Sambhal : आई लव मोहम्मद पोस्टर विवाद पर समाजसेवी रशीक अनवर का बयान, मुकदमा दर्ज होना बताया नाइंसाफी
इस पर जवाब देते हुए रशीक अनवर ने कहा कि “हमारे प्यारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पूरी दुनिया के लिए रहमत बनकर आए। उस जमाने में दुनिया अंधकार में डूबी हुई थी, बच्चियों को
Report : उवैस दानिश, सम्भल
मोहल्ला शेर खां सराय स्थित अपनी पैथोलॉजी लैब पर समाजसेवी रशीक अनवर ने पत्रकार वार्ता आयोजित की। इस दौरान पत्रकारों ने उनसे ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर लगाए गए “आई लव मोहम्मद” पोस्टर और उस पर दर्ज हुए मुकदमे को लेकर सवाल किया।
इस पर जवाब देते हुए रशीक अनवर ने कहा कि “हमारे प्यारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पूरी दुनिया के लिए रहमत बनकर आए। उस जमाने में दुनिया अंधकार में डूबी हुई थी, बच्चियों को जिंदा दफनाया जाता था और विधवाओं की कोई इज्जत नहीं थी। आपने सबसे पहले इंसानियत के लिए काम किया और दुनिया को रोशनी दिखाई।”
उन्होंने आगे कहा कि पूरी दुनिया, सिर्फ मुसलमान ही नहीं बल्कि हर धर्म का व्यक्ति, नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का सम्मान करता है। कई वैश्विक सूचियों में उन्हें दुनिया का सबसे महान व्यक्ति माना गया है। ऐसे में अगर कोई मुसलमान “आई लव मोहम्मद” लिखता है, तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
रशीक अनवर ने मुकदमा दर्ज होने को नाइंसाफी बताते हुए कहा कि “यह मुसलमानों को टारगेट करने का तरीका है। क्या मुसलमान इस देश के नागरिक नहीं हैं? क्या उनका इस देश पर कोई हक नहीं है? या तो यह साफ कह दिया जाए कि संविधान में मुसलमानों का कोई अधिकार नहीं है, या फिर हर बार उन्हें टारगेट करने का सिलसिला बंद होना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि सिर्फ एक पोस्टर लगाने पर मुकदमा दर्ज करना न्याय के खिलाफ है और यह मुसलमानों को सताने का प्रयास है। समाजसेवी ने प्रशासन से मामले पर पुनर्विचार करने और मुकदमे को वापस लेने की मांग की।
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