Saharanpur : नाम बड़े दर्शन छोटे - दिल्ली-देहरादून हाईवे पर मोहंड बायपास बंद, जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे जनता परेशान
मोहंड क्षेत्र शिवालिक पहाड़ियों के बीच स्थित है, जहां हाईवे संकरा हो जाता है। बारिश या भूस्खलन के कारण अक्सर मलबा गिरता है, जिससे जाम लग जाता है। हाल ही में भारी व
सहारनपुर। जिले में दो सांसद, दो राज्य मंत्री, सात विधायक और एक विधान पार्षद हैं, लेकिन जनहित के मुद्दों पर कोई आवाज नहीं उठा रहा। दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे पर मोहंड के पास नया बायपास तैयार है, लेकिन पुरानी सड़क पर भारी जाम लग रहा है। हजारों यात्री रोजाना फंसते हैं, ईंधन बर्बाद होता है और समय व्यर्थ जाता है। स्थानीय लोग कहते हैं कि जनप्रतिनिधि सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिलते तो हैं, लेकिन इस समस्या पर कोई मांग पत्र नहीं देते।
मोहंड क्षेत्र शिवालिक पहाड़ियों के बीच स्थित है, जहां हाईवे संकरा हो जाता है। बारिश या भूस्खलन के कारण अक्सर मलबा गिरता है, जिससे जाम लग जाता है। हाल ही में भारी वर्षा से हाईवे पर मलबा गिरा, जिससे घंटों यातायात ठप रहा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने नया बायपास बनाया है, जो डाट काली मंदिर के पास से गुजरता है। यह सड़क शानदार है और 15 दिनों तक यातायात चला भी। लेकिन अब अचानक इसे बंद कर दिया गया। वजह स्पष्ट नहीं है। पुरानी सड़क पर गड्ढे, संकरी जगहें और ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है। यात्री कहते हैं कि मोहंड से देहरादून तक पहुंचने में सामान्य समय से दोगुना लग जाता है।
सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि कहते हैं कि वे प्रयास कर रहे हैं, लेकिन विपक्ष वाले बहाना बनाते हैं कि सत्ता में नहीं हैं इसलिए सुनवाई नहीं होती। सवाल यह है कि आखिर जनप्रतिनिधियों को जनता की परेशानियों को सरकार तक पहुंचाने में क्या दिक्कत है? वे मंत्री के साथ फोटो खिंचवाते हैं, लेकिन मोहंड बायपास खोलने की मांग क्यों नहीं करते? एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि बायपास पर कुछ तकनीकी काम बाकी है, लेकिन जल्द चालू करने की योजना है। पुलिस ट्रैफिक जाम संभालने की कोशिश करती है, लेकिन संकरी सड़क पर यह मुश्किल होता है।
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