मुकदमा लिखे जाने पर समाजसेवी ने दी प्रतिक्रिया- युवराज के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए जारी रहेगा संघर्ष: राजवर्धन सिंह राजू

समय रहते पुलिस प्रशासन ने अपना रवैया नहीं बदला तो आने वाले समय में इसके गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। जिसे संभालना पुलिस प्रशासन के लिए काफी मुश्किल होगा।
पाली कस्बे के मोहल्ला बिरहाना में निर्माणाधीन पुलिस चौकी के पास बीती 30 मई को इस्माइलपुर गांव निवासी युवराज सिंह उर्फ यूवी ठाकुर को नगर के अदनान व उसके साथियों ने मारपीट के बाद दिनदहाड़े गोली मार दी थी, जिससे अस्पताल में युवराज सिंह की मौत हो गई थी।
इस हत्याकांड को लेकर हिंदू समाज ने युवराज के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए अपनी आवाज बुलंद की तो उनपर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया। वहीं अभी यह मामला शांत नहीं हुआ था कि तब तक पुलिस ने समाजसेवी राजवर्धन सिंह राजू को नामजद करते हुए 200 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले को तूल दे दिया।
जिले के प्रमुख समाजसेवी राजू ने फोन पर वार्ता में बताया कि प्रदेश में इस समय अंग्रेजी हुकूमत लागू है। प्रशासन न्याय मांगने पर मुकदमा देता है, ये बहुत ही विषम परिस्थिति है। समाजसेवी ने अपने सख्त तेवर में कहा कि पुलिस आए दिन फर्जी मुकदमें हिंदू समुदाय पर लिख रही है, इसका खामियाजा पुलिस प्रशासन को भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि मृतक के यहां शोक संवेदना भी व्यक्त करना पुलिस की नजर में जुर्म है। उन्होंने बताया रविवार को करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह युवराज हत्याकांड में मृतक युवराज सिंह के गांव इस्माइलपुर में शोक संवेदना व्यक्त करने गए हुए थे, जिनके साथ समाजसेवी राजवर्धन सिंह राजू भी गए थे, कुछ लोगों को यह बात नागबार लग रही है। उन्होंने पुलिस से मिलकर उन्हें नामजद कराते हुए 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ पाली थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
उन्होंने कहा कि अन्याय किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे इसके लिए उनकी जान की बाजी लग जाए, इस बात की भी उन्हें परवाह नहीं। इस मामले को लेकर वह पीछे नहीं हटेंगे, कुछ लोग उन्हें अपने राजनीतिक रास्ते का रोडा मान रहे हैं।
इसीलिए उनकी जान के पीछे पड़े हैं, उन्होंने कहा जब तक शरीर में सांस है वह सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता का हर संभव सहयोग करते रहेंगे। साथ ही कहा युवराज सिंह के हत्यारों पर जो कार्रवाई होनी चाहिए अगर वह कार्रवाई नहीं की गई तो उनका संघर्ष जारी रहेगा। वह मैदान छोड़कर भागने वालों में से नहीं है
What's Your Reaction?






