Hardoi News: हरदोई (Hardoi) में समुदाय की क्रांति: HCL फाउंडेशन ने कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के क्षेत्र में बदली ग्रामीण जिंदगी, 29 लाख लोगों को मिला लाभ
हरदोई (Hardoi) के DM मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि CM योगी (Yogi) आदित्यनाथ जनसहभागिता के जरिए उत्तर प्रदेश को विकास के नए आयाम देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी यह सोच हर...
By INA News Hardoi.
हरदोई (Hardoi): हरदोई (Hardoi) जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में एक साइलेंट रिवॉल्यूशन की बयार बह रही है, जिसने कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, पर्यावरण, और जल- स्वच्छता जैसे क्षेत्रों में ग्रामीण जीवन को सशक्त बनाकर एक नया इतिहास रच दिया है। यह परिवर्तन HCL फाउंडेशन के ‘समुदाय’ कार्यक्रम के तहत संभव हुआ है, जिसे CM योगी (Yogi) आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच और जनसहभागिता ने नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
हरदोई (Hardoi) के DM मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि CM योगी (Yogi) के मार्गदर्शन में शुरू हुआ यह कार्यक्रम न केवल जिले के ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदल रहा है, बल्कि उत्तर प्रदेश के लिए एक ग्रामीण विकास मॉडल बन चुका है। पिछले आठ वर्षों में ‘समुदाय’ ने हरदोई (Hardoi) के 11 ब्लॉकों की 524 ग्राम पंचायतों में 29 लाख से अधिक लोगों के जीवन को बेहतर बनाया है, और अब इसे पूरे उत्तर प्रदेश में विस्तार देने की योजना है।
- CM योगी (Yogi) की दूरदर्शी सोच
हरदोई (Hardoi) के DM मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि CM योगी (Yogi) आदित्यनाथ जनसहभागिता के जरिए उत्तर प्रदेश को विकास के नए आयाम देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी यह सोच हरदोई (Hardoi) में ‘समुदाय’ कार्यक्रम के रूप में मूर्त रूप ले रही है। DM ने कहा, CM योगी (Yogi) का विजन है कि ग्रामीण विकास के बिना प्रदेश की प्रगति अधूरी है। ‘समुदाय’ कार्यक्रम उनकी इस सोच का जीवंत उदाहरण है, जिसने हरदोई (Hardoi) के ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की नींव रखी है। यह कार्यक्रम ग्रामीण समुदायों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का एक मॉडल बन चुका है, जिसे अब पूरे उत्तर प्रदेश में लागू किया जाएगा।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस मॉडल की सफलता को देखते हुए अगले पांच वर्षों के लिए ‘समुदाय’ कार्यक्रम को विस्तार देने का निर्णय लिया है। यह विस्तार न केवल हरदोई (Hardoi), बल्कि प्रदेश के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी लागू होगा, ताकि ग्रामीण भारत के विकास को और गति मिले।
- ‘समुदाय’ का विस्तार और प्रभाव
‘समुदाय’ कार्यक्रम की शुरुआत 2017 में हरदोई (Hardoi) के मात्र 10 ग्राम पंचायतों और 25,000 लोगों के साथ हुई थी। आज यह कार्यक्रम जिले के 11 ब्लॉकों की 524 ग्राम पंचायतों तक फैल चुका है, जो 29 लाख से अधिक ग्रामीणों को सीधा लाभ पहुंचा रहा है। इस विस्तार ने हरदोई (Hardoi) को ग्रामीण विकास का एक मॉडल जिला बना दिया है। DM मंगला प्रसाद सिंह ने बताया, आठ वर्षों में ‘समुदाय’ ने ग्रामीण जीवन के हर पहलू को छुआ है। यह कार्यक्रम न केवल विकास की परियोजनाओं को लागू करता है, बल्कि समुदाय को उनकी जरूरतों के अनुसार सशक्त बनाता है। हरदोई (Hardoi) का यह मॉडल अब उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बनेगा।
- प्रमुख क्षेत्र और उपलब्धियां
‘समुदाय’ कार्यक्रम ने छह प्रमुख क्षेत्रों- कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, पर्यावरण, और जल- स्वच्छता- में ग्रामीण जीवन को सशक्त बनाने का काम किया है। इन क्षेत्रों में हासिल की गई कुछ प्रमुख उपलब्धियां निम्नलिखित हैं:
- कृषि:
- जैविक खेती और आधुनिक कृषि तकनीकों को बढ़ावा देकर किसानों की आय में वृद्धि।
- बीज बैंकों और कृषि प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना, जिससे 50,000 से अधिक किसानों को लाभ।
- ड्रिप इरिगेशन और सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई परियोजनाओं से पानी की बचत और उत्पादकता में सुधार।
- महिला किसान समूहों को सशक्त बनाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती।
- शिक्षा:
- ग्रामीण स्कूलों में डिजिटल क्लासरूम और स्मार्ट लर्निंग सेंटर की स्थापना।
- 2 लाख से अधिक बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्कॉलरशिप प्रदान।
- बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष अभियान, जिसके तहत 10,000 से अधिक लड़कियों को स्कूलों से जोड़ा गया।
- शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों से शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार।
- स्वास्थ्य:
