जौनपुर: साधु के वेश में महाकुंभ के लिए भिक्षा मांग रहे दो मुस्लिम युवकों को हिंदू संगठनों ने पकड़ा, भगवा वस्त्र उतरवा कर हिदायत के बाद छोड़ा ।
देश के अन्य राज्यों से भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं, जब मुस्लिमों को साधु के वेश में भीख मांगते हुए पकड़ा गया। यह रिपोर्ट साधु के वेश में पकड़े गए मुस्लिमों की घटनाओं पर आधारित है। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में 2 नवंबर, 2024 को सोहराब, नियाज और शहजाद को साधु के वेश में भीख मां..

By INA News Jaunpur.
एक तरफ जहां महाकुंभ में मुसलमान की एंट्री की बैन की बात हो रही है इसी तरीके का एक मामला जौनपुर जिले में सामने आया है। जिले के बदलापुर तहसील क्षेत्र के सिंगरामऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत तियारा गांव हिंदू संगठन के लोगों ने लोगों को पकड़ा भेष बदलकर साधु के वेश में महाकुंभ के नाम पर भिक्षा मांग रहे थे। जानकारी के मुताबिक शनिवार को तियरा गांव दो लोग साधु के वेश में महाकुंभ के नाम भिक्षा मांग रहे थे। वहां के मौजूद कुछ हिंदू संगठन के लोगों को शक हुआ कि दोनों हिंदू नहीं है केवल वेश साधु का धारण किया है। वहां पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा चलती है शाखा के लोग एकत्रित हुए और उनसे पूछताछ की तो पता चला कि दोनों मुसलमान है और दोनों ने ही अपना नाम मूलचंद बताया दोनों बदलापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बबुरा गांव के रहने वाले हैं। जिस पर स्थानीय लोगों का विश्व हिंदू परिषद के लोगों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि आप लोग भीक्षा लीजिए लेकिन भेष बदलकर और गलत नाम धारण करके किसी से भिक्षा मत मांगिए।
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मौके पर पहुंचे विश्व हिंदू परिषद के प्रांत गौ रक्षा प्रमुख महेंद्र शुक्ला ने कड़ी हिदायत देते हुए कहा की भिक्षा मांगने का आपका अधिकार है लेकिन हिंदू धर्म को बदनाम मत करिए। इस मौके पर अरुण कुमार तिवारी समेत संघ के तमाम कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। इससे पहले भी गुजरात के सूरत में 3 नवंबर 2024 को भगवा वस्त्र पहनकर साधु के वेश में भीख मांगते हुए एक मुस्लिम युवक पकड़ा गया था। उसके दो अन्य साथी भी भगवा वस्त्र पहनकर भीख मांग रहे थे। स्थानीय लोगों को जब उन पर शक हुआ और उन्होंने उससे पूछताछ की तो पता चला कि उसका नाम सलमान है। इसके बाद लोगों ने सलमान को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। यह कोई पहला वाकया नहीं है।देश के अन्य राज्यों से भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं, जब मुस्लिमों को साधु के वेश में भीख मांगते हुए पकड़ा गया। यह रिपोर्ट साधु के वेश में पकड़े गए मुस्लिमों की घटनाओं पर आधारित है। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में 2 नवंबर, 2024 को सोहराब, नियाज और शहजाद को साधु के वेश में भीख मांगते हुए पकड़ा गया था। ये सभी मऊ के रहने वाले बताए जा रहे थे। ग्रामीणों के सख्ती से पूछताछ करने पर तीनों ने दावा किया कि वे गोरखपुर के योगी जी के मठ से संबंध रखते हैं। उनके परिवार के लोग भी इसी परंपरा के तहत भिक्षा मांग कर जीवनयापन करते चले आ रहे हैं। वे लोग भी अपने परिवार वालों की तरह ही ये काम कर रहे हैं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि ये लोग भिक्षा मांगने के दौरान रेकी करते हैं और फिर रात में आपराधिक घटनाओं को अंजाम भी देते हैं। इनकी शिकायत के बाद कासिमाबाद कोतवाली पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 391 (1) के तहत मुकदमा दर्ज कर इन्हें जेल भेज दिया था।
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