Hardoi : नवरात्र पर उमरौली में माता रानी का भव्य जागरण, सूरज कुमार मिश्रा ने माताओं व गुरुजनों को किया सम्मानित

जागरण का शुभारंभ आचार्य श्याम सुंदर मिश्रा द्वारा मां शेरावाली का विधिवत पूजन कर किया गया। मंदिर परिसर में सजावट ऐसी थी कि पूरा स्थान भक्ति भाव से भर गया। भक्तों

Oct 2, 2025 - 22:37
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Hardoi : नवरात्र पर उमरौली में माता रानी का भव्य जागरण, सूरज कुमार मिश्रा ने माताओं व गुरुजनों को किया सम्मानित
Hardoi : नवरात्र पर उमरौली में माता रानी का भव्य जागरण, सूरज कुमार मिश्रा ने माताओं व गुरुजनों को किया सम्मानित

उमरौली/टोंडरपुर : क्षेत्र में नवरात्र के पावन पर्व पर माता रानी का एक भव्य जागरण आयोजित हुआ। यह कार्यक्रम न केवल भक्ति का केंद्र बना, बल्कि माताओं और गुरुजनों के सम्मान का भी प्रतीक साबित हुआ। आयोजक सूरज कुमार मिश्रा ने झारखंड सरकार में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर चयन होने की खुशी में यह जागरण कराया। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माताओं के संस्कारों और गुरुजनों की शिक्षा को दिया। मंच पर माताओं को साड़ी भेंट कर सम्मानित करते हुए कहा कि मां ही व्यक्ति की पहली गुरु होती है। मां के दिए संस्कार जीवन का आधार बनते हैं। पिता के निधन के बाद मां ने कठिनाइयों को सहा और बच्चों को पढ़ाया। माता-पिता का कर्ज बच्चे कभी चुका नहीं पाते। इसी तरह गुरुजनों को शॉल और दक्षिणा देकर सम्मान देते हुए कहा कि उनकी फटकार और मार्गदर्शन ने ही जीवन की नींव मजबूत की। छेनी-हथौड़ी की मार से पत्थर मूर्ति बनता है, वैसे ही गुरु की सीख से शिष्य का भविष्य उज्ज्वल होता है। यह संदेश लोगों के दिलों को छू गया और समाज में माताओं व गुरुजनों के प्रति सम्मान की भावना को मजबूत किया।

जागरण का शुभारंभ आचार्य श्याम सुंदर मिश्रा द्वारा मां शेरावाली का विधिवत पूजन कर किया गया। मंदिर परिसर में सजावट ऐसी थी कि पूरा स्थान भक्ति भाव से भर गया। भक्तों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। बरेली के कलाकारों ने आकर्षक झांकियां प्रस्तुत कीं, जिनमें माता दुर्गा के विभिन्न रूप दिखाए गए। एक झांकी में मां दुर्गा का सिंह पर आरूढ़ रूप था, तो दूसरी में नौ दुर्गाओं की सवारी। इन झांकियों को देखकर भक्त भाव-विभोर हो उठे। बच्चे-बूढ़े सभी ने ताली बजाकर सराहना की। झांकियों के माध्यम से नवरात्र की महत्ता बताई गई, जो समाज को एकजुट करने का काम करती हैं।कार्यक्रम का संचालन कुशलता से किया गया। भजन गायकों ने मां के गुणगान से माहौल को भक्तिमय बना दिया। 'जय माता दी' के नारों से स्थान गूंज उठा। सूरज कुमार मिश्रा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता का आधार परिवार और गुरु होते हैं। मां का आशीर्वाद और गुरु की शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि माताओं की सेवा करें और गुरुजनों का आदर करें। यह सम्मान केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि जीवन का मूल मंत्र है। आयोजन में उपस्थित महिलाओं ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से समाज में सकारात्मक बदलाव आता है। बच्चे माताओं के योगदान को समझते हैं और गुरुजनों के प्रति कृतज्ञता बढ़ती है।

यह जागरण राम प्यारी मिश्रा द्वारा आयोजित किया गया। वे स्व. कमलेश कुमार मिश्रा की पत्नी हैं, जो फौज में सेवा दे चुके थे। परिवार ने इस अवसर पर सभी भक्तों का स्वागत किया। प्रसाद वितरण के बाद कार्यक्रम समाप्त हुआ। नवरात्र के इस पर्व पर उमरौली जैसे छोटे क्षेत्र में ऐसा आयोजन हुआ, जो पूरे समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया। सूरज कुमार मिश्रा की यह पहल लोगों को याद दिलाती है कि सफलता व्यक्तिगत नहीं, बल्कि परिवार और समाज की साझा जीत है। माताओं के त्याग और गुरुजनों के बलिदान को भूलना नहीं चाहिए। ऐसे आयोजन भविष्य में भी होते रहें, ताकि नई पीढ़ी इन मूल्यों से जुड़े रहे। क्षेत्रवासी इस कार्यक्रम की सराहना कर रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि इससे सामाजिक सद्भाव बढ़ेगा।

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