 1,129 रिक्तियां भरी जाएंगी, जिनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में 18....

Apr 22, 2025 - 21:32
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UPSC Result: बलिया की शक्ति दुबे ने लहराया परचम, CA से IAS बनीं हर्षिता गोयल, पढ़िए UPSC में टॉप करने वाले Toppers के संघर्षों की कहानी
शक्ति दुबे और हर्षिता गोयल

By INA News Prayagraj.

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने UPSC सिविल सेवा अंतिम परीक्षा 2024 का परिणाम घोषित कर दिया है। प्रयागराज (Prayagraj) की शक्ति दुबे (Shakti Dubey) ने UPSC सिविल सेवा अंतिम परीक्षा 2024 में टॉप किया है। वहीं, हर्षिता गोयल (Harshita Goyal) दूसरे स्थान पर हैं। सरकार की अधिसूचना के अनुसार, इस भर्ती के माध्यम से कुल 1,129 रिक्तियां भरी जाएंगी, जिनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में 180 पद, भारतीय विदेश सेवा (IFS) में 55 और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में 147 पद शामिल हैं। तीसरे स्थान पर अर्चित पराग डोंगरे, चौथे स्थान पर Shah Margi Chirag रहे हैं। पांचवें स्थान पर आकाश गर्ग, छठे स्थान पर कोमल पूनिया, सातवां स्थान आयूषी बंसल का है।

आठवें स्थान पर बिहार के सीतामढ़ी जिले के राज कृष्ण झा, नौवें स्थान पर हरियाणा के आदित्य विक्रम सिंह और दसवें स्थान पर कन्नौज के मयंक त्रिपाठी रहे। प्रयागराज (Prayagraj) में जन्मी शक्ति दुबे एक मध्यम परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा और ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई प्रयागराज (Prayagraj) से ही पूरी की। इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। पीजी होने के बाद उन्होंने 2018 से सिविल सेवा की तैयारी शुरू की थी।

UPSC इंटरव्यू में शक्ति दुबे ने अपने बारे में बात करते हुए कहा था कि सिविल सेवा में शामिल होने के अपने फ़ैसले का श्रेय वह अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि को देती हैं। शक्ति के पिता पुलिस सर्विस में हैं और उन्होंने अपने पिता से ही प्रेरित होकर सिविल सेवा में जाने का फैसला किया था। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 में कुल 1,009 उम्मीदवारों को नियुक्ति के लिए चुना गया है। इन उम्मीदवारों की नियुक्ति भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य केंद्रीय सेवाओं (ग्रुप A और B) के पदों पर की जाएगी। चयनित उम्मीदवारों में विभिन्न वर्गों के अभ्यर्थी शामिल हैं, जिनमें 335 सामान्य वर्ग, 109 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS), 318 अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), 160 अनुसूचित जाति (SC) और 87 अनुसूचित जनजाति (ST) से हैं।

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इस Result के घोषित होने के बाद होनहारों की सफलता की पीछे संघर्षों की विरत कहानियां सामने आ रही हैं। UPSC में 3 रैंक पाने वाले अर्चित की यात्रा समर्पण, धैर्य और कड़ी मेहनत का एक शानदार उदाहरण है। यह देश भर के कई भविष्य के उम्मीदवार स्टूडेंट्स के लिए प्रेरणा है। उनकी टॉपर वाली रैंक पाकर IAS बनने की जिंद बहुत पक्की थी और उन्होंने उसे पूरा करके ही दम लिया। पिछली बार सिविल सर्विस 2023 परिणाम में ही अर्चित सफल हो चुके थे लेकिन इस बार के परिणाम में उन्होंने 150 रैंक की छलांग लगाई है।

