जगद्गुरु रामभद्राचार्य और प्रेमानंद महाराज आमने-सामने, जूना अखाड़े ने दी चेतावनी।
Sambhal: मथुरा-वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज और जगद्गुरु रामभद्राचार्य के बीच चल रहा विवाद गहराता जा रहा है। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने प्रेमानंद महाराज को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि वह न
उवैस दानिश, सम्भल
मथुरा-वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज और जगद्गुरु रामभद्राचार्य के बीच चल रहा विवाद गहराता जा रहा है। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने प्रेमानंद महाराज को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि वह न तो विद्वान हैं और न ही चमत्कारी। उन्होंने प्रेमानंद महाराज को बालक समान बताते हुए चुनौती दी कि यदि उनमें शक्ति है तो संस्कृत का एक अक्षर बोलकर या किसी श्लोक का अर्थ समझाकर दिखाएं। इस विवाद पर जूना अखाड़े के महासचिव डॉ. करणपुरी महाराज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह विद्वानों का युद्ध है और समय के साथ स्वतः समाप्त हो जाएगा।
उन्होंने दोनों संतों से आग्रह किया कि इसे और आगे न बढ़ाएं, वरना इसका असर सनातन धर्म की एकता पर पड़ेगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि विवाद लंबे समय तक चला तो आने वाले उज्जैन कुंभ में अखाड़ों का टकराव हो सकता है। करणपुरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म में भाषा नहीं, बल्कि भाव को स्थान दिया गया है। प्रेमानंद महाराज संस्कृत भले ही न जानते हों, लेकिन रामभद्राचार्य का यह कहना अनुचित है। उन्होंने जगद्गुरु से अपील की कि वे इस गलती को सुधारें और सनातन धर्म की मर्यादा बनाए रखें।
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