Hardoi News: हरदोई में ANM का वैक्सीन सिरिंज में भरकर जमीन पर फेंकने का वीडियो वायरल, स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल, जांच के आदेश
Viral Video में एक ANM को मिशन इंद्रधनुष और स्कूली बच्चों के टीकाकरण अभियान के दौरान वैक्सीन से भरी सिरिंज को जानबूझकर जमीन पर फेंकते हुए देखा गया है। Video में ANM सिरिंज में वैक्सी...
रिपोर्ट: अभिषेक त्रिवेदी
By INA News Hardoi.
हरपालपुर- हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के हरपालपुर क्षेत्र में एक हैरान करने वाली घटना ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक सहायक नर्स मिडवाइफ (ANM) का मिशन इंद्रधनुष और स्कूली बच्चों के टीकाकरण अभियान के दौरान वैक्सीन से भरी सिरिंज को जमीन पर फेंकने का Video सोशल मीडिया पर Viral हो गया
यह Video सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) हरपालपुर क्षेत्र का बताया जा रहा है। Viral Video ने न केवल स्वास्थ्य कर्मियों की जवाबदेही पर सवाल उठाए, बल्कि बच्चों की जान बचाने वाले टीकाकरण अभियान की विश्वसनीयता को भी कटघरे में खड़ा कर दिया। Video का संज्ञान लेते हुए CHC हरपालपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आनंद पांडे ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
Viral Video में एक ANM को मिशन इंद्रधनुष और स्कूली बच्चों के टीकाकरण अभियान के दौरान वैक्सीन से भरी सिरिंज को जानबूझकर जमीन पर फेंकते हुए देखा गया है। Video में ANM सिरिंज में वैक्सीन भरती है, लेकिन उसे बच्चों को लगाने की बजाय जमीन पर गिरा देती है। यह घटना हरपालपुर के किसी स्कूल या स्वास्थ्य केंद्र में हुई मानी जा रही है, जहां टीकाकरण अभियान चल रहा था। वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने इस घटना को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया और इसे X, इंस्टाग्राम, और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर कर दिया।
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Video में ANM की यह हरकत स्पष्ट रूप से लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को दर्शाती है। यह टीकाकरण अभियान बच्चों को डिप्थीरिया (गलघोंटू), टिटनेस, और पर्टुसिस (DTP वैक्सीन) जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए चलाया जा रहा था। Video के Viral होने के बाद जनता में आक्रोश फैल गया है, और लोग स्वास्थ्य विभाग से कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
कई यूजर्स ने इसे स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में कमी का सबूत बताया, जबकि कुछ ने ANM को तत्काल बर्खास्त करने और कानूनी कार्रवाई की मांग की।
Video के Viral होने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरपालपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आनंद पांडे ने तत्काल संज्ञान लिया और घटना की जांच के लिए एक समिति गठित करने के आदेश दिए। डॉ. पांडे ने स्थानीय मीडिया को बताया कि Viral Video को गंभीरता से लिया गया है। यह एक अक्षम्य लापरवाही का मामला है। जांच समिति को Video की सत्यता, घटना के समय और कारणों की जांच करने के लिए कहा गया है। मिशन इंद्रधनुष और स्कूली बच्चों का टीकाकरण अभियान बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए है। ऐसी लापरवाही न केवल संसाधनों की बर्बादी है, बल्कि बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ भी है। जांच पूरी होने के बाद दोषी कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें बर्खास्तगी और कानूनी कदम शामिल हो सकते हैं।
