महाकुंभ पर वक्फ के कब्जे वाले बयान पर बिफरे सीएम योगी, कहा- वक्फ बोर्ड है या भू-माफियाओं का बोर्ड

महाकुंभ की जमीन पर बीते दिनों बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने दावा करते हुए महाकुंभ स्थल की जमीन को वक्फ की संपत्ति करार दिया। इसके बाद उनके बयान पर सियासी बयान बाजी चल रही है। अब योग गुरु बाबा रामदेव ने भी उ...

Jan 9, 2025 - 21:43
 0  39
महाकुंभ पर वक्फ के कब्जे वाले बयान पर बिफरे सीएम योगी, कहा- वक्फ बोर्ड है या भू-माफियाओं का बोर्ड

By INA News Maha Kumbh Nagar.
वक्फ बोर्ड के नाम पर जमीन कब्जे के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि यह समझना मुश्किल है कि वक्फ बोर्ड है या भू-माफियाओं का बोर्ड। हमारी सरकार ने वक्फ अधिनियम में संशोधन किया है और एक-एक इंच जमीन की जांच करवा रही है। जिन लोगों ने वक्फ के नाम पर जमीन कब्जाई है, उनसे जमीन वापस ली जाएगी और गरीबों के लिए आवास, शिक्षण संस्थान और अस्पताल बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कुंभ की जमीन पर दावा करने वाले अपनी खाल बचा लें बस। कुंभ (महाकुंभ मेला) की परंपरा वक्फ से कहीं पुरानी है। सनातन धर्म की ऊंचाई आकाश से भी ऊंची और गहराई समुद्र से भी गहरी है। इसकी तुलना किसी मत या मजहब से नहीं की जा सकती।

सीएम योगी ने कहा कि विदेशी जूठन खाने वाले लोग हमें बदनाम करने में लगे हैं। देश में जातिवाद का जहर घोलकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता अब जागरूक हो चुकी है। सनातन धर्म हमेशा शिखर पर रहा है। हिंदू एकता और राष्ट्रीय एकता एक-दूसरे के पूरक हैं। इतिहास गवाह है कि जब हम बंटे हैं, तो कमजोर हुए हैं, और जब एकजुट हुए हैं, तो अजेय बने हैंNइसीलिए मैंने पहले कहा था कि बंटोगे तो कटोगे और एक रहोगे तो नेक रहोगे।

उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग जाति और मजहब के नाम पर समाज को बांटने का प्रयास करते हैं। ये वही शक्तियां हैं जो भारत को कमजोर करने का षड्यंत्र रचती हैं। लेकिन जनता अब जागरूक हो चुकी है। आज यूपी का नागरिक पलायन नहीं कर रहा, माफिया और अपराधी कर रहे हैं। सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी और उसके नेताओं पर भी तीखा प्रहार किया।उन्होंने कहा कि डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि अगर भारत को समझना है, तो राम, कृष्ण और शिव की परंपरा को पढ़ो। जो नेता लोहिया जी के नाम पर राजनीति करते हैं, उन्होंने इनकी बातों को कभी नहीं समझा। उन्होंने अयोध्या के विकास का जिक्र करते हुए कहा कि हमने अयोध्या को विकास और विरासत का केंद्र बनाया। जो लोग अयोध्या के विकास का विरोध कर रहे थे, उन्हें वहां जाने का नैतिक अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की सनातन धर्म की जो मान्यता है यह दुनिया के सबसे प्राचीन संस्कृति है। इसकी तुलना किसी मत मजहब और संप्रदाय से नहीं हो सकती। हजारों वर्षों की विरासत मेरे पास है। इसके सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजन भी उतनी ही प्रचीन है। आकाश के भी ऊंचा है सनातन की परंपरा, इसकी तुलना नहीं की जा सकती।

किसने क्या कहा...

महाकुंभ की जमीन पर बीते दिनों बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने दावा करते हुए महाकुंभ स्थल की जमीन को वक्फ की संपत्ति करार दिया। इसके बाद उनके बयान पर सियासी बयान बाजी चल रही है। अब योग गुरु बाबा रामदेव ने भी उनके इस बयान पर पलटवार किया है। महाकुंभ में लगे पोस्ट पर उन्होंने कहा कि कुंभ में किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होना चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ समेत हमारी सत्ता के शिखर पर जो लोग हैं वो ऐसा नहीं करेंगे और लोगों को भी ऐसा नहीं करना चाहिए। गौरतलब है कि मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बीते रविवार को दावा करते हुए कहा था कि जिस जमीन के ज्यादातर हिस्से पर शामियाने और तंबू लगाए गए हैं, वो जमीन वक्त की है और वहां के मुसलमानों की है। ये जमीन लगभग 54 बीघा है।वक्फ बोर्ड के बयान जिसमें वो महाकुंभ के जमीन के हिस्सों को वक्फ बोर्ड की बता रहे थे, उस पर धीरेंद्र शास्त्री ने बोले कि ऐसे मूर्खतापूर्ण बयानों से उन्हें बचना चाहिए। आदि अंततः कालों से प्रयागराज हिंदू सनातन की जमीन रही है। शंकराचार्य, पुराणों और सनातन पद्धति में इसका उल्लेख है तो ऐसे में इस तरह का बयान देने पागलपन है। इसका पागलपन दूर होना चाहिए और वक्फ बोर्ड को बंद करें या फिर सनातन बोर्ड की शुरुआत की जाए। दरअसल कटनी के बिरुहली में ब्रेन डिटॉक्स का एक समागम आयोजित किया गया है, जिसमें शामिल होने बाबा बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ पर मीडिया चर्चा में बताया 12 वर्षों में आने वाले कुंभ को महाकुंभ कहते हैं। ये महाकुंभ 144 वषों बाद आया है, जो 21वीं सदी का अंतिम कुंभ है, जिसका सभी सनातनियों का पुण्य लाभ लेना चाहिए। यहां आएं, लेकिन चित्र खींचने नहीं चरित्र के लिए। रील के बनाने नहीं, बल्कि रियल को बनाने के लिए। क्योंकि यह महाकुंभ आस्था, भक्ति और यहां पहुंचने वाले हिंदू जिस दिन सनातन के लिए मोड जाएंगे, उसी दिन हिंदू राष्ट्र का निर्माण हो जाएगा।

बढ़ सकती हैं मौलाना की मुश्किलें...

प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन में वक्फ बोर्ड की 55 बीघा जमीन के उपयोग से जुड़े दावे से एक ओर जमकर सियासत हो रही है। वहीं दावा करने वाले मौलाना शहाबुद्दीन रजवी की मुश्किलें बढ़ सकती है। मौलाना के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज किए जाने की मांग को लेकर महाकुंभ पुलिस से शिकायत की गई है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) के लीगल सेल ने महाकुंभ पुलिस से शिकायत की है। तहरीर के साथ मीडिया रिपोर्ट्स की कॉपी भी संलग्न की गई है। हालांकि इस मामले में पुलिस ने अभी एफआईआर दर्ज नहीं की है। विश्व हिंदू परिषद के लीगल सेल के काशी प्रांत के अध्यक्ष अरविंद मिश्र ने पुलिस में शिकायत की है। गौरतलब है कि बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी बड़ा दावा करते हुए महाकुंभ स्थल की जमीन को वक्फ की संपत्ति करार दिया था।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow