दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का ‘प्रहरी’ ऐप- ट्रैफिक नियम तोड़ने की शिकायत करें, 50,000 रुपये तक कमाएं।
Delhi Traffic Police: दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन एक आम समस्या है। लाल बत्ती तोड़ना, बिना हेलमेट गाड़ी चलाना, गलत साइड पर ड्राइविंग...
दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन एक आम समस्या है। लाल बत्ती तोड़ना, बिना हेलमेट गाड़ी चलाना, गलत साइड पर ड्राइविंग, और नो-पार्किंग जोन में गाड़ी खड़ी करना जैसी हरकतें न केवल ट्रैफिक जाम का कारण बनती हैं, बल्कि सड़क हादसों को भी बढ़ावा देती हैं। इस समस्या से निपटने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक अनोखा कदम उठाया है। 1 सितंबर 2024 को, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने अपने ‘ट्रैफिक प्रहरी’ ऐप को नए सिरे से लॉन्च किया, जिसके जरिए आम नागरिक ट्रैफिक नियम तोड़ने की शिकायत कर सकते हैं और हर महीने 50,000 रुपये तक की कमाई कर सकते हैं। इस पहल को दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के निर्देश पर शुरू किया गया है, ताकि जनता को ट्रैफिक प्रबंधन में शामिल किया जाए और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दिया जाए।
- ट्रैफिक प्रहरी ऐप: यह क्या है?
‘ट्रैफिक प्रहरी’ ऐप दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा शुरू किया गया एक मोबाइल एप्लिकेशन है, जो पहले ‘ट्रैफिक सेंटिनल’ के नाम से जाना जाता था। इसे दिसंबर 2015 में शुरू किया गया था, लेकिन 1 सितंबर 2024 को इसे नए फीचर्स और पुरस्कार प्रणाली के साथ फिर से लॉन्च किया गया। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर पर उपलब्ध है। इस ऐप का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों को ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की शिकायत करने का मौका देना है, ताकि दिल्ली की सड़कों को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाया जा सके।
इस ऐप के जरिए कोई भी व्यक्ति ट्रैफिक नियम तोड़ने की घटनाओं, जैसे खतरनाक ड्राइविंग, गलत पार्किंग, लाल बत्ती तोड़ना, या बिना हेलमेट गाड़ी चलाने की शिकायत कर सकता है। शिकायत करने के लिए आपको घटना की तस्वीर या वीडियो, तारीख, समय, स्थान, और वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर जैसी जानकारी ऐप पर अपलोड करनी होगी। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस इन शिकायतों की जांच करती है, और अगर शिकायत सही पाई जाती है, तो उल्लंघन करने वाले वाहन मालिक को चालान जारी किया जाता है। इस प्रक्रिया में शिकायतकर्ता को अंक दिए जाते हैं, जिनके आधार पर हर महीने पुरस्कार दिए जाते हैं।
- कैसे काम करता है ट्रैफिक प्रहरी ऐप?
ट्रैफिक प्रहरी ऐप का इस्तेमाल करना बेहद आसान है। इसे शुरू करने के लिए आपको निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:
ऐप डाउनलोड करें: सबसे पहले, गूगल प्ले स्टोर (एंड्रॉयड यूजर्स के लिए) या ऐपल ऐप स्टोर (आईओएस यूजर्स के लिए) से ‘ट्रैफिक प्रहरी’ ऐप डाउनलोड करें।
रजिस्ट्रेशन: ऐप को खोलने के बाद, आपको अपने मोबाइल नंबर के जरिए रजिस्टर करना होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए आपको ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड), अपना नाम, और ईमेल आईडी डालनी होगी।
शिकायत दर्ज करें: अगर आप सड़क पर कोई ट्रैफिक नियम उल्लंघन देखते हैं, जैसे कोई बिना हेलमेट के बाइक चला रहा हो या गलत जगह पर गाड़ी पार्क की हो, तो उसकी स्पष्ट तस्वीर या वीडियो लें। इसके बाद, ऐप पर तारीख, समय, स्थान, वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर, और उल्लंघन का प्रकार जैसी जानकारी अपलोड करें।
जांच और चालान: दिल्ली ट्रैफिक पुलिस मुख्यालय में आपकी शिकायत की जांच की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शिकायत सही है और इसका कोई निजी विवाद से संबंध नहीं है। अगर शिकायत सही पाई जाती है, तो वाहन मालिक को ई-चालान भेजा जाता है, और शिकायतकर्ता को अंक दिए जाते हैं।
पुरस्कार प्रणाली: हर महीने, सबसे ज्यादा सही शिकायतें दर्ज करने वाले चार लोगों को नकद पुरस्कार दिए जाते हैं। पहले स्थान वाले को 50,000 रुपये, दूसरे को 25,000 रुपये, तीसरे को 15,000 रुपये, और चौथे को 10,000 रुपये का पुरस्कार मिलता है।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने इस ऐप को आकर्षक बनाने के लिए एक अनोखी पुरस्कार प्रणाली शुरू की है। पहले यह योजना सालाना पुरस्कारों पर आधारित थी, लेकिन अब इसे मासिक कर दिया गया है। हर महीने, सबसे ज्यादा सही शिकायतें दर्ज करने वाले लोगों को नकद पुरस्कार दिए जाते हैं। यह प्रणाली न केवल नागरिकों को ट्रैफिक नियम लागू करने में शामिल करती है, बल्कि उन्हें अतिरिक्त आय का मौका भी देती है। डीसीपी ट्रैफिक एस.के. सिंह ने बताया कि इस ऐप के जरिए रोजाना 1,400 से 1,500 चालान दर्ज किए जा रहे हैं, जो इसकी लोकप्रियता और प्रभाव को दर्शाता है।
