Sambhal News: ईमामे ईदगाह कारी राशिद का सरायतरीन मे भव्य स्वागत
शनिवार को मदरसा जियाउल उलूम के प्रधानाचार्य हजरत कारी राशिद अली का उनके सहायकों एवं प्रबंध समिति के सदस्यों ने फूल मालाए पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। राशिद अली के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।
ईमामे ईदगाह के लिए पात्र आलिम के चयन पर उलेमा और मरकज़ अजमल उलूम का आभार जताया
Sambhal News INA.
मदरसा जियाउल उलूम बारादरी सरायतरीन के प्रधानाचार्य कारी राशिद अली को एतिहासिक ईदगाह का ईमाम बनाए जाने पर हर्ष व्यक्त किया गया और ईमामे ईदगाह बनने पर प्रथम बार मदरसा आगमन पर भव्य स्वागत किया गया। शनिवार को मदरसा जियाउल उलूम के प्रधानाचार्य हजरत कारी राशिद अली का उनके सहायकों एवं प्रबंध समिति के सदस्यों ने फूल मालाए पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। राशिद अली के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि मरकज़ अहले सुन्नत अजमल उलूम में दो रोज़ा उर्स के समापन पर देश-प्रदेश से आए उलेमा एव स्थानीय उलेमा हजरात और इदारों के जिम्मेदारान के साथ ही हजारों की तादाद में जमा अकीदतमन्दों की मौजूदगी और स्थानीय उलेमा की राय से मदरसा जियाउल उलूम बारादरी सरायतरीन के काबिल सदर मुदर्रिस कारी राशिद अली को सम्भल की एतिहासिक ईदगाह का ईमाम बनाकर मुसलमानों में खुशी का माहौल पैदा किया है।
अन्य वक्ताओं ने कहा कि हम "मरकज़ अहले सुन्नत अजमल उलूम" और उसके जिम्मेदारान के साथ ही तमाम स्थानीय व अन्य जिलों व प्रदेशों से इस शानदार लम्हों का गवाह बनने और कारी राशिद जैसी सुलझी, संजीदा और काबिल शख्सियत को इमामे ईदगाह बनाये जाने पर सभी आलिम हज़रात का दिल से शुक्रिया अदा करते हैं। वक्ताओं ने यह भी कहा कि यकीनन जनाब कारी राशिद अली इमामे ईदगाह बनने के लिए पात्र थे। लम्बे अर्से बाद फिर एक ऐसे -हाफिज, कारी व मौलाना को ईमामे ईदगाह बनाया गया है, जो हर मिल्ली मसाईल के साथ पुलिस-प्रशासन के सहयोग से शहर व जनपद में आपसी भाइचारे को बढ़ावा देने में अहम योगदान प्रदान करेंगे। इस मौके पर प्रबंध समिति के सचिव हाजी फखरुद्दीन, हाफ़िज़ ज़ाहिद,कारी रिजवान, रहबर, नासिर अली खां, इकबाल खान , मुजीब अहमद खां, हाजी परवेज़ अख्तर, मौलाना अलकमा, जकी अशरफ, मौ. अली, मु. सरफराज़ आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे। संचालन मशकूर मंसूरी ने किया।
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