Sambhal News: ईद पर मोदी कट कुर्ता पजामा की रहेगी धूम, टेलर दिन रात कर रहे काम।
रमजान माह के 15 दिन बीत चुके है। रोजेदार अल्लाह की इबादत में जुटे हैं। वहीं माह के अंत में ईद का भी त्योहार है। लिहाजा अभी से ही बाजारों में रौनक ...

रिपोर्ट- उवैस दानिश
Sambhal (सम्भल) रमजान माह के 15 दिन बीत चुके है। रोजेदार अल्लाह की इबादत में जुटे हैं। वहीं माह के अंत में ईद का भी त्योहार है। लिहाजा अभी से ही बाजारों में रौनक नजर आने लगी है। इफ्तार के वक्त तो शहर की अधिकतर सड़कें रोजेदारों से भरी नजर आती है। ऐसे में टेलरों का भी अच्छा-खासा काम बढ़ गया है। रेडीमेड की बजाए अभी भी रोजेदार कुर्ता-पायजाम सिलवाना पसंद करते हैं। यही वजह है कि देर रात तक टेलर व्यस्त नजर आ रहे हैं। इस माह में 2 मार्च से रमजान माह की शुरूआत हुई थी। ईद उल फितर के अब लगभग 15 ही बाकी हैं। इसलिए तैयारी भी तेज हो गई हैं।
इकराम, टेलर
वहीं ईद नजदीक आने से टेलरों की कैंची भी तेज हो गई है। कैंची रात भर कपड़े कतर रही है। टेलर रात भर काम कर रहे हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के टेलरों पर कपड़ों की सिलाई का दबाव इस कदर बढ़ गया है कि उन्हें आराम करने का समय भी बढ़ी मुश्किल से मिल पा रहा है। टेलरों का कहना है कि ईद की वजह से लोग नए कपड़ों की सिलाई कराने के लिए अधिक संख्या में आ रहे है। कारोबार अच्छा है। ईद पर नए कपड़ों की खास खुशी होती है। युवा, बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं सभी नए कपड़े पहनकर ईद की नमाज अदा करते हैं। इसलिए दर्जियों के पास कतार लगी है। शहर के पुरानी तहसील पर स्थित कपड़ों की सिलाई की दुकान चलाने वाले टेलर इकराम टेलर का कहना है कि उन्हें कपड़े सिलते-सिलते फुर्सत नहीं है। हालांकि रमजान माह शुरू होते ही लोग इसकी तैयारी करने लगते है।
जिसकी वजह से टेलरों के पास कपड़े सिलवाने के लिए लोगों की भीड़ पहुंच रही है। वहीं कुछ लोग रेडिमेड कपड़ों व कुर्ता पजामा को खरीद रहे है। इस वक़्त मोदी कट कुर्ता पजामा की ज़्यादा मांग है। बाजारों में इन दिनों लोगों की भीड़ भाड़ नजर आ रही है। इसके अलावा चन्दौसी, गुन्नौर, रजपुरा, गवां, सौंधन, असमोली, सिरसी में भी टेलरों के पास कपड़ों की सिलाई का काम खूब आ रहा है। दिन रात वह कपड़ों की सिलाई करने में जुटे है।
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