Shahjahanpur News: परमवीर चक्र विजेता नायक जदुनाथ सिंह की प्रतिमा स्मारक का कर्नल लेफ्टिनेंट जनरल एमके कटियार ने नारियल फोड़ कर किया उद्घाटन।
तहसील कलान क्षेत्र के खजुरी गांव में अमर बलिदानी परमवीर चक्र विजेता ( paramveer chakra winner) नायक जदुनाथ सिंह की प्रतिमा के उद्घाटन....

रिपोर्ट- फैयाज उद्दीन साग़री
- खजुरी गांव को मॉडल विलेज के रूप में करें विकसित: लेफ्टिनेंट कर्नल एमके कटियार
- प्रतिमा के उद्घाटन के अवसर पर रोजी पब्लिक के स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये
शाहजहांपुर। तहसील कलान क्षेत्र के खजुरी गांव में अमर बलिदानी परमवीर चक्र विजेता ( paramveer chakra winner)नायक जदुनाथ सिंह की प्रतिमा के उद्घाटन राजपूत रेजीमेंट के (लेफ्टिनेंट कर्नल lephtinent karnal
) मनोज कुमार कटियार ने नारियल फोड़ कर किया। समारोह में सूबेदार धर्मगुरु ऋषि देव मिश्रा ने मंत्र उच्चारण कर पूजा अर्चना की। इस दौरान जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह एवं एसपी राजेश एस ने नायक जदुनाथ सिंह की नई प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज कुमार कटियार व ब्रिगेडियर एचएस संधू, कर्नल अंशुमन त्रिपाठी ने शहीद के स्वजनों से मिलकर उनसे वार्ता की तथा उनका हाल जाना साथ ही अंग वस्त्र भेंट कर उन्हें सम्मानित भी किया। उन्होने कहा कि नया युद्ध स्मारक जदुनाथ सिंह के असाधारण शौर्य को अमर बनाता है, जिन्होंने 1947-48 के भारत-पाक युद्ध के दौरान असाधारण वीरता, निःस्वार्थता और अदम्य साहस का परिचय दिया। नौशेरा की भीषण लड़ाई के दौरान उन्होंने अपनी मातृभूमि की संप्रभुता की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। उनके अद्वितीय पराक्रम और अटूट समर्पण के लिए उन्हें भारत का सर्वाेच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र मरणोपरांत प्रदान किया गया। पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एवं द राजपूत रेजिमेंट के कर्नल, लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने अपने संबोधन में कहा कि अमर नायक बलिदानी जदुनाथ सिंह का यह गांव देश के सर्वाेच्च विजेता के पदक की जन्म भूमि है।
इसका विकास हम सबको अपना कर्तव्य समझना चाहिए। यह मेमोरियल ब्रिगेडियर एचएस संधू कमांडेंट राजपूत व विधायक हरिप्रकाश वर्मा, सुरेंद्र सिंह चौहान, ग्राम प्रधान कारे उर्फ बहादुर लाल शर्मा सहित सभी सिविल अंडरस्टैंड के अधिकारी गणों के अथक प्रयासों का नतीजा है। देश की जनता के लिए उन्होंने अपने प्राण न्योछावरकर सर्वाेच्च बलिदान दिया। उनके बलिदान की कहानी व सारी गाथा राजपूत रेजीमेंट व भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। राजपूत रेजीमेंट व भारतीय सैनिक का एक बहुत गौरव साली इतिहास है। और यह इतिहास रचा है नायक जदुनाथ सिंह व उनके जैसे वीरों ने। यह ज्ञात कराया की जिंदा रहने के मौसम बहुत है मगर, जान देने की ऋतू रोज आती नहीं। अपनी जान की कुर्बानी देकर नायक जदुनाथ सिंह ने जम्मू एंड कश्मीर की, और भारत की रक्षा की। इसके लिए राजपूत रेजीमेंट और भारतीय सेना व भारत देश हमेशा कृतज्ञ रहेगा। मनोज कुमार कटियार ने कहा कि नायक का यह मैमोरियल स्मृतिका खासकर युवाओं के लिए प्रेरणा का एक स्त्रोत रहेगा। यह मेमोरियल देशभक्ति का और देश प्रेम का हमें एक संदेश देता रहेगा। यह मेमोरियल हमें याद दिलाता रहेगा कि सब कुछ है अपने हाथों में, क्या तोप नहीं, तलवार नहीं, वह हृदय नहीं जो पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।
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यह ऐतिहासिक अवसर भारत के सर्वाधिक वीर योद्धाओं में से एक की अमर गाथा को सम्मानित करता है, जिनका अद्वितीय साहस और अटूट समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बना रहेगा। इस अवसर पर रोजी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने संस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। सेवानिवृत्ति भूतपूर्व सैनिकों के परिवारजनों व ग्रामीणों के लिए सेना के जवानों की तरफ से निशुल्क मैडिकल कैंप का आयोजन किया गया। कैंप में सैकड़ो ग्रामीणों ने निशुल्क दवा ली।
कार्यक्रम के दौरान डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह, 167 ब्रिगेडियर शाहजहांपुर जतेंद्र सिंह जसरोटिया, एसपी राजेश एस, एसडीएम चित्रा निर्वाल, सीओ अमित चौरसिया, थाना अध्यक्ष अशोक कुमार थाना अध्यक्ष प्रभाष चंद्र, व अमर बलिदानी के भतीजे रामसेवक सिंह, सुरेंद्र सिंह, मुनेंद्र पाल सिंह, पोप सिंह, नेत्रपाल सिंह, भाभी गुना देवी, सेवानिवृत्ति सूबेदार मेजर पहलवान सिंह, सेवानिवृत्ति सूबेदार जागेश्वर प्रसाद, सेवानिवृत्ति धर्मेन्द्र प्रताप सिंह सहित भारी संख्या में अधिकारी कर्मचारी गण मौजूद रहे।
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