उल्लखेनीय है कि मिशन इंद्रधनुष भारत सरकार का एक महत्वाकांक्षी टीकाकरण कार्यक्रम है, जिसे 2014 में लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य 0-2 वर्ष की आयु के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को डिप्थीरिया, टिटनेस, पर्टुसिस, पोलियो, मीजल्स, और हेपेटाइटिस बी जैसी बीमारियों से बचाना है। हरदोई में यह अभियान स्कूली बच्चों को भी शामिल करता है, ताकि गलघोंटू (डिप्थीरिया) जैसी बीमारियों को जड़ से खत्म किया जा सके। डिप्थीरिया एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो गले और नाक में गंभीर सूजन पैदा करता है और बच्चों के लिए जानलेवा हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, DTP वैक्सीन से डिप्थीरिया की 90% से अधिक रोकथाम संभव है। उत्तर प्रदेश में ग्रामीण और छोटे कस्बों में टीकाकरण कवरेज बढ़ाने के लिए मिशन इंद्रधनुष को विशेष रूप से लागू किया जा रहा है। हरपालपुर जैसे क्षेत्रों में यह अभियान स्वास्थ्य केंद्रों और स्कूलों के माध्यम से चलाया जाता है। प्रत्येक वैक्सीन खुराक कीमती होती है, और इसकी बर्बादी न केवल आर्थिक नुकसान है, बल्कि बच्चों को बीमारियों के खतरे में डालती है। इस घटना ने मिशन इंद्रधनुष की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं और स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चुनौती पेश की है।
पहले की समान घटनाएं
हरदोई की यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं में वैक्सीन बर्बादी का पहला मामला नहीं है। पहले भी ऐसी घटनाएं चर्चा में रही हैं:
- अलीगढ़, उत्तर प्रदेश (मई 2021):
- अलीगढ़ के जमालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ANM नीहा खान ने 29 वैक्सीन से भरी सिरिंज को कूड़े में फेंक दिया था। उन्होंने कथित तौर पर सिरिंज को लोगों के शरीर में डाला, लेकिन वैक्सीन इंजेक्ट किए बिना निकाल लिया और सिरिंज को कूड़ेदान में डाल दिया।
- जांच में नीहा खान और मेडिकल ऑफिसर डॉ. आफरीन जेहरा को दोषी पाया गया। नीहा को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया, और उनके खिलाफ IPC की धाराओं 203, 176, 465, 427, और 120B के तहत FIR दर्ज की गई।
- छपरा, बिहार (जून 2021):
- बिहार के छपरा जिले में ANM चंदा कुमारी ने एक व्यक्ति को खाली सिरिंज से इंजेक्शन लगाया, जिसका Video Viral हो गया।
- चंदा कुमारी को टीकाकरण ड्यूटी से हटा दिया गया, और उनके खिलाफ जांच शुरू की गई। जिला टीकाकरण अधिकारी ने इसे गलती बताया, लेकिन जनता में आक्रोश फैल गया।
- बलिया, उत्तर प्रदेश (जुलाई 2021):
- बलिया में स्वास्थ्य कर्मियों ने वैक्सीन की शीशियों को कचरे में फेंक दिया, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने जांच शुरू की थी।
ये घटनाएं स्वास्थ्य कर्मियों की जवाबदेही और टीकाकरण प्रक्रिया की निगरानी में कमियों को उजागर करती हैं। हरपालपुर की ताजा घटना उसी कड़ी का हिस्सा है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आनंद पांडे ने स्पष्ट किया कि जांच के बाद दोषी ANM के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हरदोई के हरपालपुर में ANM द्वारा वैक्सीन से भरी सिरिंज को जमीन पर फेंकने का Viral Video स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही और जवाबदेही की कमी का एक और उदाहरण है। यह घटना मिशन इंद्रधनुष जैसे महत्वपूर्ण अभियानों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती है, जो बच्चों को गलघोंटू जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए चलाए जा रहे हैं। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आनंद पांडे द्वारा जांच के आदेश और सख्त कार्रवाई का आश्वासन एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग के सामने गहरी चुनौतियों को उजागर किया है। असल बदलाव तभी आएगा जब निगरानी, प्रशिक्षण, और जवाबदेही को मजबूत किया जाएगा, ताकि बच्चों की जिंदगी के साथ ऐसा खिलवाड़ दोबारा न हो।
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