Special Article: श्रृंगवेरपुर धाम का योगी सरकार ने किया कायाकल्प, पर्यटन और रोजगार का बन रहा है हब।
इंफ्रास्ट्रक्चर विकास से धार्मिक और ग्रामीण पर्यटन का हब बना श्रृंगवेरपुर धाम, होम स्टे और ग्रामीण महिलाओं को मिले रोजगार के अवसर...

- श्रृंगवेरपुर के नाविकों के लिए सीएम योगी की सौगात, सीएनजी से चलने वाली नौकाओं की होगी व्यवस्था
- नाविक और मछुवारा समाज बाहुल्य क्षेत्र में मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना ने बदला निषाद समाज के लोगों का जीवन
- 1400 से अधिक नाविकों और गाइड के स्किल डेवलपमेंट के लिए दिया विशेष प्रशिक्षण
प्रयागराज: सामाजिक समरसता और एकता की राजधानी श्रृंगवेरपुर धाम धार्मिक और सामाजिक विरासत के साथ विकास के गमन पथ पर तेजी से अग्रसर हुआ है। योगी सरकार यहां मूलभूत सुविधाओं का विकास कर इसे पर्यटन का हब बना रही है ताकि क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े निषाद और मछुवारा समाज की स्थिति बदल सके। श्रृंगवेरपुर में सीएम योगी ने इनका विस्तार करने का ऐलान किया है ।
- नाविकों के लिए सीएम योगी की सौगात, नाविकों के लिए सीएनजी चलित नौका की होगी व्यवस्था
निषादराज जयंती पर अपने कार्यक्रम में सीएम योगी ने नाविकों के लिए बड़ी सौगात दी है। अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने स्थानीय नाविकों को अच्छी नौकाएं उपलब्ध कराने की बात कही है। लेकिन सबसे बड़ी बात अब नाविकों को सीएनजी से चलने वाली नौकाओं की व्यवस्था कराने का आश्वासन मुख्यमंत्री ने दिया है। प्रयागराज नाविक संघ के अध्यक्ष पप्पू लाल निषाद बताते हैं कि जिले में श्रृंगवेरपुर और प्रयागराज को मिलाकर 6 हजार से अधिक निषाद परिवारों की आजीविका नौका संचालन से चलती है जिसमें लगभग सभी चप्पू से नाव चलाते हैं। अगर नावों को सीएनजी से चलाने की व्यवस्था हो जाएगी तो नाव के फेरे भी बढ़ जाएंगे और नाविकों की आमदनी भी बढ़ जाएगी।
- नाविकों का बढ़ा हौसला , मदद से निषाद समाज को मिली नई ऊर्जा
योगी सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से निषाद और मछुवारा समाज के कल्याण और स्वावलंबन के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जिससे निषाद समाज के लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो रहा है। सीएम में श्रृंगवेरपुर धाम में अपने कार्यक्रम में इसी के अंतर्गत निषाद राज बोट सब्सिडी योजना के तहत 1100 नाविकों को 3.20 करोड़ रुपये, मत्स्य संपदा योजना के तहत 1400 मत्स्य पालकों को 20 करोड़ रुपये, और किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए 138 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए। निषादराज बोट योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री से आर्थिक मदद का प्रमाण पत्र हासिल करने वाले राहुल निषाद कहते हैं कि महाकुंभ के बाद मां गंगा में बोटिंग की संभावनाओं को देखते हुए उन्होंने इस योजना के लिए आवेदन किया था, इससे उनके पूरे परिवार की रोजी रोटी चलेगी। इसी योजना में सीएम के हाथों प्रमाणपत्र पाने वाले कमलेश निषाद का कहना है कि उनके पास कोई खेती या आय का दूसरा जरिया नहीं था , न ही नाव खरीदने की स्थिति लेकिन अब इस मदद से जिंदगी की नैया चल जाएगी ।
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- इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के साथ धार्मिक और ग्रामीण पर्यटन का हब बनाने के प्रयास
नाविक और मछुवारा समाज के पास आम तौर खेती किसानी आमदनी का जरिया नहीं होते ऐसे में नदियां और तालाब से ही उनकी आजीविका जुड़ी होती है। नाविकों को पहली बार स्किल और स्टोरी टेलिंग की ट्रेनिंग की योजना योगी सरकार ने बनाकर महाकुंभ में इसे धरातल पर उतारा जिससे इनकी जिंदगी बेहतर होती दिख रही है। प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि पर्यटन विभाग द्वारा महाकुम्भ-2025 में वाले समस्त देशी/विदेशी पर्यटकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने व स्थानीय जनता को रोजगार के सुअवसर प्राप्त कराये जाने के उद्देश्य से मान्यवर कांशीराम पर्यटन प्रबन्ध संस्थान के माध्यम से लगभग 1000 गाइड, 409 नाविक, 580 टैक्सी ड्राइवर तथा 608 वेन्डर प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया गया। इससे जहां नाविकों और गाइड की सेवाएं बेहतर हुई हैं वहीं पर्यटन की सेवाओं में सुधार आया है। प्रयागराज महाकुंभ ने भी इसमें अपनी विशेष भूमिका निभाई। सीएम में श्रृंगवेरपुर के अपने कार्यक्रम में इसी क्रम में उन्हीं कुछ गाइड, नाविकों और होम स्टे संचालकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
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