पहले पुरस्कार के तौर पर अक्टूबर 2024 में पुरस्कार वितरित किए गए, और इसकी सफलता को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने मार्च 2025 में इस योजना की समीक्षा की। समीक्षा के बाद, पुरस्कार राशि को और बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है, अगर इस ऐप को और ज्यादा लोग इस्तेमाल करें। यह योजना न केवल ट्रैफिक प्रबंधन में मदद करती है, बल्कि लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक भी करती है।
दिल्ली, भारत की राजधानी, एक व्यस्त महानगर है, जहां लाखों वाहन रोजाना सड़कों पर दौड़ते हैं। दिल्ली पुलिस के “दिल्ली रोड क्रैश रिपोर्ट 2021” के अनुसार, 2021 में दिल्ली में 4,720 ट्रैफिक हादसे हुए, जिनमें 1,239 लोगों की जान गई। हालांकि, 2023 में घातक हादसों में 4.7% की कमी देखी गई, लेकिन फिर भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन एक बड़ी समस्या है।
2019 में, मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन के बाद ट्रैफिक चालानों की राशि में भारी बढ़ोतरी की गई। उदाहरण के लिए, शराब पीकर गाड़ी चलाने की सजा 10,000 रुपये और/या 6 महीने की जेल है, और दोबारा उल्लंघन पर 15,000 रुपये और/या 2 साल की जेल हो सकती है। बिना हेलमेट गाड़ी चलाने पर 1,000 रुपये का जुर्माना और ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन का प्रावधान है। इन सख्त नियमों के बावजूद, कई लोग नियम तोड़ते हैं, जिसके कारण दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को नई रणनीतियां अपनानी पड़ रही हैं।
ट्रैफिक प्रहरी ऐप की शुरुआत के बाद से, दिल्ली में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसी गई है। 2024 के पहले तिमाही में, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने 6,87,055 चालान जारी किए, जिनमें से कई इस ऐप के जरिए दर्ज किए गए। यह ऐप न केवल चालान प्रक्रिया को आसान बनाता है, बल्कि लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक भी करता है।
हालांकि, इस ऐप के सामने कुछ चुनौतियां भी हैं। कुछ लोग इस ऐप का दुरुपयोग कर सकते हैं, जैसे निजी विवादों के कारण गलत शिकायतें दर्ज करना। इसे रोकने के लिए, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सख्त जांच प्रक्रिया लागू की है, जिसमें हर शिकायत की गहन जांच की जाती है। इसके अलावा, कुछ लोगों का मानना है कि यह ऐप निगरानी को बढ़ावा देता है, जो गोपनीयता के लिए खतरा हो सकता है। इन चिंताओं के बावजूद, इस ऐप को जनता से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है, जैसा कि सोशल मीडिया पर इसके वायरल होने से पता चलता है।
18 जुलाई 2025 को, @DNHindi ने अपने एक्स हैंडल पर इस ऐप के बारे में पोस्ट किया, जिसमें लिखा था, “अब जनता भी काटेगी चालान! दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का ‘Prahari App’ हुआ वायरल।” इस पोस्ट को हजारों लाइक्स और रीपोस्ट मिले, जिससे इस ऐप की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है। @dtptraffic ने भी कई यूजर्स को जवाब देते हुए इस ऐप के जरिए शिकायत दर्ज करने की सलाह दी। उदाहरण के लिए, एक यूजर @Sandeeprekh की शिकायत के जवाब में, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें ऐप का लिंक भेजा और शिकायत दर्ज करने को कहा।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की यह पहल पहली बार नहीं है। इससे पहले, पुणे ट्रैफिक पुलिस ने “व्हिसलब्लोअर स्कीम” शुरू की थी, जिसके तहत लोगों को लाउड साइलेंसर वाली बाइकों की शिकायत करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस योजना के तहत 571 अवैध रॉयल एनफील्ड साइलेंसर जब्त किए गए। दिल्ली का ट्रैफिक प्रहरी ऐप भी इसी तरह की एक पहल है, जो नागरिकों को ट्रैफिक प्रबंधन का हिस्सा बनाती है।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का ‘ट्रैफिक प्रहरी’ ऐप एक क्रांतिकारी कदम है, जो आम नागरिकों को ट्रैफिक नियम लागू करने में शामिल करता है। यह न केवल सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देता है, बल्कि लोगों को अतिरिक्त आय का मौका भी देता है। 50,000 रुपये तक के मासिक पुरस्कार ने इस ऐप को और आकर्षक बनाया है। हालांकि, इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि लोग इसका सही इस्तेमाल करें और दुरुपयोग से बचें। यह पहल न केवल दिल्ली की सड़कों को सुरक्षित बनाती है, बल्कि लोगों को जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करती है। अगर आप भी दिल्ली की सड़कों को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो ‘ट्रैफिक प्रहरी’ ऐप डाउनलोड करें और ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की शिकायत दर्ज करें। यह न केवल एक जिम्मेदारी है, बल्कि एक मौका भी है सुरक्षा बढ़ाने और कमाई करने का।
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