MP: खबर का असर- दूषित पानी की शिकायत पर तुरंत एक्शन, सरपंच ने बदले 4 वॉल्व, नालियां साफ; ग्रामीण बोले- मीडिया ही जनता की आवाज।
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में बदलते मौसम और पर्याप्त वर्षा न होने के कारण बीमारियों का प्रकोप वैसे ही सामने आ रहे थे जिस पर ग्रामीण जन को सरपंच
रिपोर्ट- शशांक सोनकपुरिया, बैतूल मध्यप्रदेश
- दूषित पानी पीने को मजबूर थे ग्रामीण, खबर चलते ही पीएचई के एसडीओ द्वारा दिया गया था नोटिस,जिसके बाद सरपंच ने बदलवाए नलजल के 4 वॉल्व, करवाई गई नालियों की सफाई, ग्रामीणों ने ने कहा इसी तरह मीडिया में उठाये जाने चाहिए जनता के मुद्दे,बढ़ती है विश्वसनीयता, जनहित में होते है काम
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में बदलते मौसम और पर्याप्त वर्षा न होने के कारण बीमारियों का प्रकोप वैसे ही सामने आ रहे थे जिस पर ग्रामीण जन को सरपंच पति की तानाशाही से परेशान होकर दूषित पानी पीने को मजबूर होना हो रहे थे चूंकि स्वास्थ्य विभाग आमजन से शुद्ध पेयजल पीने की अपील कर रहा है पर जिलामुख्यालय से लगे एक गांव में ग्रामीण सरपंच की तानाशाही से परेशान थे जिसको लेकर हमारे द्वारा बैतूल जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बघोली का एक मामला प्रमुखता से उठाया गया यह बता दें कि जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर इस ग्राम लोहारिया के ग्रामीण खासे परेशान थे पर उनकी सुनने वाला कोई नही था पूर्व में भी ग्रामीण इसकी शिकायत कर चुके थे पर कोई अधिकारी मौके पर नही गया।
इसके चलते ग्रामवासी खासे परेशान भी रहे यहाँ नलजल का पानी पीकर ग्रामीण बीमारियों का शिकार हो रहे थे जबकि मरम्मत के नाम पर लाखों का बजट आया था पर तत्कालीन सचिव और सरपंच पति द्वारा रुपयों की बंदरबांट कर नल जल की मरम्मत का कोई कार्य नही करवाया गया था और खराब वाल्व के चलते नालियों का गंदा पानी इस पाइपलाइन में जा रहा था जो नल में लोगों के घर मे पहुँच रहा है और ग्रामीण जन यही पेयजल पीने को मजबूर थे वही जब इस मामले में पीएचई विभाग के एसडीओ को अवगत करवाया गया तो उनके द्वारा ग्रामपंचायत को लेटर लिखकर सुधार कार्य करवाने की बात कही थी जिसके बाद हमारे द्वारा ख़बर प्रकाशित की गई और सरपंच द्वारा चारों वॉल्व बदलवाए गए और नालियों की सफाई भी कराई गई जिसकी जानकारी स्वयं सरपंच द्वारा मीडिया को उपलब्ध करवाई गई।
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