Kasganj: पुलिस की प्रताड़ना से तंग परिवार ने की विधानसभा के सामने आत्मदाह की कोशिश
पीड़ित संजीव का आरोप है कि 19 दिसंबर 2023 को इंस्पेक्टर वीरेंद्र प्रताप गिरी ने उसके भाई आशीष को फोन कर विवेचना में सहयोग के लिए थाने बुलाया और वहां पर आशीष को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया

मुख्य बिंदु:
- तत्कालीन इंस्पेक्टर बीरेंद्र गिरी पर पैसे लेकर फर्जी फंसाने का आरोप
- आत्मदाह की कोशिश कर रहे परिवार को हजरतगंज पुलिस ने हिरासत में लिया
Kasganj News INA.
साहब ! इंस्पेक्टर बीरेंद्र गिरी ने पैसे लेकर हत्या के फर्जी मुकद्दमें में मेरे भाई और भतीजे को जेल भेज दिया है, पहले मेरे भाई और भतीजे को फोन कर के जेल भेज दिया और अब एसपी साहब दवाब बना रहे हैं , मेरे परिवार पर एक और फर्जी मुकद्दमा दर्ज करवा दिया है" ये शब्द हैं लखनऊ में विधानसभा के सामने परिवार के साथ आत्महत्या करने पहुंचे सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के गांव अजीत नगर निवासी एक पीड़ित व्यक्ति के, गनीमत रही कि आत्महत्या की सूचना पर हजरतगंज पुलिस मौके पर पहुंच गई और परिवार को अपने साथ थाने ले आयी। इधर आत्महत्या के प्रयास की खबर पर लखनऊ से लेकर कासगंज तक पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
मिली जानकारी के मुताबिक सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के गांव नगला मुलुनिवासी अभिषेक की चाकू से गोदकर हत्या सितंबर 2023 में हुई थी, इस मामले में अभिषेक के परिजनों ने सिढ़पुरा थाना में अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई थी। उस समय के तत्कालीन इंस्पेक्टर रहे गोविंद बल्लभ शर्मा, प्रभारी थाना अध्यक्ष भूदेव सिंह ने मामले की विवेचना की थी लेकिन वह किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके थे, जब पिछले साल दिसंबर माह में प्रभारी निरीक्षक का पद रिक्त था तो यहां निरीक्षक अपराध वीरेंद्र प्रताप गिरी को सिढ़पुरा थाने का प्रभारी बनाया गया और अचानक से मुकदमे में बदलाव आ गया। इंस्पेक्टर में घटना के खुलासे के लिए मुखबिरों का जाल बिछाया लेकिन वह आरोपी से गिरते गए।
पीड़ित संजीव का आरोप है कि 19 दिसंबर 2023 को इंस्पेक्टर वीरेंद्र प्रताप गिरी ने उसके भाई आशीष को फोन कर विवेचना में सहयोग के लिए थाने बुलाया और वहां पर आशीष को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया, पीड़ित के मुताबिक इंस्पेक्टर वीरेंद्र गिरी ने उसके भाई आशीष को एनकाउंटर करने की धमकी दी और गांव के ही ओमवीर को विद्युत करंट की प्रताड़ना देकर झूठा गवाह बना लिया, बाद में ओमवीर ने घटना के संबंध में वीडियो वायरल कर अपनी प्रताड़ना और झूठी गवाही की स्थिति स्पष्ट कर दी। इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच के लिए संजीव ने एडीजी आगरा समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से घटना की शिकायत की और मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक कासगंज राजेश भारती को सौंपी गई। विधानसभा के सामने अपनी मां - बेटे, बहू और दो बच्चों के साथ आत्मदाह करने पहुंचे संजीव का आरोप है कि मामले में पुलिस अधिकारियों ने निष्पक्ष जांच नहीं की है, शिकायत की खुन्नस में पुलिस उनके विरुद्ध फर्जी मुकदमा दर्ज कर चुकी है और उन पर कासगंज पुलिस दबाव बना रही है कि अगर उन्होंने शिकायत वापस नहीं ली तो अन्य फर्जी मुकदमे भी लिखवाए जाएंगे।
रिपोर्ट: अतुल यादव , कासगंज
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