Lucknow : पंचायत कल्याण कोष से 3866 परिवारों को मिले 136 करोड़ रुपये

मंत्री ने कहा कि खीरी जिले की ग्राम सभा सदस्य रेखा देवी की मौत के बाद उनके परिवार को दो लाख रुपये मिले। इससे उनकी बेटी पूजा की शादी हो सकी। पूजा के मामा पिंटू कु

Oct 15, 2025 - 22:58
 0  31
Lucknow : पंचायत कल्याण कोष से 3866 परिवारों को मिले 136 करोड़ रुपये
Lucknow : पंचायत कल्याण कोष से 3866 परिवारों को मिले 136 करोड़ रुपये

उत्तर प्रदेश में पंचायत राज विभाग के पंचायत कल्याण कोष ने मृत पंचायत प्रतिनिधियों के 3866 परिवारों को तीन सालों में 136 करोड़ रुपये की मदद दी है। इससे कई ग्रामीण परिवारों को आर्थिक सहारा मिला। पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बताया कि 2021 के पंचायत चुनावों में राज्य में करीब आठ लाख प्रतिनिधि चुने गए थे। ज्यादातर बिना वेतन या भत्ते के काम करते हैं। उनकी मौत पर परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हो जाते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 सितंबर 2021 को यह योजना शुरू की। इसका मकसद ऐसे परिवारों को सुरक्षा देना है जो बिना आय के सेवा करते हैं।

मंत्री ने कहा कि खीरी जिले की ग्राम सभा सदस्य रेखा देवी की मौत के बाद उनके परिवार को दो लाख रुपये मिले। इससे उनकी बेटी पूजा की शादी हो सकी। पूजा के मामा पिंटू कुमार ने बताया कि इस मदद से अप्रैल 2024 में बिना परेशानी शादी कराई। उन्नाव जिले के मियागंज ब्लॉक के क्षेत्र पंचायत सदस्य उदन सिंह के बेटे को तीन लाख रुपये मिले। इससे उसने वैन खरीदी, जिससे ग्रामीणों को आपातकाल में अस्पताल पहुंचाने में मदद मिलती है।

पंचायती राज निदेशक अमित कुमार सिंह ने कहा कि तीन सालों में 136.22 करोड़ रुपये 3866 परिवारों को दिए गए। यह योजना परिवारों को मुश्किल वक्त में ताकत देती है। मदद इस तरह दी जाती है: ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत प्रमुख या जिला पंचायत अध्यक्ष को 10 लाख रुपये, जिला पंचायत सदस्य को पांच लाख, क्षेत्र पंचायत सदस्य को तीन लाख और ग्राम पंचायत सदस्य को दो लाख।

तीन सालों में वितरण इस प्रकार: 665 ग्राम प्रधानों के परिवारों को 66.50 करोड़, दो क्षेत्र पंचायत प्रमुखों को 20 लाख, 15 जिला पंचायत सदस्यों को 75 लाख, 509 क्षेत्र पंचायत सदस्यों को 15.27 करोड़ और 2675 ग्राम पंचायत सदस्यों को 53.50 करोड़।

उप निदेशक पंचायती राज योगेंद्र कटियार ने बताया कि मदद के लिए prdfinance.up.gov.in पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करें। दस्तावेज जांच के बाद राशि सीधे बैंक खाते में आ जाती है। इस योजना से कई परिवार शिक्षा, स्वास्थ्य, पशुपालन, खेती, छोटे कारोबार और स्वावलंबन की ओर बढ़ रहे हैं।

Also Click : Lucknow : दीपोत्सव-2025 में रामायण के सात कांड पर आधारित झांकियों से अयोध्या होगी राममय- जयवीर सिंह

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow