Delhi Blast : दिल्ली के लाल किले के पास कार में भयंकर विस्फोट, 14 साल बाद दहला दिल्ली, आठ की मौत, कई घायल; अमित शाह एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे
सोमवार शाम करीब साढ़े छह बजे, यानी 6:52 बजे, लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक के बाहर सबहास मार्ग पर ट्रैफिक सिग्नल पर एक धीमी गति से चल रही कार रुक गई
दिल्ली की राजधानी में सोमवार शाम को एक बड़ा हादसा हो गया। लाल किले के पास लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक के बाहर एक कार में जोरदार धमाका हुआ। इस विस्फोट से आसपास की तीन से चार गाड़ियां भी आग की लपटों में घिर गईं। शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक, इस हादसे में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है, जबकि 12 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों को तुरंत लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल यानी एलएनजेपी में भर्ती कराया गया है। धमाके की जगह पर दिल्ली पुलिस, फायर ब्रिगेड और अन्य सुरक्षा एजेंसियां तैनात हैं। इलाके को सील कर दिया गया है और जांच तेजी से चल रही है। यह घटना हाई सिक्योरिटी जोन में हुई है, इसलिए पूरे शहर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
सोमवार शाम करीब साढ़े छह बजे, यानी 6:52 बजे, लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक के बाहर सबहास मार्ग पर ट्रैफिक सिग्नल पर एक धीमी गति से चल रही कार रुक गई। अचानक उसमें जोरदार धमाका हो गया। यह कार एक ह्युंडई आई20 मॉडल की थी। विस्फोट इतना तेज था कि कार के परखे आसपास उड़ गए। एक परखा पास के लाल मंदिर में जाकर लगा, जिससे वहां के शीशे टूट गए। आसपास की दुकानों को भी नुकसान पहुंचा। धमाके से निकली आग ने तीन से चार अन्य वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। इलाका चांदनी चौक के पास है, जो पर्यटकों और खरीदारों से हमेशा गुलजार रहता है।
एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट के अनुसार, धमाके में आठ लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। ज्यादातर शव जले हुए हैं। घायलों की संख्या 12 से 24 तक बताई जा रही है। ज्यादातर को जलन के घाव हैं। अस्पताल में आपातकालीन स्थिति घोषित कर दी गई है। घायलों में कुछ पैदल यात्री और वाहन चालक शामिल हैं। पीड़ितों के परिवारों को सहायता देने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली के इतिहास में हुए प्रमुख धमाके: एक नजर
दिल्ली को अतीत में कई बार बम धमाकों का सामना करना पड़ा है। ये घटनाएं शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती रही हैं। यहां कुछ प्रमुख धमाकों का संक्षिप्त विवरण दिया जा रहा है, जिसमें मौतों की संख्या भी शामिल है। ये घटनाएं मुख्य रूप से बाजारों, सार्वजनिक स्थानों और ऐतिहासिक साइटों पर हुईं।
- जनवरी 9, 1997: आईटीओ के पास धमाका दिल्ली पुलिस मुख्यालय के सामने एक बम विस्फोट में कोई मौत नहीं हुई, लेकिन 50 से अधिक लोग घायल हो गए। यह धमाका शहर के व्यस्त इलाके में हुआ था।
- मई 25, 1996: लाजपत नगर बाजार धमाका लाजपत नगर के सेंट्रल मार्केट में बम विस्फोट से 16 लोगों की मौत हो गई। कई दुकानें तबाह हो गईं। यह दिल्ली के बाजारों पर हुए पहले बड़े हमलों में से एक था।
- अक्टूबर 10, 1997: शांतिवन, कोरिया पुल और किंग्सवे कैंप में तीन धमाके इन सीरियल ब्लास्ट में एक व्यक्ति की मौत हुई और 16 घायल हुए। ये धमाके शहर के विभिन्न हिस्सों में हुए थे।
- अक्टूबर 18, 1997: रानी बाग बाजार में दो धमाके रानी बाग मार्केट में हुए ट्विन ब्लास्ट में एक की मौत हुई और 23 लोग घायल हो गए। बाजार में भीड़ होने के कारण क्षति ज्यादा हुई।
