Sambhal : विश्व उर्दू दिवस पर सम्भल में अल्लामा इक़बाल फाउंडेशन द्वारा भव्य आयोजन
फाउंडेशन के अध्यक्ष आबिद हुसैन हैदरी ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत इस वर्ष के कार्यक्रमों का केंद्रबिंदु युवाओं की शिक्षा, रोजगार और भारतीय भाषाओं के
Report : उवैस दानिश, सम्भल
अल्लामा इक़बाल फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व उर्दू दिवस धूमधाम से मनाया गया। यह कार्यक्रम 3 नवंबर से 9 नवंबर तक विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में आयोजित किए गए, जिनका उद्देश्य शिक्षा को बढ़ावा देना और नई पीढ़ी को भारतीय भाषाओं, विशेषकर उर्दू से जोड़ना रहा।
फाउंडेशन के अध्यक्ष आबिद हुसैन हैदरी ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत इस वर्ष के कार्यक्रमों का केंद्रबिंदु युवाओं की शिक्षा, रोजगार और भारतीय भाषाओं के महत्व पर रहा। उन्होंने कहा कि आज का दौर एआई और सोशल मीडिया का है, जिसमें रोजगार के नए अवसर मौजूद हैं। ऐसे में छात्रों को सही दिशा देने और उनके भ्रम को दूर करने के लिए काउंसलिंग सत्र भी आयोजित किए गए।
उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में कई छात्र विदेशी भाषाओं की ओर झुक रहे हैं, जबकि भारतीय भाषाएं—खासकर हिंदी और उर्दू—हमारी संस्कृति और पहचान की आधारशिला हैं। फाउंडेशन ने इस दौरान बच्चों को अपनी मातृभाषा अपनाने और उसमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम श्रृंखला का समापन इलाइट जूनियर हाई स्कूल में हुआ, जहां विश्व उर्दू दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ उर्दू भाषा के महत्व पर विस्तार से चर्चा की गई। आबिद हुसैन हैदरी ने कहा कि उर्दू गंगा-जमुनी तहज़ीब की भाषा है। नई शिक्षा नीति में भारतीय भाषाओं के संवर्धन पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसमें उर्दू भी शामिल है। उर्दू सीखकर युवा मीडिया और सोशल मीडिया के क्षेत्र में सफल करियर बना सकते हैं।
आज किसी भी न्यूज़ चैनल या प्लेटफ़ॉर्म की भाषा में उर्दू शब्दों का होना उसकी लोकप्रियता की पहचान है। इस अवसर पर विद्यार्थियों, शिक्षकों और अतिथियों ने उर्दू के महत्व पर अपने विचार रखे और भाषा के संरक्षण एवं प्रसार का संकल्प लिया।
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