हरदोई न्यूज़: डेढ़ साल से लटका 266 करोड़ का प्रोजेक्ट, आज भी भटक रहे इनवेस्टर्स। कैसे होगा योगी का सपना पूरा।
- कंपनी को भूमि नहीं दे पा रहा प्रशासन, 266 करोड़ की परियोजनाएँ डेढ़ साल से लंबित
- 10 हजार गोवंशो के आश्रय हेतु जमीन की है आवश्यकता, ध्यान नहीं दे रहे जिम्मेदार: कंपनी
- सभी फॉर्मेलिटी के बाद भी परिणाम धाक के तीन पात
Reported by - Vijay laxmi singh
हरदोई: मुख्यमंत्री के निर्देशों के बावजूद जिले में 10 हजार गोवंशो के पुनर्वास के लिए जमीन का आवंटन नहीं किया जा रहा है, जिसका नुकसान निवेशको को उठाना पड रहा है। गोल्ड सन साईन एग्रोटेक सर्विसेस प्रा.लि. कंम्पनी के अधिकारियों ने आज यहाँ पीडब्लूडी गेस्ट हॉउस में प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि उक्त परियोजना के लिए पूर्ण तैयारी कर ली गई है।
70 करोड के निर्माण टेन्डर भी आवंटित कर दिये गये है, बहुत ही दुखद और चिन्ता का विषय है कि 1.5 साल से अधिक होने को आये है, दोनो परियोजना जो कि 61 करोड व 205 करोड है, दोनो की भूमि आवंटन आज दिनांक तक नही हो पाये है जिस कारण कंम्पनी इन्वेस्ट यूपी के अर्न्तगत अपनी लक्ष्य पूर्ति नही कर पायेगी। हमारा उद्देश्य जिला हरदोई में 10 हजार निराश्रित गौवंशो का पुनर्वास करना था परन्तु प्रशासन व शासन की उदासीनता के चलते यह जन कल्याण योजना अभी तक धरातल पर नही उतर पाई है।
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इतनी महत्वपूर्ण योजना जो गौवंशो के नस्ल सुधार में एक नई क्रांती लाएगी जिसमें नई तकनीको जैसे ई०टी, जियोनौमिक आदि तकनिको के जरिये नन्दी व गायों को उनके अनुवान्धीक (डी०एन०ए) की पहचान कर उच्च नस्ल का शुक्राणू (Sperm) को एकत्रित कर देसी गायों में नस्ल सुधार किया जायेगा व देसी गायों को सरोगैसी मदर के रूप में एक जीवनदान देकर अच्छी नस्ल के दुधारू बछिया की पैदावार की जायेगी। गोल्ड सन साईन एग्रोटेक सर्विसेस प्रा० लि० पशुपालन व लाइव स्टॉक में एक अग्रेणी कंम्पनी है। वर्ष 2015 से कंम्पनी लाइव स्टॉक के उत्पादन का कार्य कर रही है।
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के मार्ग निर्देशन में हम उत्तर प्रदेश को श्वेत कांति की तरफ ले जा रहे है हमारी कंम्पनी को उत्तर प्रदेश में बीडिंग व मिल्क प्रोसेसिंग के जरिये 61 व 205 करोड़ रूपये का निवेश किया जा रहा है।
जनहित में कि जाने वाली योजना जिसमें निराश्रित गौवंशो का नस्ल सुधार और उनका पुनर्वास और पशुपालको के देसी पशुओं में दुग्ध उत्पादन की क्षमता को बढाना परियोजना का मुख्य उद्देश्य है। गौ का राष्ट्रीय सम्मान हमारे लिए सर्वोपरी है।
गौ संवर्धन से ईको बैलेंस व जीव-जन्तुओं की रक्षा होती है। ऐसे में 1.5 वर्ष से भी अधिक होने के उपरान्त इतनी महत्वपूर्ण योजना को गम्भीरता से न लेना और क्षेत्रीय प्रतिनिधियों द्वारा सहयोग न करना बहुत चिन्ता का विषय है। ऐसे में प्रदेश के विकास में निवेशक कैसे अपनी भूमिका अदा कर पायेगे?
#हरदोई न्यूज़: डेढ़ साल से लटका 266 करोड़ का प्रोजेक्ट, आज भी भटक रहे इनवेस्टर्स। कैसे होगा योगी का सपना पूरा।@ChiefSecyUP@ChiefSecy_UP@myogiadityanath@dmhardoihttps://t.co/OBX7n4QEZd pic.twitter.com/0YxB3fieaO — INA Hardoi News (@inahardoinews) July 16, 2024
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