अर्चित ने पहले भी परीक्षा पास की थी, लेकिन हार ना मानकर खुद को बेहतर करने की कोशिश करते रहे। अर्चित ने वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (VIT), वेल्लोर से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी।टेक की डिग्री हासिल की है। उन्होंने परीक्षा के लिए दर्शनशास्त्र (Philosophy) को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना था। मूल रूप से पुणे के रहने वाले अर्चित ने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई में की और जूनियर कॉलेज की शिक्षा पुणे में पूरी की। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने एक IT कंपनी में एक साल तक काम किया। अर्चित ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए अपनी नौकरी छोड़ने का फैसला किया। दिलचस्प बात यह है कि यह पहली बार नहीं है जब अर्चित ने UPSC CSE परीक्षा पास की है।

उन्होंने पहले 2023 में 153वीं रैंक के साथ परीक्षा पास की थी। लेकिन उनके लगातार प्रयासों और दृढ़ संकल्प ने उन्हें 2024 में अपनी रैंक में काफी सुधार करने में मदद की, जिससे वे देश के शीर्ष तीन में शामिल हो गए। यानी उन्होंने इस बार 153 रैंक की छलांग लगाई है। हर्षिता गोयल (Harshita Goyal) ने दूसरे स्थान पर आकर अपनी सफलता का परचम लहराया है। हर्षिता हरियाणा के हिसार की रहने वाली हैं। उन्होंने स्कूल की पढ़ाई वडोदरा से की है। इसके बाद उन्होंने बीकॉम की पढ़ाई भी वडोदरा के महाराज सयाजी राव यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। हर्षिता सीए भी हैं। हर्षिता के सब्जेक्ट इंटरनेशनल रिलेशन और पॉलिटिकल साइंस रहे हैं।

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हर्षिता के पिता गुजरात में प्राइवेट जॉब करते हैं, इस वजह से उनका परिवार हरियाणा से जाकर गुजरात बस गया। इसी क्रम में बोकारो जिले के चास प्रखंड के तियाड़ा गांव के राजकुमार महतो ने 557वीं रैंक हासिल कर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उनकी सफलता की कहानी सिर्फ एक परीक्षा पास करने की नहीं, बल्कि संघर्ष, समर्पण और सपनों को साकार करने की मिसाल है। राजकुमार महतो एक साधारण लेकिन जुझारू परिवार से आते हैं। उनके पिता रामपद महतो कभी कपड़े सिलने का काम करते थे, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने अखबार बेचने का कार्य शुरू किया। सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने अपने बेटे को बेहतर शिक्षा देने का सपना नहीं छोड़ा।

आज वही सपना राजकुमार की मेहनत और लगन से साकार हो गया। संस्कृति ने मेहन और दृढ़ संकल्प से एक बार नहीं दो बार देश की सबसे कठिन परीक्षा UPSC पास कर परचम लहराया। 2025 में UPSC सीएसई के Result में उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 17 हासिल की है। संस्कृति की यह कामयाबी मेहनत, लगन और अनुशासन का नतीजा है। बिहार के जमुई की रहने वाली संस्कृति त्रिवेदी ने UPSC 2024 में शानदार सफलता हासिल की है। इससे पहले 2022 में उन्होंने UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 352वां प्राप्त कर अपने जिले का नाम रोशन किया है।

संस्कृति के पिता आनंद प्रकाश त्रिवेदी ने बताया कि वह शुरू से ही पढ़ाई में होशियार रही हैं और उन्होंने पूरे मन से तैयारी की थी। खास बात ये है कि उन्होंने घर पर रहकर ही पढ़ाई की और 17वीं रैंक पाई। वे अपनी कामयाबी का श्रेय माता-पिता के समर्थन और खुद की मेहनत को देती हैं। संस्कृति ने बताया कि उनके पिता आनंद प्रकाश त्रिवेदी और मां सुनीता त्रिवेदी ने हर समय उनका हौसला बढ़ाया। पढ़ाई के दौरान उन्होंने खुद से तैयारी की और एक इंस्टीट्यूट की टेस्ट सीरीज की भी मदद ली। इस सफलता से उनके परिवार और पूरे इलाके में खुशी का माहौल है।

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