विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Vyomika Singh): आकाश की बेटी जिसने 2500 घंटों की उड़ान और ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) से रचा इतिहास
विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) का नाम ‘व्योमिका’, जिसका अर्थ है ‘आकाश की पुत्री’, उनकी नियति को दर्शाता है। बचपन से ही उनकी आंखों में आसमान में उड़ने का सपना था। छठी कक्षा से ही....
7 मई 2025 को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए, जिसने दुनिया को भारत की सैन्य ताकत और दृढ़ संकल्प का अहसास कराया। इस ऐतिहासिक ऑपरेशन की जानकारी देने के लिए नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय वायुसेना (IAF) की विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) ने कर्नल सोफिया कुरैशी और विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ मिलकर देश का नेतृत्व किया। 2500 से अधिक घंटों की उड़ान का अनुभव रखने वाली व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) न केवल एक कुशल हेलिकॉप्टर पायलट हैं, बल्कि भारतीय सेना में महिलाओं की बढ़ती भूमिका का प्रतीक भी हैं। आइए, जानते हैं कौन हैं व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) और कैसे उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ में अपनी छाप छोड़ी।
व्योमिका सिंह (Vyomika Singh): आकाश से प्रेम, देश के लिए समर्पण
विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) का नाम ‘व्योमिका’, जिसका अर्थ है ‘आकाश की पुत्री’, उनकी नियति को दर्शाता है। बचपन से ही उनकी आंखों में आसमान में उड़ने का सपना था। छठी कक्षा से ही उन्होंने पायलट बनने का लक्ष्य तय कर लिया था, और इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत और समर्पण दिखाया।
- प्रारंभिक जीवन और शिक्षा: व्योमिका ने स्कूल के दिनों में नेशनल कैडेट कोर (NCC) जॉइन किया, जिसने उन्हें सैन्य जीवन और अनुशासन से परिचित कराया। इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की, जो उनकी तकनीकी समझ को मजबूत करने में मददगार साबित हुई। वह अपने परिवार की पहली सदस्य थीं, जिन्होंने सशस्त्र बलों में कदम रखा।
- वायुसेना में प्रवेश: 2004 में व्योमिका ने भारतीय वायुसेना में 21वीं SSC (विमेन) फ्लाइंग पायलट कोर्स के तहत कमीशन प्राप्त किया। 18 दिसंबर 2019 को उन्हें फ्लाइंग ब्रांच में स्थायी कमीशन (Permanent Commission) मिला, जो उनकी प्रतिबद्धता और उत्कृष्टता का प्रमाण है।
- उड़ान का अनुभव: व्योमिका ने 2500 से अधिक घंटों की उड़ान का रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने चेतक और चीता जैसे हेलिकॉप्टरों को देश के सबसे चुनौतीपूर्ण इलाकों—जम्मू-कश्मीर की ऊंची चोटियों से लेकर पूर्वोत्तर के दुर्गम क्षेत्रों—में उड़ाया है।
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor): व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) की ऐतिहासिक भूमिका
‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ 7 मई 2025 को रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच अंजाम दिया गया, जिसमें भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने मिलकर पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। यह कार्रवाई पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इस ऑपरेशन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) ने अपनी बेबाकी और पेशेवर अंदाज से दुनिया का ध्यान खींचा।
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में योगदान: व्योमिका ने कर्नल सोफिया कुरैशी के साथ मिलकर ऑपरेशन की रणनीति और परिणामों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे भारत ने सटीक हथियारों, जैसे लॉइटरिंग म्यूनिशन, SCALP मिसाइल और HAMMER बम, का उपयोग कर आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बिना किसी नागरिक नुकसान के।
- पाकिस्तान का झूठ बेनकाब: पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत ने नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया, लेकिन व्योमिका ने वीडियो फुटेज और नक्शों के साथ साबित किया कि केवल आतंकी ठिकाने नष्ट किए गए, जैसे लश्कर-ए-तैयबा का मुरीदके कैंप, जहां 26/11 मुंबई हमले के आतंकी प्रशिक्षित हुए थे।
- महिलाओं का नेतृत्व: यह पहली बार था जब दो महिला अधिकारियों—विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) और कर्नल सोफिया कुरैशी—ने किसी बड़े सैन्य ऑपरेशन की प्रेस कॉन्फ्रेंस का नेतृत्व किया। यह भारत की सैन्य ताकत के साथ-साथ लैंगिक समानता का भी प्रतीक था।
व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) की उपलब्धियां: साहस और नेतृत्व का प्रतीक
विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) केवल एक पायलट ही नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और साहस से कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
- बचाव अभियान: नवंबर 2020 में व्योमिका ने अरुणाचल प्रदेश में एक महत्वपूर्ण बचाव अभियान का नेतृत्व किया। कठिन मौसम और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में उन्होंने नागरिकों को सुरक्षित निकाला, जिसके लिए उनकी सराहना हुई।
- महिला सशक्तिकरण: 2021 में व्योमिका ने तीनों सेनाओं की महिला अधिकारियों के साथ मिलकर माउंट मणिरंग (21,650 फीट) पर तिरंगा फहराया। इस अभियान को रक्षा नेतृत्व ने सराहा और यह महिलाओं की ताकत का प्रतीक बना।
- पुरस्कार और सम्मान: व्योमिका को पूर्वोत्तर में बाढ़ राहत कार्यों के दौरान सिग्नल ऑफिसर-इन-चीफ की प्रशंसा मिली। उनकी नेतृत्व क्षमता और समर्पण ने उन्हें वायुसेना में एक सम्मानित नाम बनाया।
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) में व्योमिका की भूमिका
‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ का नाम पहलगाम हमले में विधवा हुई महिलाओं के दर्द और उनके मांग के सिंदूर के सम्मान में रखा गया। व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) और सोफिया कुरैशी का प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेतृत्व करना इस ऑपरेशन के प्रतीकात्मक महत्व को और गहरा करता है।
- संदेश: दो महिला अधिकारियों का नेतृत्व न केवल आतंकियों को कड़ा जवाब था, बल्कि यह भी संदेश था कि भारत की बेटियां न सिर्फ पीड़ित हैं, बल्कि देश की रक्षा में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।
- सोशल मीडिया पर प्रशंसा: प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सोशल मीडिया पर व्योमिका की जमकर तारीफ हुई। एक यूजर ने लिखा, “विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Vyomika Singh)—नाम ही है ‘आकाश की पुत्री’। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) में दुश्मन पर कहर बरपाने की ताकत दिखाई।”
एक प्रेरणादायक नारी शक्ति
विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) ने ‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)’ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में न केवल भारत की सैन्य ताकत को दुनिया के सामने रखा, बल्कि अपनी बेबाकी और पेशेवर अंदाज से पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब किया। 2500 घंटों से अधिक की उड़ान, बचाव अभियानों में साहस और महिलाओं के नेतृत्व का प्रतीक बनकर व्योमिका ने नई पीढ़ी के लिए एक मिसाल कायम की है। उनकी कहानी सिर्फ एक पायलट की नहीं, बल्कि एक ऐसी नारी शक्ति की है, जो आकाश को छूती है और देश के लिए हर चुनौती से लड़ती है। व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) भारत की उस ताकत का नाम है, जो कहती है—“हम उड़ते हैं, हम लड़ते हैं, हम जीतते हैं!”
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