- अक्टूबर 26, 1997: करोल बाग बाजार में दो धमाके करोल बाग के व्यस्त बाजार में ट्विन ब्लास्ट से एक की मौत हुई और 34 घायल हुए। यह 1997 के सबसे घातक हमलों में से एक था।
- नवंबर 30, 1997: लाल किले इलाके में दो धमाके लाल किले के पास ही हुए इन ब्लास्ट में तीन लोगों की मौत हुई और 70 घायल हो गए। यह आज के धमाके से मिलता-जुलता स्थान था।
- जून 18, 2000: लाल किले के पास दो धमाके लाल किले के निकटवर्ती इलाके में हुए विस्फोटों से दो लोगों की मौत हुई, जिनमें एक आठ साल की बच्ची शामिल थी। लगभग एक दर्जन लोग घायल हुए।
- फरवरी 27, 2000: पहाड़गंज में धमाका पहाड़गंज इलाके में बम विस्फोट से आठ लोग घायल हुए। कोई मौत नहीं हुई।
- जनवरी 6, 2000: पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर धमाका स्टेशन पर विस्फोट से 20 लोग घायल हुए। यात्रियों में दहशत फैल गई।
- मई 22, 2005: दो सिनेमा हॉल में सीरियल ब्लास्ट दिल्ली के दो सिनेमाघरों में हुए धमाकों से एक व्यक्ति की मौत हुई और 40 घायल हो गए।
- अक्टूबर 29, 2005: सरोजिनी नगर, पहाड़गंज और गोविंदपुरी में तीन धमाके दिवाली से ठीक पहले हुए इन सीरियल ब्लास्ट में 62 लोगों की मौत हो गई और 210 घायल हुए। यह दिल्ली के सबसे घातक हमलों में से एक था। बाजारों में भीड़ होने से क्षति ज्यादा हुई।
- अप्रैल 14, 2006: जामा मस्जिद के पास दो धमाके जामा मस्जिद इलाके में ट्विन ब्लास्ट से 14 लोग घायल हुए।
- सितंबर 13, 2008: करोल बाग, कनॉट प्लेस और ग्रेटर कैलाश में पांच धमाके व्यस्त बाजारों में हुए इन ब्लास्ट में 30 लोगों की मौत हुई और 100 से अधिक घायल हुए। इंडियन मुजाहिदीन ने जिम्मेदारी ली।
- सितंबर 27, 2008: मेरठुली फूल मार्केट में धमाका फूल मार्केट में विस्फोट से तीन की मौत हुई और 23 घायल हुए। यह सितंबर के पहले धमाकों के दो सप्ताह बाद हुआ।
- मई 25, 2011: दिल्ली हाई कोर्ट पार्किंग में धमाका हाई कोर्ट की पार्किंग में विस्फोट से कोई मौत नहीं हुई, लेकिन एक कार क्षतिग्रस्त हो गई।
ये घटनाएं दिखाती हैं कि दिल्ली को 1990 के दशक से ही आतंकी हमलों का सामना करना पड़ा है। इनमें ज्यादातर बाजारों और सार्वजनिक स्थानों को निशाना बनाया गया। कुल मिलाकर, इन धमाकों में सैकड़ों की मौत हुई है। आज का विस्फोट भी इसी श्रृंखला का हिस्सा लगता है, हालांकि अभी कारण स्पष्ट नहीं है।
आज के धमाके की पूरी जानकारी
दिल्ली फायर सर्विस को शाम 7:05 बजे कॉल मिली। तुरंत सात फायर टेंडर मौके पर भेजे गए। आग पर करीब एक घंटे में काबू पा लिया गया। लेकिन तब तक धुंए का गुबार आसमान छू रहा था। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि वे तीन बार गिर पड़े। एक दुकानदार ने कहा, मैंने कभी इतना तेज धमाका नहीं सुना। लगा जैसे सब मर जाएंगे।
पुलिस ने तुरंत इलाके को घेर लिया। मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक और चार को बंद कर दिया गया। मेट्रो सेवाएं सामान्य चल रही हैं, लेकिन सुरक्षा जांच बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा ने कहा कि धीमी गति वाली कार सिग्नल पर रुकी थी, तभी विस्फोट हुआ। आसपास के वाहनों को नुकसान पहुंचा।
अमित शाह का अस्पताल दौरा और प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सक्रिय हो गए। उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर और इंटेलिजेंस ब्यूरो के डायरेक्टर से बात की। शाह शाम को ही एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की और डॉक्टरों से स्थिति की जानकारी ली। शाह ने दिल्ली पुलिस के सीपी सतीश गोलचा और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा, शाम सात बजे के करीब ह्युंडाई आई20 कार में सबहास मार्ग पर विस्फोट हुआ। कुछ पैदल यात्रियों को चोट लगी और वाहनों को नुकसान हुआ। प्रारंभिक रिपोर्ट में कुछ मौतें बताई गई हैं।
