Saharanpur : 75 हजार का इनामी अंतर्राज्यीय गैंगस्टर मिथुन पुलिस मुठभेड़ में ढेर, दूसरा साथी अंधेरे में फरार, SWAT टीम के जवान सहित दो पुलिसकर्मी घायल
मुठभेड़ के दौरान प्रभारी निरीक्षक झिंझाना वीरेन्द्र कसाना और SWAT प्रभारी उ0नि0 कुलदीप सिंह की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोलियां लगीं, जिससे उनकी जान बच गई। SWAT टी
सहारनपुर परिक्षेत्र के डीआईजी अभिषेक सिंह के जीरो टॉलरेंस अभियान के तहत चलाए जा रहे विशेष सर्च ऑपरेशन में सोमवार देर रात बड़ी सफलता हाथ लगी। थाना झिंझाना क्षेत्र के ग्राम पावटी खुर्द के जंगली इलाके में छिपे कुख्यात बदमाशों पर दबिश देने गई SWAT टीम और झिंझाना पुलिस पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में शामली पर 50 हजार और बागपत पर 25 हजार रुपये का कुल 75 हजार रुपये का इनामी अंतर्राज्यीय हिस्ट्रीशीटर मिथुन उर्फ पीलू पुत्र बिल्लू (ग्राम अलाउद्दीनपुर, थाना झिंझाना) गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल सीएचसी ऊन ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल शामली रेफर किया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मुठभेड़ के दौरान प्रभारी निरीक्षक झिंझाना वीरेन्द्र कसाना और SWAT प्रभारी उ0नि0 कुलदीप सिंह की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोलियां लगीं, जिससे उनकी जान बच गई। SWAT टीम के हेड कांस्टेबल हरवेंद्र को भी गोली लगी और वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस ने मिथुन के पास से एक 9 एमएम कार्बाइन (7 खोखा और 5 जिंदा कारतूस सहित), एक इटली निर्मित .32 बोर बेरेटा पिस्टल (18 जिंदा कारतूस और 1 खोखा सहित) तथा बिना नंबर प्लेट की सफेद टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल बरामद की है।
मिथुन अंतर्राज्यीय शातिर अपराधी था और झिंझाना थाने का घोषित हिस्ट्रीशीटर था। उसके खिलाफ शामली, बागपत, दिल्ली, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में हत्या, लूट, डकैती और चोरी के कुल 20 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। वह बागपत में लूट-चोरी और शामली में कई लूट व पुलिस मुठभेड़ के मामलों में वांछित था।
मुठभेड़ के दौरान मिथुन का एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। उसकी तलाश में कई टीमें लगाई गई हैं और इलाके में बड़े स्तर पर कॉम्बिंग अभियान चल रहा है। एसपी शामली नरेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई को सहारनपुर रेंज में अपराधियों के खिलाफ कड़ा संदेश माना जा रहा है।
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