Ballia: बलिया के उभांव थाने की पुलिस ने इंसानियत मिसाल पेश करते हुए अचेत अवस्था में पड़े 75 वर्षीय बुजुर्ग को सीपीआर देकर जान बचाई।
बलिया के उभांव थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 8 से है , जहां मानवीय संवेदनाओं की मिसाल पेश करते हुए पुलिस ने अचेतावस्था में पड़े एक बुजुर्ग को सीपीआर देखकर उसकी

Report- S.Asif Hussain zaidi
बलिया के उभांव थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 8 से है , जहां मानवीय संवेदनाओं की मिसाल पेश करते हुए पुलिस ने अचेतावस्था में पड़े एक बुजुर्ग को सीपीआर देखकर उसकी जान बचाई। तुरंत पहुची पुलिस की तत्परता से वृद्धि की सांस फिर से चलने लगी फिलहाल उन्हें C.H.C सियर में भर्ती कराया जहां उनका इलाज चल रहा है।
बता दे की वार्ड नंबर 8 मंत्री जी की गली निवासी सुरेंद्र प्रसाद (उम्र 75 वर्ष) अपने घर में अकेले रहते थे। दो दिनों से उनके घर का दरवाजा न खुलने और कोई गतिविधि ना देखने पर पड़ोसियों को आशंका हुई उन्होंने इसकी सूचना सुरेंद्र प्रसाद के रिश्तेदार बबलू प्यारे को दी। बबलू प्यार जब मौके पर पहुंचे तो उन्होंने आसपास के लोगों की मदद से लकड़ी की सिड्डि के सहारे ऊपर की खिड़की खोलकर घर के अंदर प्रवेश किया।अंदर देखा तो अपने बिस्तर पर अचेत अवस्था में पड़े थे। उन्हें मृत्यु समझते हुए तुरंत इसकी सूचना सियर पुलिस चौकी प्रभारी मुकेश कुमार को दी।
सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी मुकेश कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पहली मंजिल पर कमरे में पहुंचकर उन्होंने देखा की वृद्धि की सास धीमी चल रही थी, बिना देर किए पुलिसकर्मियों ने वृद्ध को नीचे लाकर उन्हें सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रीसटेशन) देना शुरू किया पुलिस के अथक प्रयास से कुछ देर ही में वृद्धि की सांस सामान्य होने गई तो उन्हें एंबुलेंस से C.H C सियर कर भेजा गया जहां डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा है। परिजनों के अनुसार, सुरेंद्र प्रसाद के दो पुत्र अजय कुमार व विजय कुमार मुंबई में सब्जी का कारोबार करते हैं। पत्नी के निधन के बाद वह अकेले ही अपने घर में रहते है।
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