‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ का गहरा है अर्थ- बदले की आग और इंसाफ की पुकार
‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ का नाम कोई साधारण नामकरण नहीं था। यह नाम स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाया था, और इसके पीछे एक गहरी भावनात्मक और सांस्कृतिक...
7 मई 2025 को भारत (India) ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ के तहत हवाई हमले किए। यह सैन्य कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे। इस ऑपरेशन का नाम और इसके पीछे की भावना ने इसे न केवल सैन्य कार्रवाई, बल्कि एक गहरे प्रतीकात्मक संदेश के रूप में स्थापित किया है। आइए, विस्तार से जानते हैं कि ‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ का नाम कैसे और क्यों चुना गया, और इस कार्रवाई के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने क्या कहा।
‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ का नाम: एक भावनात्मक और प्रतीकात्मक चयन
‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ का नाम कोई साधारण नामकरण नहीं था। यह नाम स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाया था, और इसके पीछे एक गहरी भावनात्मक और सांस्कृतिक सोच थी। पहलगाम हमले में आतंकियों ने जानबूझकर पुरुषों को निशाना बनाया, खासकर हिंदू पुरुषों को, जिसके परिणामस्वरूप कई महिलाएं विधवा हो गईं। इनमें कई ऐसी नवविवाहिताएं थीं, जिनके हाथों की मेहंदी भी नहीं उतरी थी, और आतंकियों ने उनके मांग का सिंदूर छीन लिया।
- प्रतीकात्मक महत्व: भारतीय संस्कृति में ‘सिंदूर’ विवाहित महिलाओं के लिए उनके पति की लंबी उम्र और सौभाग्य का प्रतीक है। पहलगाम हमले ने कई परिवारों को तोड़ा और महिलाओं के जीवन से यह प्रतीक छीन लिया। ‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ का नाम उन पीड़ित महिलाओं के दर्द को सम्मान देने और आतंकियों को कड़ा जवाब देने की भारत (India) की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह नाम न केवल बदले की कार्रवाई, बल्कि इंसाफ की पुकार का भी प्रतीक बन गया।
- मोदी का संदेश: सूत्रों के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में हुई बैठकों में पीएम मोदी ने स्पष्ट किया था कि आतंकियों ने जानबूझकर हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया, जिससे परिवार टूट गए। उन्होंने इस ऑपरेशन के जरिए यह संदेश देना चाहा कि भारत (India) आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और पीड़ितों को न्याय दिलाएगा।
- पीड़ित परिवारों की भावना: शहीद शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या द्विवेदी ने कहा, “इस ऑपरेशन को ‘सिंदूर’ नाम देकर सरकार ने हमें बताया कि हमारा बदला लिया जाएगा। यह शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि है।”
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor): कार्रवाई का विवरण
‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ भारतीय सेना, नौसेना, और वायुसेना के संयुक्त प्रयासों का परिणाम था, जिसे मंगलवार-बुधवार की रात 1:05 बजे से 1:30 बजे के बीच अंजाम दिया गया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरीदके शामिल थे।
- लक्ष्य: ऑपरेशन का उद्देश्य आतंकी ढांचे को नष्ट करना था, न कि पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना। रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह एक केंद्रित और गैर-उकसावे वाली कार्रवाई थी।
- परिणाम: अनुमान के अनुसार, इस हमले में 100 से 250 आतंकी मारे गए, हालांकि पाकिस्तान ने अभी तक आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए हैं।
- हथियार और रणनीति: सटीक हथियारों, जैसे लंबी दूरी की मिसाइलों और ड्रोन, का उपयोग किया गया। किसी भी भारतीय विमान ने सीमा पार नहीं की, जिससे यह कार्रवाई और भी प्रभावी रही।
पीएम मोदी का बयान: गर्व का पल और कठोर संदेश
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “देश के लिए गर्व का पल” करार दिया। उन्होंने रातभर इस ऑपरेशन की निगरानी की और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, वरिष्ठ खुफिया अधिकारियों, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से लगातार अपडेट लिए।
- मोदी का बयान: “यह ऑपरेशन हमारे सशस्त्र बलों की ताकत और आतंकवाद के खिलाफ भारत (India) की दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाता है। हमने पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों को न्याय दिलाया है।” उन्होंने कैबिनेट बैठक में इस ऑपरेशन के लिए सेना को बधाई दी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सीमा पर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए।
- पहलगाम हमले पर पहले की चेतावनी: हमले के बाद बिहार के मधुबनी में एक रैली में मोदी ने कहा था, “आतंकियों को उनकी कल्पना से बड़ी सजा मिलेगी। उनकी बची-कुची जमीन को मिट्टी में मिला देंगे।” ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) ने उनके इस वादे को पूरा किया।
- कूटनीतिक कदम: ऑपरेशन के बाद मोदी ने सऊदी अरब का दौरा रद्द कर दिया और भारत (India) ने अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, सऊदी अरब, और यूएई जैसे देशों को इस कार्रवाई की जानकारी दी। NSA अजीत डोभाल ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की, जिससे भारत (India) की स्थिति को वैश्विक समर्थन मिला।
अमित शाह का बयान: आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने की प्रतिबद्धता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को पहलगाम हमले में मारे गए “निर्दोष भाइयों की क्रूर हत्या” का जवाब बताया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में भारत (India) की नीति को स्पष्ट करते हुए कहा:
- शाह का बयान: “हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है। ‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ पहलगाम में हमारे निर्दोष भाइयों की नृशंस हत्या के जवाब में भारत (India) की प्रतिक्रिया है। मोदी सरकार भारत (India) और इसके लोगों पर किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए दृढ़ संकल्पित है। भारत (India) आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
- कड़ा संदेश: शाह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत (India) आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है। उनके बयान से यह स्पष्ट हुआ कि भारत (India) की नीति अब “शून्य सहनशीलता” की है।
- कूटनीतिक और सुरक्षा कदम: शाह ने ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान और नेपाल से सटे राज्यों के मुख्यमंत्रियों, डीजीपी, और मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। उन्होंने बीएसएफ को बॉर्डर पर चौकसी बढ़ाने और सीमावर्ती इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए।
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया, जबकि रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि “हम कोई जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे।” पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को 48 घंटों के लिए बंद कर दिया और इस्लामाबाद में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए।
- आतंकी संगठनों पर असर: इस ऑपरेशन ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों की कमर तोड़ दी। मसूद अजहर ने भारत (India) को धमकी दी, लेकिन पाकिस्तान की कमजोर सैन्य और आर्थिक स्थिति ने उसे जवाबी कार्रवाई से रोका।
- वैश्विक प्रतिक्रिया: चीन ने इस कार्रवाई पर चिंता जताई, लेकिन अमेरिका, रूस, और सऊदी अरब जैसे देशों ने भारत (India) के कदम को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के रूप में देखा।
‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत (India) की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक है। इस ऑपरेशन का नाम और उसका भावनात्मक महत्व पीड़ित परिवारों, खासकर महिलाओं, के दर्द को सम्मान देता है। पीएम मोदी और अमित शाह के बयानों ने स्पष्ट किया कि भारत (India) अब न केवल जवाब देगा, बल्कि आतंकवाद को उसकी जड़ों तक खोजकर खत्म करेगा। यह कार्रवाई न केवल पहलगाम हमले का बदला है, बल्कि 2008 के मुंबई हमले जैसे पुराने हिसाबों को भी चुकाने का संदेश देती है।
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