बलिया न्यूज़: बाढ़ पीड़ितों का दर्द- बड़े अरमानों से बनाया था आशियाना, खुद अपने ही हांथों से उजाड़ते बाढ़ पीड़ित।
Report- S.Asif Hussain zaidi.
खा़स ख़बर यूपी के बलिया से है जहां, बाढ़ के कहर से हालात लगातार मुश्किल होते जा रहे हैं। (घाघरा) सरजू नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है। यहां सरयू नदी में समा गई लोगों की खून पसीने की कमाई । बलिया के कई गांवों में काटन तेजी से हो रहा है सरयू नदी के प्रकोप और कटान के डर से लोग अपने ही हाथों से अपने अरमानों से बनाए आशियांनों को उजाड़ने को मजबूर हो गए हैं।
आप सोच सकते हैं किस दिल से अपनें हाथों से बनाए घरों पर हथोड़े चलाकर अपने घर को तोड रहे है। आप समझ सकते होगे कि इन हथोड़ों कि चोट घर की छत पर उनके दिलो ज्यादा लग रही होगी। ये लाईव तस्वीर बलिया जिले के बांसडीह तहसील क्षेत्र मे आने वाली भोजपुरवां टिकुलिया गांव कि है। जहां ऐसे हालात बन गए हैं कि लोग अपने खून पसीने से बने घरों को अपने ही हाथों से तोड़ रहे हैं और सामान लेकर नदी के किनारे से दूर जा रहे हैं।
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यहां सरजू नदी के आगे सब बेबस हो गए हैं। हालांकि इस बाढ़ प्रभावित क्षेत मे लगातार अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों का दौरा जारी है। और आरोप यह है कि केवल अधिकारी है वह जनप्रतिनिधियों द्वारा आश्वासन ही मिल रहा है लेकिन कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही है। हालात का ज्यादा लेने मौके पर पहुंचे समाजसेवी योगेश्वर सिंह ने बाढ़ पीड़ितो से हाल-चाल पूछ और उन्हें मदद देने का भरोसा भी दिया। कहां पहले हम बलिया के डीएम से बात करेंगे और इनसे बात नहीं बनी तो सीधे मुख्यमंत्री से बात कर पीड़ितों की मदद करेंगे।
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