शाह ने कहा कि सभी संभावनाओं की जांच की जा रही है। एनएसजी, एनआईए और फॉरेंसिक टीम मौके पर हैं। सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। दस मिनट के अंदर क्राइम ब्रांच और स्पेशल ब्रांच की टीमें पहुंच गई थीं। शाह ने पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वह बाद में धमाके वाली जगह भी जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, दिल्ली में हुए धमाके में जान गंवाने वालों के परिजनों को मेरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रभावित लोगों को अधिकारियों की ओर से हर सहायता दी जा रही है। मैंने गृह मंत्री अमित शाह और अन्य अधिकारियों से स्थिति की समीक्षा की।
सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, एनएसजी, एनआईए और फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की टीमें जांच में जुटी हैं। धमाके में इस्तेमाल विस्फोटक का प्रकार पता लगाने की कोशिश हो रही है। प्रारंभिक जांच में लगता है कि यह कम तीव्रता का विस्फोट था। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी जा रही है। कार के मालिक की पहचान और यात्रियों के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कार में तीन लोग सवार थे।
पूरे देश में हाई अलर्ट
इस धमाके के बाद दिल्ली-एनसीआर के अलावा महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, केरल और चंडीगढ़ में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। नोएडा के सेक्टर 18 में चेकिंग बढ़ा दी गई है। मेट्रो स्टेशनों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर गश्त तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में निगरानी और पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। मुंबई और कोलकाता में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, दिल्ली धमाके में कई लोगों की मौत और कई घायल होने की खबर बहुत दुखद है। दिवंगत आत्माओं को शांति मिले। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा सदमा व्यक्त किया। उन्होंने कहा, दिल्ली के रेड फोर्ट के पास धमाके से स्तब्ध हूं, जिसमें कम से कम आठ की मौत और कई घायल हुए।
चांदनी चौक बाजार बंद
चांदनी चौक मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय भार्गव ने मंगलवार को बाजार बंद करने की घोषणा की है। सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया गया। बाजार पहले ही क्षतिग्रस्त हो चुका है।
जांच के प्रमुख बिंदु
जांचकर्ता कई सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं। कार में क्या था? विस्फोटक या गैस लीक? क्या यह आतंकी हमला था या दुर्घटना? एनआईए ने कहा कि सभी कोणों से जांच होगी। फॉरेंसिक टीम ने साइट से नमूने लिए हैं। इंटेलिजेंस एजेंसियां सीमा पार से किसी लिंक की पड़ताल कर रही हैं।
प्रभावित परिवारों के लिए सहायता
सरकार ने पीड़ित परिवारों के लिए तत्काल सहायता पैकेज की घोषणा की है। घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन किया जाएगा। हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। दिल्ली सरकार ने आपदा प्रबंधन टीम तैनात की है।
यह घटना दिल्ली के लिए एक बड़ा झटका है। शहर की सुरक्षा पर फिर सवाल उठ रहे हैं। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने पर सच्चाई सामने आ जाएगी। फिलहाल, पूरे देश की नजरें दिल्ली पर टिकी हैं।
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