Maha Kumbh 2025: संविधान की मूल भावना को बदलने वाले देखें कैसे होता है संविधान का सम्मानः CM Yogi

सीएम योगी ने कहा कि महाकुम्भ के इस विश्वविख्यात सबसे बड़े मानव समागम में इस गैलरी को आयोजित कर यह प्रयास किया गया है कि मेले में आने वाले लोगों को संविधान के निर्माण, लागू होने और इसके अनुच्छेद के बारे में जानकारी ...

Jan 20, 2025 - 00:14
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Maha Kumbh 2025: संविधान की मूल भावना को बदलने वाले देखें कैसे होता है संविधान का सम्मानः CM Yogi

सार-

  • प्रयागराज दौरे पर सेक्टर 4 स्थित संविधान गैलरी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 
  • योगी बोले- संविधान गैलरी जैसे प्रयासों से नई पीढ़ी को इसके बारे में अवगत कराने में मिलेगी मदद 
  • CM ने कहा- कोई भी समाज संविधान और विधियों के बिना नहीं चल सकता

By INA News Maha Kumbh Nagar.

महाकुम्भ नगर: प्रयागराज दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस गैलरी का अवलोकन करने के बाद संविधान गैलरी का रुख किया। संविधान गैलरी को CM Yogi के विशेष निर्देश पर सेक्टर 4 त्रिवेणी मार्ग पर स्थापित किया गया है। यहां पर CM Yogi ने भारतीय संविधान पर आधारित पुस्तकों, ग्रंथों के पुस्तकालय समेत अन्य प्रमुख प्रदर्शनी को देखा। उन्होंने कहा कि जो लोग आज संविधान बचाने की बात कर रहे हैं उन्होंने ही संविधान की मूल भावना को बदल दिया था। उन्हें यहां महाकुम्भ में आकर देखना चाहिए कि संविधान का वास्तविक सम्मान क्या होता है और कैसे होता है। उन्होंने कहा कि संविधान हमारे लिए आदर्श है। पूरे देश का संचालन इसी से होता है। कोई भी समाज संविधान और इसकी विधियों के बिना नहीं चलता है। संविधान गैलरी जैसे प्रयासों से नई पीढ़ी को इसके बारे में अवगत कराने में मदद मिलेगी। 

  • सामाजिक न्याय का प्रतीक है संविधान

CM Yogi ने कहा कि महाकुम्भ के इस विश्वविख्यात सबसे बड़े मानव समागम में इस गैलरी को आयोजित कर यह प्रयास किया गया है कि मेले में आने वाले लोगों को संविधान के निर्माण, लागू होने और इसके अनुच्छेद के बारे में जानकारी हो। ऑडियो के माध्यम से आप विषय के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल कर सकते हैं। संविधान ऐसा दस्तावेज है, जिससे हमारी पूरी शासन व्यवस्था संचालित होती है।

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एक पार्टी ने लगातार 55 वर्षों तक निजी हितों के लिए संविधान में संशोधन किए। इन लोगों ने संविधान की मूल भावना को बदल दिया। हमने संविधान को आदर्श मानकर इसका सम्मान किया। इसके माध्यम से हर वर्ग को सामाजिक न्याय दिलाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि जो लोग संविधान हाथ में लेकर शपथ लेने का नाटक करते हैं, उनके घर में न तो संविधान की मूल प्रति होगी और न ही उन्होंने कभी संविधान पढ़ा भी होगा। 

  • ऐतिहासिक घटनाओं, दस्तावेजों और व्यक्तित्वों के योगदान की मिलेगी जानकारी

संविधान गैलरी में लगी प्रदर्शनी में चित्रों और प्रतिकृतियों के माध्यम से भारतीय संविधान के निर्माण से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं, दस्तावेजों और व्यक्तित्वों के योगदान के बारे में जानकारी प्रदर्शित की गई है। यहां ऑडियो के माध्यम से संविधान सभा के डिस्कशन को भी प्रस्तुत किया जा रहा है। यहां बनाई गई डिजिटल गैलरी संविधान की यात्रा को जीवंत कर रही है। स्क्रीन टच करने पर संविधान की किताब के पन्ने खुलते हैं तो इंटरैक्टिव वॉल संविधान के बनने से लेकर उसके लागू होने तक के समय काल से जुड़े हर ऐतिहासिक लम्हों से लोगों को रूबरू करा रही है।डिजिटल स्क्रीन पर टाइमलाइन ऑप्शन के जरिये संविधान की यात्रा के महत्वपूर्ण कालखंडों को चंद सेकेंडों में वर्षवार देख सकते हैं। गैलरी में अलग-अलग कॉर्नर बनाए गए हैं, जिसमें संविधान, उसके निर्माताओं व ऐतिहासिक प्रसंगों की प्रस्तुति दी गई है। इसके साथ ही यहां वीआर हेडसेट के जरिए उन गौरवशाली पलों को महसूस करने की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा गैलरी के एंट्री प्वाइंट पर टच स्क्रीन सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है, जहां आप एक टच पर राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ के साथ सेल्फी ले सकते हैं। राष्ट्रगान 'जन गण मन' को लेकर किस तरह एक बार भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई और फिर गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर ने कैसे इसे लेकर स्थिति स्पष्ट की, ऐसे कई रोचक प्रसंगों का भी विवरण यहां दिया गया है।

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