- मोबाइल मेडिकल वैन और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से 15 लाख से अधिक लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं।
- मातृ- शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों से मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में कमी।
- टीकाकरण और पोषण अभियानों से ग्रामीण बच्चों में कुपोषण की दर में 30% की कमी।
- कोविड- 19 के दौरान जागरूकता और वैक्सीनेशन में महत्वपूर्ण योगदान।
- आजीविका:
- स्वयं सहायता समूह (SHG) के माध्यम से 75,000 से अधिक महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया।
- ग्रामीण युवाओं के लिए कौशल विकास केंद्र, जिससे 25,000 युवाओं को रोजगार या स्वरोजगार के अवसर मिले।
- हस्तशिल्प, कुक्कुट पालन, और मधुमक्खी पालन जैसे वैकल्पिक आजीविका स्रोतों को बढ़ावा।
- स्थानीय उत्पादों के लिए मार्केट लिंकेज, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिला।
- पर्यावरण:
- 5 लाख से अधिक पेड़ लगाकर हरदोई (Hardoi) के ग्रामीण क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाई।
- सौर ऊर्जा और बायोगैस संयंत्रों की स्थापना से स्वच्छ ऊर्जा को प्रोत्साहन।
- ग्रामीण कचरा प्रबंधन और रीसाइक्लिंग इकाइयों से स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण।
- जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता अभियानों से समुदाय की भागीदारी।
- जल- स्वच्छता:
- 524 ग्राम पंचायतों में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के लिए नल- जल योजना और हैंडपंप स्थापना।
- 3 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण, जिससे हरदोई (Hardoi) को खुले में शौच मुक्त (ODF) जिला बनाने में मदद मिली।
- जल संरक्षण के लिए तालाबों का जीर्णोद्धार और रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की स्थापना।
- स्वच्छता जागरूकता अभियानों से ग्रामीणों में स्वच्छता की आदतों का विकास।
- ‘समुदाय’ की यात्रा: 10 ग्राम पंचायतों से 524 तक
‘समुदाय’ कार्यक्रम की शुरुआत 2017 में हरदोई (Hardoi) के चुनिंदा 10 ग्राम पंचायतों में हुई थी, जिसमें केवल 25,000 लोग शामिल थे। HCL फाउंडेशन ने स्थानीय समुदायों, ग्राम पंचायतों, और जिला प्रशासन के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को धीरे- धीरे विस्तार दिया। आज यह कार्यक्रम जिले के 11 ब्लॉकों- सांडी, बिलग्राम, हरपालपुर, संडीला, कोथावां, टड़ियावां, भटपुर, बेहटागोकुल, मल्लावां, हरियावां, और पिहानी- की 524 ग्राम पंचायतों तक पहुंच चुका है।
- जनसंख्या कवरेज: 29 लाख से अधिक ग्रामीणों को सीधा लाभ।
- महिला सशक्तिकरण: 1 लाख से अधिक महिलाएं स्वयं सहायता समूहों और आजीविका परियोजनाओं से जुड़ीं।
- युवा रोजगार: 50,000 से अधिक युवाओं को कौशल विकास और रोजगार के अवसर।
- पर्यावरण संरक्षण: 10,000 हेक्टेयर भूमि पर हरियाली और जल संरक्षण परियोजनाएं।
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हरदोई (Hardoi) मॉडल का राष्ट्रीय महत्व
हरदोई (Hardoi) का ‘समुदाय’ मॉडल अब उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणा बन चुका है। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इसकी सफलता को देखते हुए इसे अगले पांच वर्षों (2025- 2030) के लिए पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया है। इस विस्तार के प्रमुख लक्ष्य हैं:
- ग्रामीण आत्मनिर्भरता: प्रत्येक ग्राम पंचायत को आर्थिक और सामाजिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना।
- सतत विकास: पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ दीर्घकालिक उपाय।
- शिक्षा और स्वास्थ्य: ग्रामीण बच्चों और महिलाओं के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं।
- महिला और युवा सशक्तिकरण: स्वरोजगार और कौशल विकास के माध्यम से आर्थिक स्वतंत्रता।
DM ने कहा कि हरदोई (Hardoi) मॉडल राष्ट्रीय स्तर पर ग्रामीण विकास के लिए एक ब्लूप्रिंट बन सकता है, जो सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करने में भारत की मदद करेगा।
हरदोई (Hardoi) में HCL फाउंडेशन का ‘समुदाय’ कार्यक्रम CM योगी (Yogi) आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच और जनसहभागिता का एक शानदार उदाहरण है। इसने कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, पर्यावरण, और जल- स्वच्छता जैसे क्षेत्रों में ग्रामीण जीवन को सशक्त बनाकर 29 लाख लोगों की जिंदगी बदली है। 10 ग्राम पंचायतों से शुरू हुआ यह सफर आज 524 ग्राम पंचायतों तक पहुंच चुका है और उत्तर प्रदेश के लिए एक ग्रामीण विकास मॉडल बन गया है। मुख्य सचिव के निर्णय के बाद अब यह मॉडल पूरे प्रदेश में लागू होगा, जो ग्रामीण भारत के लिए एक नई उम्मीद की किरण है। हरदोई (Hardoi) का यह मॉडल न केवल स्थानीय समुदायों को आत्मनिर्भर बना रहा है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने में भी योगदान दे रहा है।
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