Ballia : बलिया में 'समर्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश' अभियान भव्य दो दिवसीय कार्यक्रम का हुआ समापन
जिलाधिकारी ने जिले के नोडल अधिकारी मासूम अली सरवर, प्रबंधक निदेशक उत्तर प्रदेश परिवहन निगम, प्रबुद्धजन श्री अरविंद कुमार सिंह आईएएस, डी0के0 सिंह डीएफ,
सार-
- अर्थशक्ति, सृजनशक्ति, जीवनशक्ति – तीन स्तंभों पर टिका है विकास का खाका, 12 सेक्टरों में केंद्रित प्रयास से 2047 तक विकसित बनेगा प्रदेश
- प्रबुद्ध नागरिकों, शिक्षकों और छात्रों से लिए गए बहुमूल्य सुझाव, QR कोड व पोर्टल के माध्यम से सुझाव देने की अपील
Report- S.Asif Hussain zaidi
बलिया : विकसित भारत 2047 की अवधारणा को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा समर्थ उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश @2047 अभियान को संचालित कर प्रदेश को वर्ष 2047 तक एक विकसित राज्य बनाने का संकल्प लिया गया है। इस मिशन को दिशा प्रदान करने हेतु शनिवार को गंगा बहुद्देशीय सभागार में जनपद के नामित प्रबुद्धजनो/नोडल अधिकारी मासूम अली सरवर, प्रबंधक निदेशक, उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के द्वारा दीप प्रज्वलित और महात्मा गांधी एवं डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर पुष्पार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
जिलाधिकारी ने जिले के नोडल अधिकारी मासूम अली सरवर, प्रबंधक निदेशक उत्तर प्रदेश परिवहन निगम, प्रबुद्धजन श्री अरविंद कुमार सिंह आईएएस, डी0के0 सिंह डीएफ, प्रेम नारायण सिंह, प्रोफेसर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी, डॉ सुजीत कुमार सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक, श्री अरविंद कुमार सिंह यूपीपीसीएल वाराणसी को वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं डिजिटल इनोवेशन तथा ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया गया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने भी अपने क्षेत्रीय कार्यों एवं योजनाओं पर विस्तृत जानकारी दी। जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए बुद्धिजीवियों, शिक्षकों एवं छात्रों से भी प्रत्यक्ष रूप से सुझाव लिए गए, जिससे योजनाओं को और अधिक प्रभावी एवं जनउपयोगी बनाया जा सके।
साथ ही गुलाब देवी बालिका इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज तथा महर्षि बाल विद्या मंदिर की छात्राओं ने विकास और सामाजिक चेतना से संबंधित विषयों पर आधारित नाट्य प्रस्तुतियाँ दीं, जिसने उपस्थित जनसमूह को गहराई से प्रभावित किया। इन नाटकों के माध्यम से छात्राओं ने स्वच्छता, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण एवं तकनीकी विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों को सरल व प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। इस अवसर पर अधिकारियों ने छात्राओं की रचनात्मकता की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रस्तुतियाँ समाज को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और युवाओं की भागीदारी से विकास की गति को और बल मिलेगा।
प्रबुद्धजन प्रो0 प्रेम नारायण ने कहा कि हम समस्या के साथ पैदा होते ही हैं समाधान कैसे होगा इस पर विचार करने की जरूरत है, जिंदगी की असली उड़ान अभी बाकी है जिंदगी के कई इम्तिहान अभी बाकी है अभी तो माफी है मुट्ठी भर जमीन तुमने अभी तो सारा आसमान बाकी है। आप अपने जीवन में विकास की अभ्युदय की नई ऊंचाइयों को छुए। उसका निवारण किस प्रकार होगा कि आने वाले हमारी स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष में यह देश या प्रदेश और यह जनपद कैसे समर्थ और विकसित होगा इन संभावनाओं पर और उनकी योजनाओं पर उनके सुझावों पर बात रखीं गई।
नोडल अधिकारी ने कहा कि हमें आज से 22 से 25 साल पहले के भी जीवन को याद रखना चाहिए। 22 साल बाद परिस्थितियों कितनी अलग होगी हम लोगों को अभी से उसे भविष्य के बारे में इसका अनुमान उसकी कल्पना भी करना मुश्किल है, बहुत सकारात्मक ऊर्जा है। यह बलिया की धरती बड़ी महान धरती है कहते हैं कि जिस ब्रिटिश साम्राज्य में सूरज नहीं डूबता था उसे ब्रिटिश साम्राज्य का सूरज को देखते-देखते अस्त हो गया और वह भी सबसे पहले आपकी बलिया की धरती पर हुआ तो यह बलिया की धरती में बड़ी सकारात्मक ऊर्जा है आज से पहले जब छोटे रहे होंगे तब की स्थिति में और आज की स्थिति में कितना अंतर है। आप कभी सोच नहीं सकते कि हमारे जिले में मेडिकल कॉलेज भी होगा और यहा इंजीनियरिंग कॉलेज भी हो सकता है इतने बड़े-बड़े पूर्वांचल एक्सप्रेस आपके पास से गुजर रहा है।
हमारी ऊर्जा सकारात्मक ऊर्जा अगर सकारात्मक चीजों में लगेगी तो निश्चित तौर पर कोई ऐसा कारण नहीं है कि आप आपका गांव आपका बलिया विकसित नहीं होगा, जब बलिया विकसित होगा, उत्तर प्रदेश विकसित होगा, उत्तर प्रदेश विकसित होगा तो देश विकसित होगा। जिसके लिए तीन थीम तैयार किए गए हैं। अर्थशक्ति, सृजन शक्ति, जीवन शक्ति तथा 12 सेक्टर चिन्हित किए गए हैं जिन पर फोकस कर उत्तर प्रदेश को 2047 के पूर्व तक विकसित किया जाएगा। देश के प्रधानमंत्री ने 2047 तक भारत को विकसित करने का संकल्प लिया है।
इसी प्रकार प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश को एक विकसित, आत्मनिर्भर और समावेशी प्रदेश के रूप में आगे बढ़ने का संकल्प लिया है। इस अभियान का मकसद परंपरा एवं आधुनिकता का समावेशी विकास भी है। इस दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों को विभिन्न सेक्टर में पिछले 8 वर्षों में सरकार की उपलब्धियां से अवगत कराया और कहा कि सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इसके अलावा उन्होंने अन्य जरूरी सुझाव samarthuttarpradesh.up.g ov.in पर देने अथवा सूचना विभाग द्वारा जारी QR कोड को स्कैन कर अपने सुझाव देने को कहा। इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के साथ जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता राष्ट्रगान प्रस्तुत कर कार्यक्रम को समापन किया गया।
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